वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही में विप्रो का शुद्ध लाभ एक साल पहले के मुकाबले 10.9 फीसदी बढ़कर 3,330 करोड़ रुपये रहा। तिमाही आधार पर कंपनी के मुनाफे में 6.7 फीसदी की गिरावट आई। पहली तिमाही में राजस्व 22,134.6 करोड़ रुपये रहा, जो सालाना आधार पर 0.77 फीसदी तक की मामूली वृद्धि है। वहीं, तिमाही आधार पर राजस्व में 1.6 फीसदी की कमजोरी आई।
कंपनी का पहली तिमाही का प्रदर्शन ब्लूमबर्ग के अनुमानों की तुलना में थोड़ा बेहतर रहा। ब्लूमबर्ग ने राजस्व 22,078.3 करोड़ रुपये और शुद्ध लाभ 3,249.4 करोड़ रुपये रहने का अनुमान जताया था। आईटी सेवा सेगमेंट का राजस्व 258.74 करोड़ डॉलर रहा, जो तिमाही आधार पर 0.3 फीसदी और सालाना आधार पर 1.5 फीसदी की गिरावट है।
स्थिर मुद्रा (सीसी) आधार पर, आईटी सेवा खंड का राजस्व पिछले साल के मुकाबले 2.3 फीसदी और तिमाही आधार पर 2 फीसदी घट गया। ये आंकड़े अप्रैल में दिए गए उसके मार्गदर्शन के मध्य-दायरे में आए हैं। हालांकि कंपनी ने सौदों की मजबूत बुकिंग दर्ज की और 30 जून को समाप्त तिमाही के लिए यह आंकड़ा करीब 5 अरब डॉलर रहा। पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले यह आंकड़ा करीब दोगुना है।
वित्त वर्ष 2026 की अप्रैल-जून तिमाही में देश के निजी क्षेत्र के तीसरे सबसे बड़े ऋणदाता ऐक्सिस बैंक का शुद्ध लाभ सालाना आधार पर 4 फीसदी घटकर 5,806 करोड़ रुपये रह गया। तिमाही के दौरान कर्ज चूक में इजाफा होने से बैंक के मुनाफे पर दबाव पड़ा। बैंक ने अपने परिसंपत्ति वर्गीकरण और आय पहचान नीतियों में बदलाव किया जिससे उसे अधिक चूक और ज्यादा प्रावधान संबंधित खर्च की स्थिति का सामना करना पड़ा।
बैंक ने एक बयान में कहा, ‘चूक वाले कर्ज की पहचान के लिए तकनीकी मानकों का इस्तेमाल किया गया। इससे वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही के लिए प्रावधान और आकस्मिक व्यय सहित परिसंपत्ति गुणवत्ता मानक प्रभावित हुए। तकनीकी प्रभाव काफी हद तक कैश क्रेडिट और ओवरड्राफ्ट साधनों तथा एकमुश्त निपटान खातों तक ही सीमित रहा।’ वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही में बैंक ने 8,200 करोड़ रुपये की नई चूक दर्ज कीं जो सालाना और तिमाही आधार पर 71 प्रतिशत की वृद्धि थी। परिणामस्वरूप, बैंक का ऋण हानि प्रावधान बढ़कर 3,900 करोड़ रुपये हो गया जो तिमाही आधार पर 2.85 गुना और सालाना आधार पर 1.52 गुना अधिक था।
वित्तीय सेवा कंपनी जियो फाइनैंशियल सर्विसेज लिमिटेड (जेएफएसएल) का एकीकृत शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में चार प्रतिशत बढ़कर 325 करोड़ रुपये रहा है। इससे पिछले वित्त वर्ष 2024-25 की इसी तिमाही में कंपनी को 313 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था। जेएफएसएल ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि जून, 2025 को समाप्त तिमाही में कंपनी की कुल आय बढ़कर 619 करोड़ रुपये हो गयी जो एक साल पहले इसी तिमाही में 418 करोड़ रुपये थी।
एलटीआईमाइंडट्री ने वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही में 1,254.6 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया जो पिछले वर्ष की तुलना में 10.5 प्रतिशत अधिक है। तिमाही आधार पर लाभ में 11.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। तिमाही के राजस्व में पिछले वर्ष की तुलना में 7.6 प्रतिशत का इजाफा हुआ और यह 9,840.6 करोड़ रुपये रहा। तिमाही आधार पर राजस्व में 0.7 प्रतिशत की मामूली वृद्धि रही।
कंपनी का प्रदर्शन शुद्ध लाभ के मोर्चे पर शानदार रहा। लेकिन राजस्व के लिहाज से अनुमान की तुलना में कमजोर रहा। ब्लूमबर्ग के अनुमान के अनुसार शुद्ध लाभ 1,194 करोड़ रुपये और राजस्व 9,855.4 करोड़ रुपये रहने की संभावना थी। बड़े प्रतिस्पर्धियों के मुकाबले कंपनी का प्रदर्शन काफी बेहतर रहा है।
