प्रतीकात्मक तस्वीर
बीते कुछ वर्षों से बैंकिंग, वित्तीय सेवाएं और बीमा (BFSI) क्षेत्र ऑफिस स्पेस के मामले में तेजी से बढ़ रहा है। 2024 के दौरान इस क्षेत्र ने पिछला रिकॉर्ड तोड़ दिया है। पिछले कुछ वर्षों में BFSI क्षेत्र द्वारा लीज पर लिए गए ऑफिस स्पेस में ग्लोबल BFSI फर्मों की हिस्सेदारी सबसे अधिक दर्ज की गई।
संपत्ति सलाहकार फर्म जेएलएल इंडिया के मुताबिक BFSI ने 2022-2024 की तीन साल की अवधि में 310 लाख वर्ग फुट ऑफिस स्पेस लीज पर लिया, जो 2016-2021 की पिछली 6 साल की अवधि में लिए गए 290 लाख वर्ग फुट से भी अधिक है। 2024 भारत के वाणिज्यिक रियल एस्टेट में BFSI क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण वर्ष रहा। इस क्षेत्र ने 134.5 लाख वर्ग फुट ऑफिस स्पेस लीज पर लिया, जिसकी कुल लिए गए ऑफिस स्पेस में हिस्सेदारी 17.4 फीसदी रही।
जेएलएल के मुताबिक भारत में BFSI द्वारा लिए जाने वाले ऑफिस स्पेस में ग्लोबल BFSI की हिस्सेदारी सबसे अधिक 59 फीसदी है। जेएलएल इंडिया के मुख्य अर्थशास्त्री डॉ. सामंतक दास ने कहा कि ग्लोबल फर्म खास तौर पर Global Capability Centers (GCC) इस उछाल को आगे बढ़ा रही हैं। यह डेटा भारत के ऑफिस मार्केट परिदृश्य को नया आकार देने और देश के ग्लोबल वित्तीय सेवा केंद्र के रूप में उभरने में BFSI की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करता है।
दास ने कहा, “घरेलू फर्म भी पीछे नहीं रहीं, क्योंकि उन्होंने 2022-24 के बीच टॉप-7 सिटी में 127 लाख वर्ग फुट लीज पर लिया है।”
GCC सेट-अप, नए और मौजूदा में कर्मचारियों की संख्या का विस्तार, भारत में ग्लोबल फर्मों द्वारा लीजिंग गतिविधि में सबसे आगे रहे हैं। 2022 से GCC ने 674 लाख वर्ग फुट स्पेस लीज पर लिया है, जिसमें बीएफएसआई की हिस्सेदारी 20.7 फीसदी है। 2024 में GCC लीजिंग में BFSI की हिस्सेदारी बढ़कर 25.2 फीसदी हो गई, जिससे यह टेक के बाद दूसरा सबसे बड़ा घटक बन गया। जेएलएल इंडिया में ऑफिस लीजिंग और रिटेल सर्विसेज के प्रमुख राहुल अरोड़ा ने कहा कि हमारे विश्लेषण से पूरे भारत में बैंकिंग और वित्तीय सेवाओं के लिए रियल एस्टेट रणनीतियों में अद्वितीय रुझान का पता चलता है। 2022 से 2024 तक वैश्विक BFSI फर्मों ने बेंगलूरु और हैदराबाद जैसे तकनीकी केंद्रों में रियल एस्टेट लीजिंग का नेतृत्व किया और बाजार के 85 फीसदी तक हिस्से पर कब्जा कर लिया।
इस बीच, मुंबई घरेलू वित्तीय संस्थानों का गढ़ बना रहा, जिसने इस अवधि के दौरान शहर में BFSI लीजिंग का लगभग 75 फीसदी हिस्सा लिया। पुणे और चेन्नई जैसे बाजारों में भी वैश्विक BFSI फर्मों ने इस सेगमेंट द्वारा लीजिंग गतिविधि में 68-72 फीसदी हिस्सेदारी हासिल की, जबकि दिल्ली एनसीआर में इसी अवधि के लिए वैश्विक BFSI कंपनियों की 60 फीसदी हिस्सेदारी थी।
