देश की सबसे बड़ी फिल्म प्रदर्शक कंपनी पीवीआर आईनॉक्स के पास साल 2026 तक 2,000 स्क्रीन होंगे और दक्षिणी बाजार के मझोले तथा छोटे शहरों में विस्तार पर ज्यादा ध्यान दिया जाएगा। वित्त वर्ष 25 की तीसरी तक कंपनी के पूरे स्क्रीन पोर्टफोलियो में भारत तथा श्रीलंका के 111 शहरों में 356 सिनेमाघरों में 1,747 स्क्रीन शामिल हैं। सिनेमा क्षेत्र की इस दिग्गज कंपनी को 100 से 120 स्क्रीन शुरू करने के लिए पूंजीगत व्यय के रूप में 400 करोड़ रुपये खर्च करने होंगे।
पीवीआर सिनेमास ने एक साल पहले तत्कालीन तीसरी सबसे बड़ी फिल्म प्रदर्शक आईनॉक्स लीजर के साथ अपना विलय पूरा किया था, जिसके बाद यह विस्तार योजना सामने आई है। पीवीआर आईनॉक्स के कार्यकारी निदेशक संजीव बिजली ने बिजनेस स्टैंडर्ड के साथ बातचीत में कहा, ‘दक्षिणी बाजार में क्षेत्रीय फिल्मों ने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है तथा दक्षिण की फिल्मों का शानदार लाइन-अप है और साथ ही इस तिमाही और अगली तिमाही में भी ऐसी फिल्में आने वाली है, जिसमें दिसंबर में पुष्पा (पुष्पा 2: द रूल) और जनवरी में वहां त्योहारों के कारण फिल्में रिलीज होगी। पोंगल में फिल्में रिलीज होने की संख्या बढ़ जाती है।’
ऑरमैक्स मीडिया द्वारा जारी किए गए हालिया आंकड़ों के अनुसार अक्टूबर में बॉक्स ऑफिस कलेक्शन में तमिल और तेलुगु भाषा की फिल्में आगे रहीं। उन्होंने कहा कि कंपनी के राजस्व में दक्षिणी कारोबार की लगभग 40 प्रतिशत हिस्सेदारी रहती है। फिलहाल स्क्रीन की मौजूदगी के मामले में पीवीआर आईनॉक्स 33 प्रतिशत स्क्रीन के साथ दक्षिणी बाजार में सबसे आगे है। इसके बाद 26 प्रतिशत स्क्रीन के साथ उत्तरी क्षेत्र और 21 प्रतिशत स्क्रीन के साथ पश्चिमी क्षेत्र का स्थान आता है।
उन्होंने कहा, ‘दक्षिणी बाजार के संबंध में हम बहुत उत्साहित और प्रतिबद्ध हैं। हैदराबाद में हमारी कुछ बहुत ही उत्साहजनक नई परियोजनाएं आने वाली हैं। हम हैदराबाद, चेन्नई और कोच्चि में कुछ और स्क्रीन जोड़ रहे हैं।’ शुक्रवार को पीवीआर आईनॉक्स ने व्हाट्सऐप पर एआई-संचालित चैटबॉट मूवी जॉकी (एमजे) पेश करने के लिए मेटा, रेजरपे और जियो हैप्टिक के साथ सहयोग का ऐलान किया।