Sanjay Sharma, Managing Director and CEO, Orkla India
ब्रांड और उपभोक्ता झुकाव वाली कंपनियों पर केंद्रित नॉर्वे मुख्यालय की औद्योगिक निवेश फर्म ओर्कला की प्राथमिकता ओर्कला इंडिया है। कंपनी का आरंभिक सार्वजनिक निर्गम 29 अक्टूबर से खुल रहा है जो 31 अक्टूबर तक खुला रहेगा जिसका कीमत दायरा 695-730 रुपये प्रति शेयर है।
ओर्कला इंडिया के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी संजय शर्मा ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया, जहां तक ओर्कला का सवाल है, हम उसके केंद्र में हैं। ओर्कला हमारे के लिए काफी प्रतिबद्ध है और मुझे लगता है कि भारत में ओएफएस (बिक्री के लिए प्रस्ताव) लाने और कंपनी के साथ और ज्यादा निवेशक जोड़कर हम भारत के सात बहुत मजबूत प्रतिबद्धता दिखा रहे हैं। साथ ही हम भारत के साथ और भी मजबूत रिश्ते बना रहे हैं।
ओर्कला इंडिया का निर्गम 1,667 करोड़ रुपये का ओएफएस यानी बिक्री प्रस्ताव है। एंकर निवेशकों की बोली की तारीख 28 अक्टूबर है। कीमत दायरे के ऊपरी स्तर पर कंपनी का मूल्यांकन 10,000 करोड़ रुपये बैठता है। बिक्री प्रस्ताव में ओर्कला एशिया पैसिफिक की ओर से 2.05 करोड़ शेयर और शेयरधारक नवस मीरान और फिरोज मीरान 11.4-11.4 लाख शेयरों की बिक्री शामिल है।
आईपीओ के बाद कंपनी में ओर्कला एशिया पैसिफिक की हिस्सेदारी घटकर 75 फीसदी रह जाएगी और नवास मीरान और फिरोज मीरान की हिस्सेदारी 4.2-4.2 फीसदी रह जाएगी। फिलहाल ओर्कला एशिया पैसिफिक के पास कंपनी की 90 फीसदी हिस्सेदारी है और नवास और फिरोज मीरान के पास 5-5 फीसदी हिस्सेदारी है।
कंपनी के पास एमटीआर, ईस्टर्न और राशि मैजिक जैसे ब्रांड हैं। अधिग्रहण के बारे में शर्मा ने कहा कि भारतीय बाजार के साथ-साथ अन्य बाजारों में भी कंपनी का यही मॉडल रहा है। शर्मा ने बताया, भारत में हम जिस बिजनेस मॉडल को चलाते हैं, वह दरअसल ओर्कला से प्रेरित मॉडल है और 2022 में हमने खुद को एक ब्रांडेड कंज्यूमर गुड्स कंपनी से एक निवेश कंपनी में बदला है। उन्होंने कहा कि ऐसा मोटे तौर पर इस तथ्य के आधार पर किया गया कि ब्रांडेड कंज्यूमर गुड्स क्षेत्र में ओर्कला के ज्यादातर कारोबार वास्तव में स्थानीय कारोबार हैं और स्थानीय प्रबंधन को उन कारोबारों को चलाने के लिए और अधिक सशक्त करने की जरूरत होती है। सरकार द्वारा हाल ही में वस्तु एवं सेवा कर घटाने के बारे में शर्मा ने कहा कि नई जीएसटी कटौती कंपनी के पोर्टफोलियो के केवल 25 फीसदी पर लागू है।
उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि हमने बाजार में कीमतों को लेकर सभी जरूरी बदलाव कर लिए हैं। मुझे व्यक्तिगत रूप से लगता है कि अगर मैंने कीमतें कम कर दीं तो ऐसा नहीं है कि बिक्री में अचानक बढ़ोतरी हो जाएगी। लेकिन मुझे लगता है कि सरकार ने देश में उपभोग को बढ़ावा देने के लिए अच्छे और महत्त्वपूर्ण कदम उठाए हैं और इससे उपभोक्ताओं के पास ज्यादा पैसा उपलब्ध होगा।