वैश्विक स्तर पर व्यापक आर्थिक चुनौतियों, प्रौद्योगिकी क्षेत्र में छंटनी और खर्च उठाने की क्षमता के दबाव के बावजूद देश का आवास बाजार इस त्योहारी सीजन (दशहरे से दीवाली तक की अवधि) में दमदार बना हुआ है। इस अवधि में डेवलपरों ने बड़े शहरों में मकानों की बिक्री में सालाना आधार पर 10 से 25 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की है। साल 2025 के पहले नौ महीने के दौरान सात प्रमुख शहरों में मकानों की कुल बिक्री में सालाना आधार पर 20 प्रतिशत की गिरावट के बाद ऐसा हुआ है।
डेवलपर इस तेजी का श्रेय नीतिगत स्थिरता, बुनियादी ढांचे में सुधार तथा प्रीमियम और रेडी-टू-मूव-इन मकानों के लिए बढ़ती पसंद को देते हैं। एनारॉक रिसर्च के अनुसार साल 2024 की त्योहारी तिमाही (अक्टूबर से दिसंबर) के दौरान सात प्रमुख शहरों में करीब 1,02,000 मकान बेचे गए थे। एनारॉक समूह के चेयरपर्सन अनुज पुरी ने कहा, ‘हमें इस साल भी ऐसी ही बिक्री की उम्मीद है।’
महानगरों में त्योहारी सीजन की बिक्री मिड-प्रीमियम और लक्जरी श्रेणी के बल पर हुई क्योंकि खरीदार बड़े मकान, बेहतर सुविधाएं और जाने-माने डेवलपर चाहते थे। अजमेरा समूह के निदेशक (कॉरपोरेट मामले) धवल अजमेरा ने कहा कि कंपनी को उम्मीद है कि इस साल त्योहारी मांग 8 से 10 प्रतिशत बढ़ेगी।
उन्होंने कहा, ‘और ज्यादा ग्राहक प्रीमियम प्रॉपर्टीज में जा रहे हैं। मिड-लक्जरी श्रेणी में 2 बीएचके और 3 बीएचके मकानों में सबसे ज्यादा मांग देखी जा रही है जो खास तौर पर 2 करोड़ रुपये से 5 करोड़ रुपये के बीच की कीमत वाले हैं।’
अजमेरा ने कहा कि आधुनिक सुविधाएं और कनेक्टिविटी निर्णायक कारक बन चुके हैं। उन्होंने कहा, ‘हम उन जाने-माने बिल्डरों के रेडी-टू-मूव-इन मकानों और परियोजनाओं की लगातार मांग देख रहे हैं, जो गुणवत्ता के साथ-साथ समय पर चाबी दे रहे हैं। बड़े आकार और विविधता वाले फ्लैट तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं।’
देश के सबसे बड़े आवास बाजार मुंबई में त्योहारी अवधि के दौरान गतिविधियां बढ़ गईं। वेलोर एस्टेट के वाइस-चेयरपर्सन और प्रबंध निदेशक शाहिद बलवा ने कहा कि नवरात्र-गणेश चतुर्थी के दौरान प्रॉपर्टी पंजीकरण बढ़कर 10,630 तक पहुंच गया जो एक साल पहले के 8,604 की तुलना में 23 प्रतिशत ज्यादा है।
बलवा ने इस रुख का श्रेय सांस्कृतिक मनोबल, डेवलपरों की आकर्षक योजनओं और मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक, नवी मुंबई इंटरनैशनल एयरपोर्ट तथा मेट्रो विस्तार जैसी बड़ी बुनियादी ढांचागत परियोजनाओं को दिया। उन्होंने कहा, ‘स्थिर ऋण दर और वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) दर में राहत ने खरीदारी को बढ़ावा दिया है, जबकि रियल एस्टेट जैसी भौतिक परिसंपित्तयां निवेशकों को लगातार आकर्षित कर रही हैं।’
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में सिग्नेचर ग्लोबल के चेयरपर्सन प्रदीप अग्रवाल ने इस त्योहारी तिमाही को हाल के सालों में सबसे सकारात्मक तिमाहियों में से एक बताया। उन्होंने कहा, ‘मिड और प्रीमियम श्रेणियों में दमदार रफ्तार है। जीएसटी सुधार और रीपो दर में कटौती से लागत में सुधार हुआ है तथा खर्च उठाने की क्षमता बेहतर हुई है। रीपो दर 5.5 प्रतिशत के स्तर पर स्थिर रहने से खरीदारों का मनोबल उत्साहजनक बना हुआ है।’
व्हाइटलैंड कॉर्पोरेशन के निदेशक (रणनीति) सुदीप भट्ट ने कहा कि बड़े शहरों में बुकिंग में 10 से 15 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।