Sahara India Refund: भारत में लाखों निवेशकों ने सहारा इंडिया ग्रुप की विभिन्न योजनाओं में पैसे लगाए थे, जिनमें आकर्षक रिटर्न का वादा किया गया था। लेकिन समय के साथ सहारा ग्रुप पर कई विवाद और आरोप लगे, जिससे निवेशकों के पैसे फंस गए। अब तक कई निवेशकों को उनकी बचत वापस नहीं मिली।
हालांकि, अब निवेशकों के लिए राहत की खबर है। भारत सरकार ने सहारा रिफंड प्रक्रिया को पूरी तरह डिजिटल और पारदर्शी बनाया है। अब निवेशकों को ऑफिस या एजेंट के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। आप घर बैठे मोबाइल या कंप्यूटर के जरिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं और देख सकते हैं कि आपका पैसा कब और कैसे वापस मिलेगा। इसके लिए सरकार ने पोर्टल mocrefund.crcs.gov.in शुरू किया है।
पुरानी क्लेम को अपडेट करें यह पोर्टल उन निवेशकों के लिए है, जिनकी पुरानी क्लेम एप्लीकेशन में पेमेंट फेल्योर या डॉक्यूमेंट संबंधी खामियां बताई गई थीं। ऐसे निवेशक अब लॉगिन कर अपनी जानकारी अपडेट कर सकते हैं और क्लेम प्रक्रिया को दोबारा शुरू कर सकते हैं। नए निवेशकों को अलग पोर्टल पर जाकर रजिस्ट्रेशन कराना होगा।
रिफंड की बढ़ी सीमा पहले अधिकतम ₹10,000 तक ही रिफंड मिलता था, लेकिन अब सरकार ने इसे बढ़ाकर ₹50,000 कर दिया है। इससे छोटे निवेशकों को भी फायदा मिलेगा। रिफंड के लिए अंतिम तिथि 31 दिसंबर 2025 रखी गई है। आवेदन के लिए आधार, पैन और बैंक खाता आवश्यक हैं। ध्यान दें कि आपके दस्तावेज और सहारा रसीद का नाम एक जैसा होना चाहिए।
रिफंड स्टेटस ऐसे चेक करें
पोर्टल mocrefund.crcs.gov.in पर जाएं।
“Depositor Login” पर क्लिक करें।
आधार नंबर या सहारा रसीद नंबर डालें।
मोबाइल नंबर दर्ज कर ओटीपी से लॉगिन करें।
स्क्रीन पर आपका रिफंड स्टेटस दिख जाएगा।
अगर जानकारी में कोई गलती है, तो पोर्टल पर फॉर्म अपडेट करने और भुगतान का तरीका (बैंक ट्रांसफर/NEFT) ऑनलाइन देखने का विकल्प मौजूद है।