देशव्यापी स्तर पर लगाए गए 5जी रेडियो या बेस ट्रांसीवर स्टेशनों (बीटीएस) की संख्या ने 4.5 लाख का आंकड़ा पार कर लिया है। दूरसंचार विभाग के आंकड़ों से यह जानकारी मिली है। बीटीएस किसी भी मोबाइल नेटवर्क में फिक्स्ड रेडियो ट्रांसीवर होता है, जो आमतौर पर टावर के रूप में होता है। अलबत्ता नए 5जी रेडियो भी अक्सर टावर के मौजूदा बुनियादी ढांचे पर लगाए जाते हैं।
अक्टूबर 2022 में 5जी सेवाओं के शुरू होने के 22 महीने बाद जुलाई के अंत में यह उपलिब्ध हासिल हुई है। दूरसंचार विभाग के अधिकारियों ने कहा कि वर्तमान में पांच लाख के आंकड़े को देशव्यापी 5जी कवरेज के लिए ठीक-ठाक माना जाता है। लेकिन आगे चलकर इसे बढ़ाना होगा।
हाल के महीनों में बीटीएस की तैनाती की रफ्तार में उतार-चढ़ाव आया है लेकिन पिछले कुछ महीनों के दौरान इसमें गिरावट आई है। जुलाई में 3,346 बीटीएस लगाए गए जो मार्च में 9,733 के शीर्ष स्तर से कम है। वर्तमान में 5जी के वर्चस्व की दौड़ में लगी रिलायंस जियो और भारती एयरटेल दोनों ही दूरसंचार परिचालकों के अधिकारियों ने कहा है कि वे अब एकीकरण के दौर में प्रवेश कर रही हैं और टावर लगाने का ज्यादातर काम हो चुका है।
हालांकि 5जी सिग्नल अब सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में पहुंच चुके हैं लेकिन वह अब भी भारत के 788 जिलों में से करीब 38 तक नहीं पहुंच पाए हैं। जियो ने 7,764 से ज्यादा शहरों में 5जी शुरू कर दिए हैं जबकि प्रतिस्पर्धी एयरटेल ने पिछले साल अक्टूबर में कहा था कि वह 5,000 शहरों में मौजूद है। सरकार ने कहा है कि 5जी 8,000 से अधिक शहरों तक पहुंच चुका है।