प्रतीकात्मक तस्वीर | फाइल फोटो
दवा क्षेत्र की दिग्गज कंपनी सिप्ला ने वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही में अपने समेकित शुद्ध लाभ में सालाना आधार पर 10 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की और यह बढ़कर 1,177 करोड़ रुपये की तुलना में बढ़कर 1,297 करोड़ रुपये हो गया। परिचालनगत राजस्व भी सालाना आधार पर 3.2 प्रतिशत बढ़कर 6,837 करोड़ रुपये हो गया, जबकि पिछले साल यह 7,672 करोड़ रुपये था। लाभ और राजस्व में इस वृद्धि का श्रेय उपभोक्ता स्वास्थ्य सेवा और जेनेरिक बाजारों में जोरदार प्रदर्शन को दिया गया। तिमाही आधार पर राजस्व में 3.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई और शुद्ध लाभ में भी 6.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई। वित्त वर्ष 26 के लिए सिप्ला ने 23.5 प्रतिशत से 24.5 प्रतिशत के बीच एबिटा मार्जिन का अनुमान लगाया है।
सिप्ला के प्रबंध निदेशक और वैश्विक मुख्य कार्य अधिकारी उमंग वोहरा ने कहा कि उसका ‘वन-इंडिया’ कारोबार जून तिमाही में छह प्रतिशत की सालाना दर से बढ़ा है। कंपनी ने कहा कि जून तिमाही में भारतीय बाजार में उसकी बिक्री छह प्रतिशत बढ़कर 3,070 करोड़ रुपये हो गई, जो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 2,898 करोड़ रुपये थी। जून तिमाही में उत्तरी अमेरिका में बिक्री सालाना आधार पर सात प्रतिशत घटकर 1,933 करोड़ रुपये रह गई। उभरते बाजारों और यूरोप में पहली तिमाही में सिप्ला की बिक्री 11 प्रतिशत बढ़कर 861 करोड़ रुपये हो गई, जो पिछले वर्ष की समान तिमाही में 779 करोड़ रुपये रही थी।
भारतीय मूल की दैनिक उपभोक्ता वस्तु (एफएमसीजी) क्षेत्र की वैश्विक कंपनी एलटी फूड्स ने वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही में शानदार परिणाम पेश किया है। बीती तिमाही में कंपनी का कुल राजस्व 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 2,501 करोड़ रुपये रहा। पिछले साल समान तिमाही में यह आंकड़ा 2,088 करोड़ रुपये था। वहीं, एबिटा 17 प्रतिशत बढ़कर 302 करोड़ रुपये रहा। बीती तिमाही कंपनी ने 9 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ कुल 169 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया। बीते साल की समान तिमाही में कंपनी ने 155 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया था। वित्त वर्ष 25 की अंतिम तिमाही में कंपनी ने 161 करोड़ का मुनाफा दर्ज किया था। एलटी फूड्स के प्रमुख ब्रांड्स ‘दावत’ और ‘रॉयल’ ने बीती तिमाही शानदार प्रदर्शन किया।
बैंक ऑफ बड़ौदा (बीओबी) का शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 1.9 प्रतिशत बढ़कर 4,541 करोड़ रुपये हो गया। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ने एक साल पहले इसी तिमाही में 4,458 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया था।
बैंक ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि 2025-26 की अप्रैल-जून तिमाही में उसका परिचालन लाभ सालाना आधार पर 15 प्रतिशत बढ़कर 8,236 करोड़ रुपये हो गया। बैंक ने कहा, ‘परिचालन लाभ में वृद्धि को वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही में
गैर-ब्याज आय के 88 प्रतिशत बढ़कर 4,675 करोड़ रुपये होने से समर्थन मिला।’ हालांकि, बैंक ऑफ बड़ौदा की शुद्ध ब्याज आय 1.4 प्रतिशत घटकर 11,435 करोड़ रुपये रह गई। वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही में बैंक का सकल एनपीए सालाना आधार पर 10.7 प्रतिशत घटकर 27,572 करोड़ रुपये रह गया और सकल एनपीए अनुपात सुधार के साथ 2.88 प्रतिशत से 2.28 प्रतिशत हो गया। वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही में शुद्ध एनपीए अनुपात भी घटकर 0.60 प्रतिशत रह गया।
रियल एस्टेट कंपनी अनंत राज लिमिटेड का चालू वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही में एकीकृत शुद्ध लाभ 38 प्रतिशत बढ़कर 125.90 करोड़ रुपये हो गया। कंपनी को गत वित्त वर्ष 2024-25 की पहली (अप्रैल-जून) तिमाही में 91.01 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था।
अनंत राज ने शेयर बाजार को दी सूचना में बताया कि समीक्षाधीन अवधि में उसकी कुल आय सालाना आधार पर 481.66 करोड़ रुपये से बढ़कर 602.40 करोड़ रुपये हो गई। वित्त वर्ष 2024-25 में अनत राज लिमिटेड को 425.82 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था जबकि कुल आय 2,100.28 करोड़ रुपये थी। दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) स्थित यह कंपनी मुख्य रूप से आवास और डेटा सेंटर परियोजनाओं का विकास करती है।
