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Q4FY24 Results: नेट मुनाफे में बैंक-बीमा फर्मों का दबदबा, कंपनियों की आय में भी जबरदस्त इजाफा

BFSI सेक्टर का दमदार प्रदर्शन मुख्य रूप से बैंकिंग क्षेत्र में मजबूत उधारी वृद्धि, उच्च शुल्क आय और बेहतर परिसंप​त्ति गुणवत्ता के कारण दिखा है।

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राम प्रसाद साहू   
कृष्ण कांत   
Last Updated- April 28, 2024 | 9:32 PM IST

Q4FY24 Results: अभी तक वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च) के नतीजे जारी करने वाली कंपनियों की आय बीती चार तिमाही में सबसे ज्यादा बढ़ी है। बीते शनिवार तक 178 कंपनियों (सहायक इकाइयों को छोड़कर) ने अपने वित्तीय नतीजों की घोषणा की हैं और इनकी बिक्री वित्त वर्ष 2023 की चौथी तिमाही की तुलना में 13.2 फीसदी बढ़ी है जिससे उनकी कुल आय 9.1 लाख करोड़ रुपये रही। इन कंपनियों की अन्य आय को भी शामिल कर लें तो कुल आय में 16 फीसदी का इजाफा हुआ है जो पिछली चार तिमाहियों में सर्वाधिक है।

इसी तरह वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही में इन कंपनियों की कमाई 12.7 फीसदी बढ़ी है। ​वित्त वर्ष 2023 की चौथी तिमाही की तुलना में वित्त वर्ष 2024 की जनवरी-मार्च तिमाही में कंपनियों का मुनाफा 310 आधार अंक बढ़ा जबकि दिसंबर 2024 तीसरी तिमाही के मुकाबले इसमें 110 आधार अंक का इजाफा हुआ है। मुनाफा वृद्धि में करीब 70 फीसदी हिस्सेदारी बीएफएसआई क्षेत्रों के दम पर हुई है।

अभी तक जिन कंपनियों ने अपने नतीजे जारी किए हैं उनमें करीब एक-तिहाई हिस्सेदारी सॉफ्टवेयर तथा बैंकिंग एवं वित्तीय क्षेत्र की फर्मों का है। दिसंबर तिमाही की तरह ही आय और शुद्ध मुनाफे के मामले में वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही में भी बैंकिंग, वित्तीय सेवाएं और बीमा (बीएफएसआई) क्षेत्र की कंपनियों का दबदबा रहा।

बीएफएसआई क्षेत्र की सकल ब्याज आय सालाना आधार पर 30.3 फीसदी बढ़कर 2.36 लाख करोड़ रुपये रही जबकि इस क्षेत्र की कंपनियों का मुनाफा भी 22.4 फीसदी बढ़ा है जो चार तिमाही में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी है। बीएफएसआई क्षेत्र के मुनाफा वृद्धि में सबसे ज्यादा योगदान ऐ​क्सिस बैंक का रहा।

बीएफएसआई क्षेत्र का दमदार प्रदर्शन मुख्य रूप से बैंकिंग क्षेत्र में मजबूत उधारी वृद्धि, उच्च शुल्क आय और बेहतर परिसंप​त्ति गुणवत्ता के कारण दिखा है। मगर ऊंची जमा दरों के कारण मार्जिन पर दबाव बना हुआ है।

अगर इस नमूने से बीएफएसआई क्षेत्र की फर्मों को निकाल दें तो बाकी कंपनियों की कुल आय वृद्धि घटकर 8.2 फीसदी रह गई है और मुनाफे में भी केवल 6.4 फीसदी इजाफा हुआ है, जो तीन तिमाही में सबसे कम है।

तेल एवं गैस क्षेत्र की आय में 10.1 फीसदी का इजाफा हुआ है जो 178 कंपनियों की कुल आय वृद्धि से कम है। इसी तरह इन क्षेत्र की कंपनियों का शुद्ध मुनाफा सालाना आधार पर 3.1 फीसदी घटा है। ऊंचे कर देनदारी की वजह से रिलायंस इंडस्ट्रीज के संचयी शुद्ध मुनाफे में 1.8 फीसदी की कमी आने के कारण तेल-गैस क्षेत्र का मुनाफा घटा है।

आईटी, गैर-बीएफएसआई, गैर-तेल एवं गैस क्षेत्र की कंपनियों के कमजोर प्रदर्शन से भी नमूने में शामिल कंपनियों की कुल आय वृद्धि में कमी आई है। 14 आईटी कंपनियों ने अभी तक नतीजे जारी किए हैं और उनकी आय तकरीबन सपाट रही है।

चुनिंदा क्षेत्रों को छोड़ दिया जाए तो विनिर्माण क्षेत्र की कंपनियों ने भी संघर्ष किया है। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के प्रमुख (खुदरा अनुसंधान) दीपक जसानी ने गैर-बीएफएसआई और आईटी क्षेत्र की कंपनियों के प्रदर्शन के बारे में कहा कि रियल एस्टेट एवं होटल क्षेत्र की कंपनियों ने दमदार बिक्री और मुनाफा वृद्धि दर्ज की हैं। उन्होंने कहा कि यही स्थिति वाहन कंपनियों के मामले में भी है।

इंडियन होटल्स ने शुद्ध मुनाफे में 27 फीसदी की वृद्धि दर्ज की जबकि बजाज ऑटो के शुद्ध लाभ में 18 फीसदी और मारुति सुजूकी के शुद्ध मुनाफे में 48.7 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई। जसानी ने कहा कि आय के मोर्चे पर कुछ धातु कंपनियों का प्रदर्शन कमजोर रहा।

First Published : April 28, 2024 | 9:31 PM IST