सोनी का 13 स्थानीय गेम डेवलपरों से गठजोड़

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 05, 2022 | 11:00 PM IST

अपने लोकप्रिय गेमिंग कंसोल, प्लेस्टेशन 2 (पीएस2) की भारत में बिक्री बढ़ाने के लिए सोनी कंप्यूटर एंटरटेनमेंट (सेट) ने 13 भारतीय गेम डेवलपरों के साथ हाथ मिलाया है जो भारतीय गेम बनाएंगे।


इनसे कंपनी को उम्मीद है कि उनकी कीमत एक टाइटल की मौजूदा कीमत 499 रुपये से काफी सस्ती होगी।सेट के कंट्री प्रबंधक (प्लेस्टेशन), अतिंद्रया बोस का कहना है कि इंडियागेम्स, ट्राइन, डी क्यू एंटरटेनमेंट, धु्रव जैसे गेम डेवलपर कंपनी के साथ गेम बनाने के लिए काम करेंगे, जिन्हें भारत और अंरराष्ट्रीय बाजारों में बेचा जाएगा।


कंपनी इस साल प्लेस्टेशन 2 गेम डेवलपरों के लिए मोशन सेंसिंग तकनीक, निंटेंडो वाई द्वारा लोकप्रिय की गई, को भी पेश करने वाली है।पब्लिशर और डेवलपर संपर्क के उपाध्यक्ष, जेनो कोलैको का कहना है, ‘पीएस2 के उपभोक्ताओं को गेम खेलने के दौरान हमारी मोशन सेंसिंग तकनीक की मदद से बेहतरीन परिणाम मिलेंगे।’ सोनी से उम्मीद है कि वह दुनियाभर सिर्फ पीएस2 के 150 टाइटल लॉन्च करेगी।


भारतीय मीडिया और मनोरंजन उद्योग पर फिक्की रिपोर्ट 2008 ने बताया है कि भारत में 2007 के अंत में स्थानीय गेमिंग उद्योग लगभग 270 करोड़ रुपये का है, जो 2006 में (205 करोड़ रुपये) 32 प्रतिशत की तेज रफ्तार से आगे बढ़ा। 7000 रुपये में उपलब्ध सोनी का पीएस2 और 499 रुपये के गेम टाइटल के साथ सोनी एंटरटेंमेंट इंडिया ने स्थानीय गेम विकास के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी।


अकेले भारत में पीएस2 के जन्म से अब तक लगभग 3,25000 पीएस2 लगाए जा चुके हैं, जबकि पीसी3 की हर महीने 1200 इकाइयों की बिक्री के बावजूद पीएस2 की वृध्दि जारी है।


सोनी ने पहले ही पिरामिड समाइरा समूह की ऑरोना टेक्नोलॉजीस के साथ पीएस2 के लिए हनुमान आधारित गेम लॉन्च करने की घोषणा कर दी है। उम्मीद है कि  ये कंपनियां इस टाइटल के लिए आगे भी गेम सीक्वल बनाएंगी।


सोनी भारतीय बाजारों में तकनीकी सहायता मुहैया कराने केसाथ प्लेस्टेशन 2 के लिए गेम के विकास और पब्लिशिंग समर्थन को बढ़ा रही है। कोलैको का कहना है, ‘हम गेम डेवलपरों को लगभग 3 लाख और 17 हजार रुपये की कीमत वाली डेवलपर किट रियायती दरों पर उपलब्ध करा कर उनकी मदद कर रहे हैं। विशेष कीमतों पर किट मुहैया करवाने से डेवलपरों को काम करने में आसानी होती है और इससे गेम डेवलपमेंट में आने वाली लागत में कमी हो रही है।’


बॉलीवुड, पौराणिक और संस्कृति आधारित गेम बनाने पर कोलैको का मानना है कि इससे अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी प्लेस्टेशन के लिए टाइटल के कारोबार में वृध्दि होगी, क्योंकि वहां एशियाई लोगों की संख्या अधिक है।

First Published : April 21, 2008 | 11:59 PM IST