मुंबई: भारत की वित्तीय राजधानी के रूप में मुंबई प्रमुख BFSI केंद्र बना हुआ है। बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स (BKC), नरीमन पॉइंट और लोअर परेल जैसे प्रमुख क्षेत्र प्रमुख बैंकों, वित्तीय सेवा कंपनियों और कॉर्पोरेट मुख्यालयों को आकर्षित करना जारी रखते हैं।
दिल्ली एनसीआर: इस क्षेत्र की रणनीतिक स्थिति और बुनियादी ढांचे ने इसे वित्त-आधारित स्टार्टअप और स्थापित संगठनों के लिए एक पसंदीदा गंतव्य बना दिया है। कनॉट प्लेस, साइबर सिटी (गुरुग्राम) और नोएडा एक्सप्रेसवे वित्तीय जिलों के रूप में उभर रहे हैं।
बेंगलूरु: अपने प्रौद्योगिकी पारिस्थितिकी तंत्र के लिए जाना जाने वाला बेंगलूरु वित्तीय संस्थानों और फिनटेक स्टार्टअप को आकर्षित कर रहा है। सेंट्रल बिजनेस डिस्ट्रिक्ट, आउटर रिंग रोड और व्हाइटफील्ड BFSI क्षेत्र के विकास के लिए प्रमुख क्षेत्र हैं।
हैदराबाद: अपने मजबूत प्रौद्योगिकी और फार्मास्युटिकल उद्योगों के साथ यह वित्तीय संस्थानों से महत्वपूर्ण निवेश देख रहा है। HITEC सिटी और फाइनेंशियल डिस्ट्रिक्ट (गाचीबोवली) BFSI व्यवसायों के लिए केंद्र बिंदु हैं।
चेन्नई: दक्षिण भारत में एक महत्वपूर्ण BFSI केंद्र के रूप में उभर रहा चेन्नई का विकास इसके ऑटोमोटिव, विनिर्माण और आईटी क्षेत्रों द्वारा संचालित है। अन्ना सलाई (Anna Salai) और ओल्ड महाबलीपुरम रोड (ओएमआर) बीएफएसआई कंपनियों के लिए प्रमुख स्थान हैं।
पुणे: इस शहर की ताकत इसकी प्रतिभा पूल उपलब्धता में निहित है और इसने हाल के दिनों में एक प्रमुख BFSI केंद्र के रूप में मजबूत प्रदर्शन किया है। यह शहर विशेष रूप से वैश्विक खिलाड़ियों द्वारा पसंद किया जा रहा है। BFSI खिलाड़ियों के लिए प्रमुख नोड खराडी, कल्याणी नगर, विमान नगर और यरवदा हैं।
जेएलएल का कहना है कि यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) जैसी सरकारी पहल डिजिटल परिवर्तन को आगे बढ़ाने में सहायक रही है, जिससे लाखों लोग औपचारिक बैंकिंग प्रणाली से जुड़ गए हैं। AI, ब्लॉकचेन और क्लाउड कंप्यूटिंग जैसी उभरती हुई तकनीकें इस क्षेत्र के विकास को और तेज कर रही हैं। जिससे विशेष कौशल और परिष्कृत, तकनीक-सक्षम ऑफिस स्पेस की मांग पैदा हो रही है। भारत में फिनटेक बाजार, जिसका मूल्य 2022 में 584 अरब डॉलर डॉलर था, 2025 तक यह तेजी से बढ़कर 1.5 ट्रिलियन डॉलर डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है, जो इस क्षेत्र के बहुत तेजी से विकास को दर्शाता है।
जैसे-जैसे यह क्षेत्र विकसित हो रहा है, नवाचार का समर्थन करने और शीर्ष प्रतिभाओं को आकर्षित करने में सक्षम परिष्कृत, तकनीक-सक्षम ऑफिस स्पेस की मांग बढ़ती जा रही है। पिछले दशक में भारत के ऑफिस लीजिंग परिदृश्य में BFSI फर्मों की बढ़ती हिस्सेदारी के लिए एक मजबूत मामला है।