जिस समय देश की दो सबसे बड़ी आईटी सेवा प्रदाता कंपनियों के आला अफसरों के वेतन घटे हैं, उस समय टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) के शीर्ष अधिकारियों के वेतन में बढ़ोतरी हुई है।
देश की सबसे बड़ी आईटी सेवा कंपनी टीसीएस के मुख्य कार्याधिकारी (CEO) और प्रबंध निदेशक (MD) के पद से हाल ही में इस्तीफा देने वाले राजेश गोपीनाथन को वित्त वर्ष 2023 में 13.17 फीसदी ज्यादा पारिश्रमिक मिला था। उन्हें कुल 29.16 करोड़ रुपये का पैकेज मिला। गोपीनाथन को बीते वित्त वर्ष में वेतन के रूप में 2.07 करोड़ रुपये, भत्ते तथा अन्य लाभ के तौर पर 2.43 करोड़ रुपये मिले थे। उन्हें कमीशन के तौर पर पूरे 25 करोड़ रुपये मिले।
इसी तरह TCS के मुख्य परिचालन अधिकारी (COO) एन गणपति सुब्रमणयम का वेतन-भत्ता भी पिछले वित्त वर्ष में 14 फीसदी बढ़कर 20.68 करोड़ रुपये रहा।
TCS की सालाना रिपोर्ट में नए सीईओ के कृत्तिवासन के पारिश्रमिक के बारे में ज्यादा नहीं बताया गया है। केवल इतना जिक्र है कि उनका मूल वेतन 10 लाख से 16 लाख रुपये महीना होगा। पारिश्रमिक के अन्य पहलुओं पर मनोनयन और पारिश्रमिक समिति निर्णय करेगी।
आला अधिकारियों के वेतन में कमी या बढ़ोतरी से औसत पारिश्रमिक से अनुपात में इजाफा भी पता चलता है। गोपीनाथन का पारिश्रमिक औसत वेतन अनुपात का 427 गुना था। टीसीएस के कर्मचारियों के औसत वेतन में पिछले वित्त वर्ष के दौरान 5.11 फीसदी का इजाफा हुआ है।
उधर इन्फोसिस के सीईओ सलिल पारेख का पारिश्रमिक वित्त वर्ष 2023 में 21 फीसदी घटकर 56.45 करोड़ रुपये ही रहा। वित्त वर्ष 2021-22 में उन्हें बतौर पारिश्रमिक 71 करोड़ रुपये मिले थे। पारेख के मेहनताने में मूल वेतन, सेवानिवृत्ति लाभ और तय वेतन शामिल है। इसके साथ ही उन्हें उस दौरान लागू शेयर इंसेंटिव की कीमत तथा वेरिएबल पे भी मिली। उनके वेतन में कमी इसलिए दिख रही है क्योंकि उस दौरान उन्होंने ऐच्छिक स्टॉक यूनिट (RSU) का कम लाभ उठाया।
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RSU एक तरह की इक्विटी होती है जो कर्मचारियों को दी जाती है। इन्फोसिस ने दो योजना के तहत RSU का आवंटन किया था। 2015 योजना के अंतर्गत कंपनी में बिताए गए समय के आधार पर शेयर दिए गए थे और 2019 योजना के तहत प्रदर्शन के आधार पर इनका आवंटन किया गया था।
विप्रो के सीईओ थिएरी डेलापोर्ट का मेहनताना भी वित्त वर्ष 2023 में मामूली कमी के साथ 1 करोड़ डॉलर रहा, जो वित्त वर्ष 2022 में 1.05 करोड़ डॉलर था। लेकिन कंपनी के चेयरमैन रिषद प्रेमजी के कुल पारिश्रमिक में करीब 50 फीसदी की कमी आई है।
नैस्डैक में सूचीबद्ध आईटी फर्म कॉग्निजेंट के पूर्व सीईओ ब्रायन हम्फ्रीज का मेहनताना पिछले वित्त वर्ष में 9 फीसदी घटकर 1.79 करोड़ डॉलर रहा, जो वित्त वर्ष 2022 में 1.96 करोड़ डॉलर था।
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वेतन में कटौती उस समय हुई है, जब आईटी सेवा उद्योग को मांग में कमी से जूझना पड़ रहा है। मोतीलाल ओसवाल के विश्लेषकों का कहना है, ‘सतर्कता के माहौल में लागत कम करने पर जोर दिया गया है, जिस कारण खर्च को सख्ती से जांचा जा रहा है और उसे मंजूरी भी देर से मिल रही है।’