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भारत की बड़ी FMCG कंपनी हिंदुस्तान यूनिलीवर (HUL) को वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए देश के कर अधिकारियों से लगभग ₹1,987 करोड़ (226 मिलियन डॉलर) का टैक्स नोटिस मिला है। कंपनी ने बताया कि इस नोटिस में कुछ संबंधित पक्षों से लेन-देन के मूल्यांकन और डिप्रीशिएशन दावों को लेकर सवाल उठाए गए हैं, लेकिन इसके और विवरण साझा नहीं किए गए।
कंपनी ने कहा कि इस नोटिस का उसके वित्तीय परिणामों या संचालन पर कोई महत्वपूर्ण असर नहीं पड़ेगा और वह इस टैक्स मांग के खिलाफ अपील करेगी। HUL के मुताबिक, “कर प्राधिकरण ने संबंधित पक्षों को किए गए भुगतान की अनुमति नहीं दी या उनके मूल्यांकन पर सवाल उठाए, साथ ही डिप्रीशिएशन में कर लाभ को भी चुनौती दी।”
हाल ही में HUL ने Q2 के वित्तीय नतीजों की रिपोर्ट जारी की थी। कंपनी की कुल शुद्ध लाभ 3.8% बढ़कर ₹2,694 करोड़ हुआ। इसी दौरान सेल्स में 2.1% की बढ़ोतरी देखी गई, जबकि वॉल्यूम ग्रोथ में कोई खास बढ़ोतरी नहीं हुई, जो GST बदलाव और लंबी मानसून की वजह से हुई।
कंपनी का कुल रेवेन्यू जुलाई-सितंबर तिमाही में बढ़कर ₹16,034 करोड़ हुआ, जबकि एक साल पहले यह ₹15,703 करोड़ था। इस दौरान EBITDA मार्जिन 23.2% रहा, जो पिछले साल की तुलना में 90 बेसिस प्वाइंट कम था।
HUL की कर और अपवादात्मक मदों से पहले की लाभ 4.8% गिरकर ₹3,386 करोड़ रही, जबकि एक साल पहले यह ₹3,558 करोड़ थी।
कंपनी ने BSE में यह भी बताया कि वह टैक्स नोटिस के खिलाफ नियमानुसार अपील दाखिल करेगी।