रियल एस्टेट

रियल्टी का नया ठिकाना: टावर्स, टनल और ट्रांजिट दे रहे हैं मुंबई के फ्यूचर को आकार

एक्सपर्ट उरण, उलवे, पनवेल (नवी मुंबई), वर्सोवा, विक्रोली, अंधेरी वेस्ट–गोराई बेल्ट, पालघर क्षेत्र और भिवंडी में नए माइक्रो-मार्केट्स की ओर इशारा कर रहे हैं

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प्राची पिसल   
Last Updated- October 08, 2025 | 10:39 AM IST

Mumbai Realty: मुंबई परंपरागत रूप से कॉम​र्शियल ग्रोथ के लिए बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स (BKC), लोअर परेल, वर्ली और अंधेरी ईस्ट जैसे हब पर निर्भर रही है, जबकि रिहायशी मांग के लिए चेम्बुर, डोंबिवली और ठाणे प्रमुख हैं। अब बड़े पैमाने पर इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट नए माइक्रो-मार्केट्स को आकार दे रहे हैं, जो शहर के रियल एस्टेट के भविष्य को परिभाषित करेंगे।

एक्सपर्ट उरण, उलवे, पनवेल (नवी मुंबई), वर्सोवा, विक्रोली, अंधेरी वेस्ट–गोराई बेल्ट, पालघर क्षेत्र और भिवंडी में नए माइक्रो-मार्केट्स की ओर इशारा कर रहे हैं। कनेक्टिविटी परियोजनाएं जैसे मुंबई ट्रांस-हार्बर लिंक (MTHL), नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा (NMIA), विरार–अलीबाग मल्टीमोडल कॉरिडोर (VAMC), वर्सोवा–बांद्रा सी लिंक, ठाणे रिंग रोड, ठाणे–बोरिवली ट्विन टनल, कोस्टल रोड्स और मेट्रो नेटवर्क ने निवेशकों और होमबायर्स की रुचि बढ़ाई है।

बिरला एस्टेट्स के MD एंड CEO के.टी. जितेन्द्रन कहते हैं, “ठाणे और नवी मुंबई जैसे हाई-ग्रोथ कॉरिडोर अब स्वावलंबी रिहायशी और वाणिज्यिक जोन में बदल रहे हैं। बेहतर पहुंच और जीवन स्तर ने होमबायर्स और निवेशकों दोनों को आकर्षित किया है।”

रियल्टी एनालिटिक्स फर्म लियासेस फोरास के अनुसार, मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन (MMR) शीर्ष 60 शहरों में 25–26 प्रतिशत घरों की बिक्री का हिस्सा है। कंपनी के एमडी पंकज कपूर का कहना है, “पिछले दशक में ब्रिज और मेट्रो कनेक्टिविटी सहित इंफ्रास्ट्रक्चर सुधारों ने शहर में आवाजाही आसान की है। इससे MMR में बिक्री और आपूर्ति दोनों बढ़ी हैं।” वर्सोवा–गोराई बेल्ट में उट्टन–विरार सी लिंक और वर्सोवा–बांद्रा सी लिंक कनेक्टिविटी को बढ़ावा देंगे।

बेहतर इंफ्रा से रियल एस्टेट को मिलगा बूस्ट

रुस्तमजी ग्रुप के चेयरमैन और एमडी बोमन रुस्टम इरानी का मानना है कि इंफ्रास्ट्रक्चर नेतृत्व करता है और जिम्मेदार रियल एस्टेट इसके बाद आता है। उन्होंने कहा, “हमारी वर्सोवा, ठाणे और चेम्बुर जैसे माइक्रो-मार्केट्स में मौजूदगी सोच-समझकर प्लान किए गए कम्युनिटी प्रोजेक्ट्स को दर्शाती है।”

शापूरजी पल्लोनजी रियल एस्टेट के CEO और जॉयविल शापूरजी हाउसिंग के MD, श्रीराम महादेवन ने कहा, “आगामी प्रोजेक्ट जैसे विरार–अलीबाग मल्टीमोडल कॉरिडोर, कोस्टल रोड एक्सटेंशन, बुलेट ट्रेन और भविष्य की जलमार्ग कनेक्टिविटी विरार को MMR के व्यापक आर्थिक परिदृश्य में जोड़ देंगे।”

नाइट फ्रैंक इंडिया के सीनियर एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर गुलाम जिया ने कहा, “इंफ्रास्ट्रक्चर मुंबई के वेस्ट कोस्ट में मांग को बढ़ावा देता है। तटीय बीच जल्द ही साउथ मुंबई से जुड़ेंगे। रियल एस्टेट के लिए कनेक्टिविटी, नौकरियां और एंटरटेनमेंट जरूरी हैं। वेस्टर्न सबर्ब्स में ये तीनों मौजूद हैं।”

नवी मुंबई में उरण, उलवे, पनवेल और पेन के प्रोजेक्ट्स MTHL, NMIA, खरघर–उलवे कोस्टल रोड, MTHL–चिर्ले कनेक्टर, पनवेल–करजत सबअर्बन रेलवे और मेट्रो लाइन 12 (कल्याण, डोंबिवली, तुर्भे, तालोजा) से लाभान्वित हो रहे हैं।

