दिल्ली-एनसीआर में बिकाऊ घरों में से 34% से ज्यादा की कीमत 10 करोड़ रुपये या उससे ज्यादा है। eXP India के एनालिसिस के मुताबिक, जनवरी से सितंबर 2024 के बीच इस क्षेत्र में लग्जरी प्रॉपर्टी की बिक्री में 72% की बढ़ोतरी दर्ज की गई। इसके विपरीत, मुंबई में इसी अवधि के दौरान लग्जरी प्रॉपर्टी की बिक्री में केवल 18% की वृद्धि देखी गई। बता दें कि eXP India ग्लोबल रियल एस्टेट कंपनी eXP World Holdings की भारतीय यूनिट है।
eXP India के अनुसार, भारत के लग्जरी प्रॉपर्टी बाजार में तेजी से हो रही ग्रोथ का सबसे ज्यादा लाभ दिल्ली-एनसीआर को मिलने की संभावना है। भारत का रियल एस्टेट बाजार फिलहाल लग्जरी प्रॉपर्टी की बिक्री में तेजी देख रहा है। इसकी वजह है संपन्न खरीदारों की बदलती जीवनशैली पसंद, जो अधिक विशाल और उच्च गुणवत्ता वाले आवासीय स्थानों की तलाश में हैं। इस बढ़ती मांग को प्रवासी भारतीयों (NRI) के निवेश और इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास से भी मजबूती मिल रही है।
बढ़ती मांग को देखते हुए डेवलपर्स ने हाई-एंड रेजिडेंशियल प्रोजेक्ट्स में बड़ा निवेश किया है। उदाहरण के तौर पर, नई दिल्ली के पास DLF का 4 अरब डॉलर (लगभग ₹33,000 करोड़) का अल्ट्रा-लग्जरी प्रोजेक्ट पहले ही बड़ी संख्या में यूनिट्स बेच चुका है, जिनमें से प्रत्येक की कीमत 8 मिलियन डॉलर (करीब ₹66 करोड़) है।
रिपोर्ट के अनुसार, मुंबई में बाजार में उपलब्ध प्रॉपर्टी स्टॉक बेहद सीमित है, जहां सिर्फ 6% घरों की कीमत 10 करोड़ रुपये या उससे ज्यादा है। इसके बाद गुड़गांव में यह आंकड़ा 3% है। वहीं, हैदराबाद और बेंगलुरु भी टॉप 5 में शामिल हैं, जहां यह हिस्सेदारी 2% है। हालांकि लक्जरी प्रॉपर्टी की उपलब्धता सीमित है, लेकिन सर्जापुर रोड, देवनहल्ली, बेल्लारी रोड और पनथुर रोड जैसे क्षेत्र अब भी हाई-नेट-वर्थ इंडिविजुअल्स (HNIs) को आकर्षित कर रहे हैं। यह प्रवृत्ति बेंगलुरु को एक प्रमुख लग्जरी डेस्टिनेशन के रूप में स्थापित करती है, जबकि हैदराबाद भी भारत के लक्जरी रियल एस्टेट बाजार में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज करा रहा है।
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डिजिटल रियल एस्टेट ट्रांजैक्शन और एडवाइजरी प्लेटफॉर्म PropTiger.com की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर के हाउसिंग मार्केट में पिछले एक साल में प्रॉपर्टी की कीमतों में 49% की तेज बढ़ोतरी दर्ज की गई है, जो इसे देश में सबसे तेज मूल्य वृद्धि वाला क्षेत्र बना रही है। यह उछाल लक्जरी घरों की लगातार बनी मांग के चलते देखा गया है, भले ही निर्माण सामग्री और श्रम लागत में वृद्धि हुई हो।
रिपोर्ट के मुताबिक, भारत के प्रमुख शहरों में प्रॉपर्टी की कीमतों में वृद्धि देखी जा रही है, लेकिन दिल्ली-एनसीआर की कीमतों में बढ़ोतरी सबसे तेज रही है। गुड़गांव, ग्रेटर नोएडा और नोएडा जैसे क्षेत्रों में बिक्री में उल्लेखनीय बढ़ोतरी दर्ज की गई है, जबकि राष्ट्रीय स्तर पर हाउसिंग मार्केट में कुल बिक्री में गिरावट देखी गई है।
NSE में लिस्टेड रियल एस्टेट डेटा एनालिटिक्स फर्म PropEquity की रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर 2024 में भारत का सबसे बड़ा हाउसिंग मार्केट बन गया है, जिसने मुंबई और हैदराबाद को पीछे छोड़ दिया। इस वृद्धि के पीछे सबसे बड़ा कारण गुड़गांव में बिक्री मूल्य में 66% की बढ़ोतरी है। इसके चलते दिल्ली-एनसीआर का कुल हाउसिंग सेल्स वैल्यू ₹1 लाख करोड़ के आंकड़े को पार कर गया है।
रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली-एनसीआर का कुल बिक्री मूल्य 2024 में 63% बढ़कर ₹1.53 लाख करोड़ पहुंच गया। मुंबई का सेल्स वैल्यू 13% बढ़कर ₹1.38 लाख करोड़ रहा। हैदराबाद में बिक्री मूल्य 18% गिरकर ₹1.05 लाख करोड़ पर आ गया।
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2023 में दिल्ली-एनसीआर में बेचे गए घरों की कुल बिक्री मूल्य ₹94,143 करोड़ रही, जबकि मुंबई में यह ₹1.22 लाख करोड़ और हैदराबाद में ₹1.28 लाख करोड़ था। गुरुग्राम की कुल बिक्री मूल्य 2023 में ₹64,314 करोड़ थी, जो हैदराबाद की तुलना में लगभग आधी थी। हालांकि, 2024 में गुरुग्राम ने हैदराबाद को पीछे छोड़ दिया।
PropEquity के फाउंडर और सीईओ समीर जसूजा ने कहा, “गुरुग्राम ने अकेले ₹1 लाख करोड़ से अधिक की बिक्री दर्ज की, जो दिल्ली-एनसीआर के कुल बिक्री मूल्य का 66% से अधिक है। इससे यह क्षेत्र देश का टॉप-सेलिंग हाउसिंग मार्केट बन गया। दरअसल, गुरुग्राम की बिक्री मूल्य मुंबई के बाद दूसरे स्थान पर है।”
उन्होंने आगे कहा कि गाजियाबाद, ग्रेटर नोएडा, फरीदाबाद और नई दिल्ली में भी 2024 में बिक्री मूल्य में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, हालांकि नोएडा में मामूली गिरावट दर्ज की गई।