कंपनी के मुख्य कार्याधिकारी और प्रबंध निदेशक वेणु लांबू ने कहा, ‘हमने वर्ष की शुरुआत मजबूत वृद्धि, मार्जिन में तेजी के साथ की थी और अपनी प्राथमिकताओं में काफी हद तक सफलता हासिल की थी। हमारे फिट4फ्यूचर कार्यक्रम, बिक्री में बदलाव के प्रयासों और एआई पर ध्यान केंद्रित किए जाने से हमें मदद मिली है और भविष्य के लिए विस्तार की क्षमता मजबूत हुई है।’
तिमाही के लिए कुल अनुबंध वैल्यू (टीसीवी) 1.6 अरब डॉलर रही जो सालाना आधार पर 15 प्रतिशत की वृद्धि है। इस तिमाही में वृद्धि का मुख्य वाहक उपभोक्ता व्यवसाय रहा जिसमें तिमाही आधार पर 6.2 प्रतिशत और सालाना आधार पर 5.7 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई। इसके बाद बीएफएसआई खंड का स्थान रहा जिसमें तिमाही आधार पर 1.6 प्रतिशत और सालाना आधार पर 10.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
साउथ इंडियन बैंक का मुनाफा चालू वित्त वर्ष (2025-26) की अप्रैल-जून तिमाही में 10 प्रतिशत बढ़कर 322 करोड़ रुपये हो गया। वित्त वर्ष 2024-25 की पहली (अप्रैल-जून) तिमाही में कंपनी का मुनाफा 294 करोड़ रुपये रहा था। साउथ इंडियन बैंक ने शेयर बाजार को दी सूचना में बताया कि 2025-26 की अप्रैल-जून तिमाही में उसकी कुल आय बढ़कर 2,984 करोड़ रुपये हो गई, जो 2024-25 की समान तिमाही में 2,736 करोड़ रुपये थी। बैंक द्वारा अर्जित ब्याज अप्रैल-जून तिमाही में सालाना आधार पर बढ़कर 2,362 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 2,314 करोड़ रुपये थी।
टाटा समूह की हॉस्पिटैलिटी इकाई और ताज होटल्स की मूल कंपनी इंडियन होटल्स कंपनी (आईएचसीएल) का एकीकृत शुद्ध लाभ जून तिमाही में 19 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 296 करोड़ रुपये रहा। हालांकि लाभ पर भूराजनीतिक तनाव का असर पड़ा। पिछले साल की इसी अवधि में कंपनी का शुद्ध लाभ 248 करोड़ रुपये रहा था। देश की सबसे बड़ी हॉस्पिटैलिटी कंपनी का परिचालन राजस्व सालाना आधार पर 32 फीसदी बढ़कर 2,041.8 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
वारी रिन्यू्एबल टेक्नॉलजीज लिमिटेड (डब्ल्यूआरटीएल) का एकीकृत शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में तीन गुना से अधिक होकर 86.39 करोड़ रुपये हो गया। पिछले वित्त वर्ष (2024-25) की समान तिमाही में कंपनी को 28.16 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था। कंपनी ने बयान में कहा कि समीक्षाधीन तिमाही में उसकी परिचालन आय बढ़कर 603.19 करोड़ रुपये हो गई, जो एक साल पहले समान अवधि में 236.35 करोड़ रुपये थी। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में ईपीसी अनुबंधों से कंपनी की आय 594.39 करोड़ रुपये रही।
एचडीएफसी ऐसेट मैनेजमेंट कंपनी (एचडीएफसी एएमसी) का शुद्ध लाभ वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही में 748 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इसमें पिछले साल की इसी अवधि में दर्ज 604 करोड़ रुपये के मुनाफे के मुकाबले 24 फीसदी का इजाफा हुआ। तिमाही आधार पर लाभ मार्च तिमाही के 639 करोड़ रुपये के मुकाबले 17 फीसदी बढ़ा।
कंपनी का कुल राजस्व सालाना आधार पर 27 फीसदी बढ़कर 1,201 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। तिमाही आधार पर राजस्व में 17 फीसदी की बढ़ोतरी हुई। फंड कंपनी की तिमाही औसत प्रबंधनाधीन परिसंपत्तियों में बाजार हिस्सेदारी 11.5 फीसदी रही। कंपनी ने कहा कि उसकी म्युचुअल फंड योजनाओं ने 1.2 करोड़ से ज्यादा एसआईपी लेनदेन प्रोसेस किए जिनकी वैल्यू करीब 4,000 करोड़ रुपये रही। कंपनी का शेयर गुरुवार को 3.5 फीसदी बढ़ोतरी के साथ नए सर्वोच्च स्तर 5,548.5 रुपये पर पहुंच गया।