इंफ्रास्ट्रक्चर कीमतों को देगा बढ़ावा

साविल्स इंडिया के रिसर्च और कंसल्टिंग एमडी अरविंद नंदन ने कहा, “आगामी इंफ्रास्ट्रक्चर कीमतों को बढ़ावा देगा। उलवे, पनवेल, ड्रोनागिरी और खरघर जैसे नोड्स में मजबूत मांग और मूल्यवृद्धि की संभावना है। प्रीमियम सेगमेंट जैसे खरघर, सीवुड्स और वाशी में ठीकठाक बढ़ोतरी जबकि तालोजा में आकर्षक रेंटल रिटर्न के साथ किफायती हाउसिंग है।” बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर, किफायती रिहायशी और वाणिज्यिक स्पेस, और बढ़ती एंड-यूज़र मांग डेवलपर्स को नवी मुंबई की ओर आकर्षित कर रही है।

गोदरेज प्रॉपर्टीज के जोनल CEO, अमितेश शाह ने कहा, “पनवेल और खालापुर में हमारे प्लॉटेड डिवेलपमेंट्स को MTHL और NMIA के कारण पूरे देश में लोगों का रिकॉर्ड रिस्पांस मिला।” 2025 के पहले छमाही में नवी मुंबई ने लगभग 21 प्रतिशत ऑफिस लीजिंग में हिस्सा लिया, जिसमें टेक्नोलॉजी फर्म, विशेष रूप से ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर डोमिनेट कर रहे हैं। यह डेटा सेंटर्स के लिए एक हब के रूप में उभर रहा है। कम रेंट के कारण, नवी मुंबई अन्य आईटी हब्स की तुलना में 50 प्रतिशत तक रेंटल आर्बिट्राज प्रदान करता है।

नवी मुंबई तेजी से बन रहा पसंदीदा गंतव्य

माइंडस्पेस रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट के MD और CEO, रमेश नायर ने कहा, “नवी मुंबई तेजी से व्यवसायों और टैलेंट के लिए पसंदीदा गंतव्य बन रहा है। इंफ्रास्ट्रक्चर, लागत लाभ, सामाजिक सुविधाएं और शहरी प्लानिंग इसे लंबी अव​धि के विकास के लिए आकर्षक बनाते हैं।” अन्य माइक्रो-मार्केट्स जैसे भिवंडी (समृद्धि एक्सप्रेसवे से प्रभावित) और पालघर (₹76,220 करोड़ वधवन पोर्ट प्रोजेक्ट से लाभान्वित) भी ध्यान आकर्षित कर रहे हैं।

वेलस्पन वन के MD, अंशुल सिंघल कहते हैं, “ठाणे और नवी मुंबई एयरपोर्ट इन्फ्लुएंस एरिया, जिसमें भिवंडी, पनवेल, जवाहरलाल नेहरू पोर्ट अथॉरिटी और आसपास के इंडस्ट्रियल कॉरिडोर शामिल हैं, MMR की सबसे रोमांचक ग्रोथ स्टोरीज में हैं। MTHL, NMIA, मेट्रो एक्सपैंशन और रोड वाइडनिंग जैसी इंफ्रास्ट्रक्चर पर निवेश से यहां तक लोगों की पहुंच बढ़ रही और आर्थिक ग​तिवि​धियां नया नया आकार दे रही हैं।”

उभरते माइक्रो-मार्केट्स में बड़ी वर्कफोर्स के लिए प्रतिस्पर्धात्मक दरें उपलब्ध हैं, जिससे वाणिज्यिक विकास अंधेरी और बांद्रा से बाहर बढ़ रहा है। सेकंड-होम गंतव्य जैसे अलीबाग, लोनावला और आम्बी वैली MTHL, VAMC और मुंबई–पुणे मिसिंग लिंक (MPML) के बेहतर कनेक्टिविटी के साथ बढ़ेंगे।

अलीबाग की कनेक्टिविटी से बढ़ेंगी संभावनाएं

जिया ने कहा, “अलीबाग के लिए कनेक्टिविटी MTHL और VAMC के माध्यम से सुधरेगी। MPML का पूरा होना लोनावला और आम्बी वैली की साउथ मुंबई से पहुंच बढ़ाएगा, जिससे बड़ी अपसाइड बनेगी।”

हिरानंदानी ग्रुप की चेयरपर्सन, निरंजन हिरानंदानी ने कहा, “मंडवा के लिए ऑपरेशनल रो-रो (रोल-ऑन, रोल-ऑफ) सर्विसेज, आगामी रो-रो टू रेवडांडा पोर्ट और VAMC गेम-चेंजर्स होंगे, जो अलीबाग की कनेक्टिविटी और रियल एस्टेट संभावनाओं को बढ़ाएंगे।”

इंडस्ट्री विशेषज्ञों का मानना है कि उभरते माइक्रो-मार्केट्स में प्रीमियम, मिड-इनकम और किफायती सेगमेंट में सप्लाई अलग-अलग है, जिसमें इंटीग्रेटेड टाउनशिप शामिल हैं। सार्वजनिक इंफ्रास्ट्रक्चर की अधूरी स्थिति, प्रोजेक्ट के डिले और इंफ्रास्ट्रक्चर टाइमलाइन के अनुसार प्रोजेक्ट पूरा करने की चुनौती बनी हुई है।

First Published : October 8, 2025 | 10:39 AM IST