facebookmetapixel
Jaiprakash Associates को खरीदने की दौड़ में Adani ग्रुप सबसे आगे, Vedant को पछाड़ा!अगले पांच साल में डिफेंस कंपनियां R&D पर करेंगी ₹32,766 करोड़ का निवेश, रक्षा उत्पादन में आएगी तेजीEPFO Enrolment Scheme 2025: कामगारों के लिए इसका क्या फायदा होगा? आसान भाषा में समझेंउत्तर प्रदेश में MSMEs और स्टार्टअप्स को चाहिए क्वालिटी सर्टिफिकेशन और कौशल विकासRapido की नजर शेयर बाजार पर, 2026 के अंत तक IPO लाने की शुरू कर सकती है तैयारीरेलवे के यात्री दें ध्यान! अब सुबह 8 से 10 बजे के बीच बिना आधार वेरिफिकेशन नहीं होगी टिकट बुकिंग!Gold Outlook: क्या अभी और सस्ता होगा सोना? अमेरिका और चीन के आर्थिक आंकड़ों पर रहेंगी नजरेंSIP 15×15×15 Strategy: ₹15,000 मंथली निवेश से 15 साल में बनाएं ₹1 करोड़ का फंडSBI Scheme: बस ₹250 में शुरू करें निवेश, 30 साल में बन जाएंगे ‘लखपति’! जानें स्कीम की डीटेलDividend Stocks: 80% का डिविडेंड! Q2 में जबरदस्त कमाई के बाद सरकारी कंपनी का तोहफा, रिकॉर्ड डेट फिक्स

एनआईआईटी का हाथ सॉफ्टेक जीएमबीएच के साथ

Last Updated- December 05, 2022 | 4:23 PM IST


सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) सॉल्यूशन मुहैया कराने वाली कंपनी एनआईआईटी टेक्नोलॉजीस लिमिटेड जल्द ही जर्मन की आईटी सॉल्यूशन कंपनी सॉफ्टेक जीएमबीएच का अधिग्रहण करने वाली है। कंपनी ने आज यह घोषणा की है।
कंपनी ने हाल ही में सॉफ्टेक जीएमबीएच के शेयरधारकों के साथ शेयर क्रय करार पर हस्ताक्षर किए हैं जिसके तहत एनआईआईटी इस कंपनी के 100 प्रतिशत शेयर अप्रत्यक्ष कीमत पर खरीदेगी। यह नई कंपनी एनआईआईटी टेक्नोलॉजीस लिमिटेड की पहली पूर्ण-सहयोगी कंपनी होगी।
कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अरविंद ठाकुर ने बताया, ‘यह बहुत बड़ा सौदा नहीं है, इसका आकलन 50 लाख डालर यानी 20 करोड़ रुपये तक लगा सकते हैं। इसके साथ ही एनआईआईटी और सॉफ्टेक जीएमबीएच दोनों की ताकतें अलग-अलग हैं, जो एक-दूसरे की पूरक हैं। इस कंपनी के अधिग्रहण के साथ ही हमारा क्षेत्रीय नेतृत्व भी ताकतवर हो जाएगा, जिससे हम पर्यटन, परिवहन और लाजिस्टिक स्पेस आदि क्षेत्रों में अपनी स्थिति को बेहतर कर पाएंगे।’
सॉफ्टेक फिलहाल यूरोप, अफ्रीका और एशिया की छोटी से मध्य आकार की 40 एयरलाइनों के लिए आईटी सॉल्यूशन और सेवाएं देती हैं। जबकि एनआईआईटी उपभोक्ता समाधान, पर्यटन पोर्टल सेवाएं, आरक्षण और जीडीएस प्रणाली के विकास और रख-रखाव, एयरलाइन कार्गो प्रणाली में विकास और रख-रखाव आदि काम करती है।
अधिग्रहण से पहले एनआईआईटी टेक्नोलॉजीस ने मई 2006 में रूम सॉल्यूशंस में हिस्सेदारी प्राप्त की थी। रूम का ध्यान व्यावसायिक बीमा बाजार के साथ ही सूचना प्रौद्योगिकी समाधान पर रहता है।

First Published - February 28, 2008 | 7:23 PM IST

संबंधित पोस्ट