दुनिया भर की करीब एक दर्जन वित्तीय कंपनियों ने शापूरजी पलोनजी समूह के 3.3 अरब डॉलर (करीब 28,600 करोड़ रुपये) के ऋण जुटाने के प्रयास में हिस्सा लेने की इच्छा जताई है, जो रियल एस्टेट और निर्माण क्षेत्र की इस दिग्गज कंपनी की वित्तीय रणनीति के प्रति निवेशकों की रुचि को दर्शाता है।
लेनदेन से जुड़े एक बैंकर ने बताया कि निजी ऋण (जो भारत का सबसे बड़ा ऋण है) प्रमोटर इकाई इवेंजेलस वेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा जुटाया जा रहा है तथा इससे मिलने वाली रकम का उपयोग समूह की रियल एस्टेट और बुनियादी ढांचा कंपनियों के ऋण चुकाने में किया जाएगा। समूह अगले सप्ताह की शुरुआत में ही इस सौदे को पूरा करने और बॉन्ड को स्टॉक एक्सचेंजों में सूचीबद्ध करने का लक्ष्य लेकर चल रहा है। 3.5 साल की अवधि वाले बॉन्ड को टाटा समूह की गैर-सूचीबद्ध होल्डिंग कंपनी टाटा संस में एसपी समूह की हिस्सेदारी से समर्थन मिल सकता है।
अंतिम नियम और शर्तों पर अभी भी हालांकि बातचीत चल रही है, लेकिन बैंकरों ने कहा कि बॉन्डधारकों को सकल ब्याज मिलेगा। सकल ब्याज से तात्पर्य उस ब्याज राशि से है जिसे स्रोत पर काटे जाने वाले करों के लिए समायोजित किया गया है। इसलिए बॉन्ड पर प्रभावी ब्याज दर समूह के लिए ज्यादा होगी।
ऋण की व्यवस्था डॉयचे बैंक द्वारा की जा रही है। इस बारे में जानकारी के लिए 13 मार्च को एसपी समूह को भेजे गए ईमेल का कोई जवाब नहीं मिला। डॉयचे बैंक ने भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
ब्लूमबर्ग के अनुसार,ऐरस मैनेजमेंट कॉर्प, सर्बेरस कैपिटल मैनेजमेंट एलपी, डेविडसन केम्पनर कैपिटल मैनेजमेंट और फर्लोन कैपिटल मैनेजमेंट जैसे निवेशक इस दौड़ में सबसे आगे हैं। ऐरस, सेर्बेरस और फर्लोन ने इस बारे में जानकारी के लिए ब्लूमबर्ग द्वारा भेजे गए ईमेल का जवाब नहीं दिया। जबकि डेविडसन केम्पनर ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
एसपी समूह भारत के सबसे पुराने कारोबारी घरानों में से एक है और इसे भारतीय रिजर्व बैंक सहित देश की कुछ प्रतिष्ठित इमारतों के निर्माण का श्रेय दिया जाता है। रेटिंग एजेंसी केयर के अनुसार, जून 2023 में एसपी समूह के प्रवर्तकों ने साइरस इन्वेस्टमेंट्स के माध्यम से 14,300 करोड़ रुपये जुटाए थे, जिसकी टाटा संस में 9.2 फीसदी हिस्सेदारी है। आय का इस्तेमाल प्रवर्तक के स्तर पर उठाए गए मौजूदा उधारी के लिए नई उधारी के तौर पर करने और समूह संस्थाओं में परिपक्व होने वाले कर्ज के बदले नए कर्ज के लिए किया गया था।
रेटिंग फर्म ने कहा कि प्रबंधन ने स्पष्ट किया कि समूह एसआईसीपीएल शेयरधारिता के माध्यम से धन जुटाने के अग्रणी चरण में है, जिसकी टाटा संस में भी 9.2 फीसदी हिस्सेदारी है। स्टर्लिंग इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन प्राइवेट लिमिटेड या एसआईपीसीएल एसपी समूह का निवेश मध्याम है।
(साथ में जेडन मैथ्यू पॉल)