बजाज फिनसर्व लिमिटेड ने वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही के दौरान अपने संयुक्त लाभ में सालाना आधार पर 30 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है और यह बढ़कर 2,789 करोड़ रुपये हो गया। वित्त वर्ष 25 की पहली तिमाही में उसने 2,138 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया था। बजाज समूह के वित्त और बीमा कारोबारों के लिए सूचीबद्ध नियंत्रक कंपनी ने बीएसई को दी सूचना में बताया कि इस तिमाही में उसका समेकित लाभ सालाना आधार पर 13 प्रतिशत बढ़कर 35,451 करोड़ रुपये हो गया, जो एक साल पहले की इसी अवधि में 31,480 करोड़ रुपये था। बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) पर इसका शेयर 3.7 प्रतिशत की गिरावट के साथ 1,956.9 रुपये पर बंद हुआ।
वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही के दौरान ब्याज आय बढ़कर 18,889 करोड़ रुपये हो गई, जो एक साल पहले इसी तिमाही में 15,521 करोड़ रुपये थी। वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही में बीमा कारोबार से प्रीमियम और अन्य परिचालनगत आय बढ़कर 12,804 करोड़ रुपये हो गई, जो वित्त वर्ष 25 की पहली तिमाही में 12,296 करोड़ रुपये थी।
गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी श्रीराम फाइनैंस का शुद्ध मुनाफा जून तिमाही में 8.83 प्रतिशत बढ़कर 2,156 करोड़ रुपये रहा। बीते वित्त वर्ष 2024-25 की अप्रैल-जून तिमाही में कंपनी एकल आधार पर शुद्ध लाभ 1,981 करोड़ रुपये रहा था। कंपनी ने शुक्रवार को कहा कि वित्त वर्ष 2026 की अप्रैल-जून तिमाही में कुल आय बढ़कर 11,542 करोड़ रुपये हो गई, जो वित्तवर्ष 2024-25 की इसी तिमाही में 9,610 करोड़ रुपये थी। श्रीराम फाइनैंस के निदेशक मंडल ने 1 अगस्त, 2025 से 31 अक्टूबर, 2025 तक विदेशी या घरेलू बाजार में एक या एक से अधिक किस्तों में ऋण प्रतिभूतियों के आधार पर बॉन्ड और/या सार्वजनिक निर्गम जारी करने को भी मंजूरी दे दी।
दूरसंचार उपकरण बनाने वाली कंपनी एचएफसीएल को वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही में 32.24 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है। कंपनी को बीते वित्त वर्ष 2024-25 की पहली (अप्रैल-जून) तिमाही में 111.30 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था। शेयर बाजार को दी गयी जानकारी के अनुसार, समीक्षाधीन तिमाही में परिचालन आय 1,158 करोड़ रुपये से घटकर 871 करोड़ रुपये हो गई। इससे इस तिमाही में मालिकों को देय घाटा 32.24 करोड़ रुपये रहा।
कंपनी ने बयान में कहा कि उसकी ऑर्डर बुक बढ़कर 10,480 करोड़ रुपये की हो गई है, जो ग्राहकों के बढ़ते विश्वास और मांग को दर्शाता है। एचएफसीएल के प्रबंध निदेशक महेंद्र नाहटा ने कहा, ‘पहली तिमाही ने एक मजबूत नींव रखी है। हमारा मानना है कि यह एचएफसीएल के लिए एक महत्वपूर्ण वर्ष होगा क्योंकि हमारे राजस्व का 66 प्रतिशत उत्पाद खंड से आ रहा है और निर्यात कुल राजस्व में 24 प्रतिशत का योगदान दे रहा है।’
देश की सबसे बड़ी गैस आयातक कंपनी पेट्रोनेट एलएनजी लिमिटेड का शुद्ध लाभ जून 2025 को समाप्त तिमाही में 25 प्रतिशत घटकर 850.58 करोड़ रुपये रहा। कंपनी ने शुक्रवार को बताया कि वह ओडिशा में एक नया एलएनजी टर्मिलन बनाने के लिए 6,355 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। इससे पूर्व वित्त वर्ष 2024-25 की अप्रैल-जून तिमाही में कंपनी का शुद्ध लाभ 1,141.58 करोड़ रुपये था। पेट्रोनेट एलएनजी ने बताया कि मॉनसून जल्दी आने पर बिजली की मांग में गिरावट के कारण कम मात्रा में आयात करने से उसका शुद्ध लाभ घटा।
कंपनी के मुख्य कार्य अधिकारी ए के सिंह ने कंपनी के तिमाही परिणाम की ऑनलाइन जानकारी देते हुए संवाददाताओं को बताया कि गुजरात स्थित दाहेज तरलीकृत प्राकृतिक गैस (एलएनजी) आयात टर्मिनल ने अप्रैल-जून 2024 में 248 टीबीटीयू की तुलना में 207 टीबीटीयू (ट्रिलियन ब्रिटिश थर्मल यूनिट) का आयात किया। कंपनी ने चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 220 टीबीटीयू का प्रसंस्करण किया, जबकि पिछले वर्ष यह आंकड़ा 262 टीबीटीयू था।
स्प्राइट एग्रो का शुद्ध लाभ अप्रैल-जून तिमाही में 46.6 प्रतिशत बढ़कर 9.15 करोड़ रुपये रहा। कंपनी ने शुक्रवार को बीएसई को दी सूचना में कहा कि वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही में परिचालन राजस्व सालाना आधार पर 17.38 प्रतिशत बढ़कर 62.02 करोड़ रुपये रहा। वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में यह 52.88 करोड़ रुपये था।