देश की शीर्ष सूचीबद्घ कंपनियों ने चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में अब तक का सबसे ज्यादा तिमाही मुनाफा कमाया है। सितंबर तिमाही में इन कंपनियों का मुनाफा एक साल पहले की समान अवधि से 46.4 फीसदी बढ़कर 2.39 लाख करोड़ रुपये रहा। बैंकों, गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों और बीमा, तेल एवं गैस तथा धातु एवं खनन क्षेत्र की कंपनियों के मुनाफे में उछाल की वजह से एकीकृत लाभ बढ़ा है।
इन चक्रीय क्षेत्रों की कंपनियों का समेकित शुद्घ लाभ सालाना अधार पर 87 फीसदी बढ़कर 1.53 लाख करोड़ रुपये रहा, जो एक साल पहले 82,000 करोड़ रुपये था। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में इन क्षेत्रों की कंपनियों का कुल मुनाफा 1.08 लाख करोड़ रुपये था। सितंबर तिमाही में कंपनियों की कुल मुनाफा वृद्घि में इन क्षेत्र की कंपनियों का योगदान 94 फीसदी रहा।
दूसरी ओर उद्योग जगत की बाकी कंपनियों का समेकित मुनाफा सितंबर तिमाही में केवल 5.3 फीसदी बढ़कर 85,300 करोड़ रुपये रहा, जो वित्त वर्ष 2021 की तीसरी तिमाही के सर्वकालिक उच्च स्तर से करीब 10 फीसदी कम है।
करीब एक दशक में पहली बार शीर्ष तीन मुनाफे वाली कंपनियों में जिंस और ऊर्जा उत्पादक क्षेत्र की कंपनियां हैं। ओएनजीसी इस सूची में शीर्ष पर है और उसका शुद्घ मुनाफा पिछले साल की समान अवधि से 565 फीसदी बढ़कर 18,348 करोड़ रुपये रहा। दूसरी तिमाही में कंपनियों के कुल मुनाफा वृद्घि में इसका योगदान 21 फीसदी रहा। इसके बाद रिलायंस इंडस्ट्रीज का शुद्घ मुनाफा 43 फीसदी बढ़कर 13,680 करोड़ रुपये और टाटा स्टील का मुनाफा 661 फीसदी बढ़कर 11,918 करोड़ रुपये रहा।
चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में ज्यादा मुनाफा कमाने वाली कंपनियों में जेएसडब्ल्यू स्टील (350 फीसदी वृद्घि), भारतीय स्टेट बैंक (69 फीसदी वृद्घि), सेल (994 फीसदी वृद्घि), वेदांत (451 फीसदी वृद्घि) और जिंदल स्टील (209 फीसदी वृद्घि) प्रमुख हैं। जिन बड़ी कंपनियों का मुनाफा ज्यादा घटा है या नुकसान बढ़ा है, उनमें टाटा मोटर्स, ल्यूपिन, इंटरग्लोब एविएशन, अदाणी पावर, मारुति सुजूकी और हीरो मोटोकॉर्प प्रमुख हैं।
दूसरी तिमाही में तीन सबसे मुनाफे वाले क्षेत्रों में बीएफएसआई हैं, जिनका समेकित शुद्घ मुनाफा 64,250 करोड़ रुपये, तेल एवं गैस का 46,750 करोड़ रुपये और धातु एवं खनन क्षेत्र का मुनाफा 41,390 करोड़ रुपये रहा।
चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में बिजनेस स्टैंडर्ड के नमूने में शामिल 2,616 कंपनियों का करीब दो-तिहाई मुनाफा 603 कंपनियों की वजह से हुआ, जो इन्हीं तीन चक्रीय क्षेत्रों की कंपनियां हैं। बीएफएसआई को छोड़कर अधिकांश क्षेत्रों की कंपनियों की आय भी दो अंक में बढ़ी है। अब तक 2,616 कंपनियों ने जुलाई-सितंबर तिमाही के नतीजे जारी किए हैं।
