प्रतिबंधों से संबंधित आपूर्ति जोखिम और अमेरिका-चीन व्यापार समझौते की उम्मीद से बुधवार को तेल की कीमतों में दूसरे दिन 1 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई जबकि निवेशकों ने अमेरिका द्वारा अपने रणनीतिक भंडारों के लिए तेल की आपूर्ति की मांग की खबर को भी आत्मसात कर लिया।
ब्रेंट क्रूड वायदा 4 बजे तक (जीएमटी) तक 94 सेंट यानी 1.5 फीसदी बढ़कर 62.26 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया जबकि यूएस वेस्ट टेक्सस इंटरमीडिएट क्रूड वायदा 92 सेंट यानी 1.6 फीसदी बढ़कर 58.16 डॉलर हो गया।
सोमवार को तेल की कीमतें 5 महीने के निचले स्तर से उछल गई हैं क्योंकि उत्पादकों ने आपूर्ति बढ़ा दी है जबकि व्यापार तनाव के कारण मांग कम हो गई है। आपूर्ति संबंधी जोखिम रातोंरात आई इस खबर से पैदा हुआ कि अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति ब्लादीमिर पुतिन के बीच शिखर सम्मेलन स्थगित कर दिया गया है। साथ ही एशियाई देशों पर रूसी तेल की खरीद पर पश्चिमी दबाव के कारण व्यवधान की आशंका भी बढ़ गई है।
ऊर्जा बाजार परामर्श फर्म एक्सएनालिस्ट्स के संस्थापक और सीईओ मुकेश सहदेव ने कहा, तेल आपूर्ति की अधिकता और कमजोर मांग के कारण समग्र मंदी की भावना के बावजूद रूस, वेनेजुएला, कोलंबिया और पश्चिम एशिया जैसे हॉटस्पॉट में आपूर्ति बाधित होने का जोखिम बना हुआ है और इससे तेल की कीमत 60 डॉलर से नीचे नहीं रहेगी। निवेशकों की नजर अमेरिका और प्रमुख तेल उत्पादक देश वेनेज़ुएला के बीच तनाव पर भी रही। संयुक्त राष्ट्र के स्वतंत्र विशेषज्ञों के एक समूह ने मंगलवार को कहा कि अंतरराष्ट्रीय जलक्षेत्र में वेनेज़ुएला पर अमेरिकी हमला ठीक नहीं है और न्यायिक हत्याओं के समान हैं।
हाल के महीनों में अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने वेनेजुएला से उत्पन्न नार्कोटेररिस्ट खतरे के खिलाफ अभियान के तहत कैरिबियन में कम से कम छह जहाजों पर हमले का आदेश दिया है, जिन पर अमेरिका को नशीले पदार्थों के परिवहन का संदेह था।
निवेशक अमेरिका-चीन व्यापार वार्ता की प्रगति पर भी बारीकी से नजर रख रहे हैं क्योंकि दोनों देशों के अधिकारी इस सप्ताह मलेशिया में मिलने वाले हैं।
ट्रंप ने सोमवार को कहा था कि उन्हें उम्मीद है कि चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग एक निष्पक्ष व्यापार समझौता हो जाएगा, जिनसे उनकी अगले हफ्ते दक्षिण कोरिया में मुलाकात की योजना है। ट्रंप की व्यापार वार्ता पर टिप्पणियों से बाजार को कुछ सहारा मिलने की संभावना है। आईएनजी कमोडिटी रणनीतिकारों ने बुधवार को कहा, ट्रंप-पुतिन शिखर सम्मेलन के रद्द होने से भी बाजार को और सहारा मिलने की संभावना है।
बाजार सूत्रों ने मंगलवार को अमेरिकी पेट्रोलियम संस्थान के आंकड़ों का हवाला देते हुए बताया कि पिछले हफ्ते अमेरिकी कच्चे तेल, गैसोलीन और डिस्टिलेट के भंडार में गिरावट आई। एएनजेड के शोध विश्लेषकों ने बुधवार को एक क्लाइंट नोट में कहा कि रणनीतिक भंडारों को फिर से भरने की अमेरिकी योजना से भी तेल को समर्थन मिला।
अमेरिकी ऊर्जा विभाग ने मंगलवार को कहा कि उसका लक्ष्य सामरिक पेट्रोलियम रिजर्व को आपूर्ति के लिए 10 लाख बैरल कच्चा तेल खरीदना है क्योंकि वह अपने भंडार को फिर से भरने के लिए अपेक्षाकृत कम तेल कीमतों का लाभ उठा ना चाहता है।