ओंकारा ऐसेट रिकंस्ट्रक्शन कंपनी ने स्ट्रेस्ड ऐसेट स्टेबिलाइजेशन फंड (एसएएसएफ) की 6,151.16 करोड़ रुपये की गैर निष्पादित आस्तियां (एनपीए) हासिल करने की बोली जीत ली है। यह जानकारी मामले की जानकारी रखने वाले एक सूत्र ने दी।
सूत्र ने कहा कि ओंकारा एआरसी और सरकार के स्वामित्व वाली नैशनल ऐसेट रिकंस्ट्रक्शन लिमिटेड (एनएआरसीएल) एनपीए पोर्टफोलियो हासिल करने में सबसे आगे थीं। दोनों कंपनियों एनएआरसीएल और ओंकारा एआरसी ने एनपीए पोर्टफोलियो पाने के लिए आरक्षित मूल्य 642 करोड़ रुपये की बोली लगाई थी।
सूत्रों ने जानकारी दी कि दोनों प्रमुख दावेदारों की शुरुआती बोली एक समान थी मगर बाद में ओंकारा एआरसी ने इसे बढ़ाकर 652 करोड़ रुपये कर बोली हासिल कर लिया।
मई में एसएएसएफ ने 239 खातों के 6,151 करोड़ रुपये के फंसे कर्ज हासिल करने के लिए विभिन्न पार्टियों से अभिरुचि पत्र (ईओआई) आमंत्रित किया था। इसका आरक्षित मूल्य 713 करोड़ रुपये तय किया गया था और 11.59 फीसदी की वसूली का लक्ष्य तय किया गया था।
नीलामी नोटिस के अनुसार, इसने एनपीए पोर्टफोलियो की प्रस्तावित बिक्री में मदद के लिए अर्न्स्ट ऐंड यंग एलएलपी को प्रक्रिया सलाहकार के तौर पर नियुक्त किया था। नीलामी नोटिस में कहा गया था कि कुल 239 खातों में से 81 खातों में 2,179.51 करोड़ रुपये के सकल मूल बकाया के साथ प्रतिभूतियां एवं गारंटी शामिल हैं तथा शेष 158 खातों में 3,971.65 करोड़ रुपये के सकल मूल बकाया के साथ गारंटी और दावे शामिल हैं।
शुरू में एसएएसएफ को 18 इकाइयों से रुचि पत्र मिला, जिनमें एनएआरसीएल, ओंकारा एआरसी, फिनिक्स एआरसी, प्रूडेंट एआरसी, सीएफएम एआरसी और जेसी फ्लावर्स एआरसी सहित अन्य शामिल थे। मगर इन संस्थाओं में से कोई बाध्यकारी बोली नहीं प्राप्त कर सका।
बाध्यकारी बोलियां नहीं मिलने पर एसएएसएफ ने पोर्टफोलियो के लिए अपने आरक्षित मूल्य को पहले के 713 करोड़ रुपये से घटाकर 642 करोड़ रुपये कर दिया। आरक्षित कीमत में बदलाव के बाद एनएआरसीएल और ओंकारा एआरसी ने एनपीए पोर्टफोलियो को पाने के लिए बाध्यकारी बोलियां लगाईं और फिर विजेता के लिए नीलामी आयोजित की गई।