facebookmetapixel
देशभर में मतदाता सूची का व्यापक निरीक्षण, अवैध मतदाताओं पर नकेल; SIR जल्द शुरूभारत में AI क्रांति! Reliance-Meta ₹855 करोड़ के साथ बनाएंगे नई टेक कंपनीअमेरिका ने रोका Rosneft और Lukoil, लेकिन भारत को रूस का तेल मिलना जारी!IFSCA ने फंड प्रबंधकों को गिफ्ट सिटी से यूनिट जारी करने की अनुमति देने का रखा प्रस्तावUS टैरिफ के बावजूद भारत की अर्थव्यवस्था मजबूत, IMF का पूर्वानुमान 6.6%बैंकिंग सिस्टम में नकदी की तंगी, आरबीआई ने भरी 30,750 करोड़ की कमी1 नवंबर से जीएसटी पंजीकरण होगा आसान, तीन दिन में मिलेगी मंजूरीICAI जल्द जारी करेगा नेटवर्किंग दिशानिर्देश, एमडीपी पहल में नेतृत्व का वादाJio Platforms का मूल्यांकन 148 अरब डॉलर तक, शेयर बाजार में होगी सूचीबद्धताIKEA India पुणे में फैलाएगी पंख, 38 लाख रुपये मासिक किराये पर स्टोर

सबका घटा पर TCS के आला अफसरों का बढ़ा वेतन, CEO गोपीनाथन को मिला 29.16 करोड़ रुपये का पैकेज

Last Updated- June 07, 2023 | 10:08 PM IST
TCS

जिस समय देश की दो सबसे बड़ी आईटी सेवा प्रदाता कंपनियों के आला अफसरों के वेतन घटे हैं, उस समय टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) के शीर्ष अधिकारियों के वेतन में बढ़ोतरी हुई है।

देश की सबसे बड़ी आईटी सेवा कंपनी टीसीएस के मुख्य कार्या​धिकारी (CEO) और प्रबंध निदेशक (MD) के पद से हाल ही में इस्तीफा देने वाले राजेश गोपीनाथन को वित्त वर्ष 2023 में 13.17 फीसदी ज्यादा पारिश्रमिक मिला था। उन्हें कुल 29.16 करोड़ रुपये का पैकेज मिला। गोपीनाथन को बीते वित्त वर्ष में वेतन के रूप में 2.07 करोड़ रुपये, भत्ते तथा अन्य लाभ के तौर पर 2.43 करोड़ रुपये मिले थे। उन्हें कमीशन के तौर पर पूरे 25 करोड़ रुपये मिले।

इसी तरह TCS के मुख्य परिचालन अ​धिकारी (COO) एन गणपति सुब्रमणयम का वेतन-भत्ता भी पिछले वित्त वर्ष में 14 फीसदी बढ़कर 20.68 करोड़ रुपये रहा।

TCS की सालाना रिपोर्ट में नए सीईओ के कृ​त्तिवासन के पारिश्रमिक के बारे में ज्यादा नहीं बताया गया है। केवल इतना जिक्र है कि उनका मूल वेतन 10 लाख से 16 लाख रुपये महीना होगा। पारिश्रमिक के अन्य पहलुओं पर मनोनयन और पारिश्रमिक समिति निर्णय करेगी।

आला अधिकारियों के वेतन में कमी या बढ़ोतरी से औसत पारिश्रमिक से अनुपात में इजाफा भी पता चलता है। गोपीनाथन का पारिश्रमिक औसत वेतन अनुपात का 427 गुना था। टीसीएस के कर्मचारियों के औसत वेतन में पिछले वित्त वर्ष के दौरान 5.11 फीसदी का इजाफा हुआ है।

उधर इन्फोसिस के सीईओ सलिल पारेख का पारिश्रमिक वित्त वर्ष 2023 में 21 फीसदी घटकर 56.45 करोड़ रुपये ही रहा। वित्त वर्ष 2021-22 में उन्हें बतौर पारिश्रमिक 71 करोड़ रुपये मिले थे। पारेख के मेहनताने में मूल वेतन, सेवानिवृ​त्ति लाभ और तय वेतन शामिल है। इसके साथ ही उन्हें उस दौरान लागू शेयर इंसेंटिव की कीमत तथा वेरिएबल पे भी मिली। उनके वेतन में कमी इसलिए दिख रही है क्योंकि उस दौरान उन्होंने ऐच्छिक स्टॉक यूनिट (RSU) का कम लाभ उठाया।

Also read: TCS ने निवेशकों को किया मालामाल, बनी सबसे ज्यादा डिविडेंड देने वाली कंपनी

RSU एक तरह की इ​क्विटी होती है जो कर्मचारियों को दी जाती है। इन्फोसिस ने दो योजना के तहत RSU का आवंटन किया था। 2015 योजना के अंतर्गत कंपनी में बिताए गए समय के आधार पर शेयर दिए गए थे और 2019 योजना के तहत प्रदर्शन के आधार पर इनका आवंटन किया गया था।

विप्रो के सीईओ ​थिएरी डेलापोर्ट का मेहनताना भी वित्त वर्ष 2023 में मामूली कमी के साथ 1 करोड़ डॉलर रहा, जो वित्त वर्ष 2022 में 1.05 करोड़ डॉलर था। लेकिन कंपनी के चेयरमैन रिषद प्रेमजी के कुल पारिश्रमिक में करीब 50 फीसदी की कमी आई है।

नैस्डैक में सूचीबद्ध आईटी फर्म कॉ​ग्निजेंट के पूर्व सीईओ ब्रायन हम्फ्रीज का मेहनताना पिछले वित्त वर्ष में 9 फीसदी घटकर 1.79 करोड़ डॉलर रहा, जो वित्त वर्ष 2022 में 1.96 करोड़ डॉलर था।

Also read: Byju’s Loan Dispute: लोन नहीं चुकाने के मामले में अमेरिका की अदालत पहुंची बैजूस

वेतन में कटौती उस समय हुई है, जब आईटी सेवा उद्योग को मांग में कमी से जूझना पड़ रहा है। मोतीलाल ओसवाल के विश्लेषकों का कहना है, ‘सतर्कता के माहौल में लागत कम करने पर जोर दिया गया है, जिस कारण खर्च को सख्ती से जांचा जा रहा है और उसे मंजूरी भी देर से मिल रही है।’

First Published - June 7, 2023 | 9:29 PM IST

संबंधित पोस्ट