तंबाकू से लेकर होटल तक में कारोबार करने वाली प्रमुख कंपनी आईटीसी ने वित्त वर्ष 23 की चौथी तिमाही के दौरान समेकित शुद्ध लाभ में पिछले साल के मुकाबले 23.35 प्रतिशत की उछाल दर्ज की है और यह बढ़कर 5,175.48 करोड़ रुपये हो गया है, जो पिछले साल की इसी तिमाही में 4,195.69 करोड़ रुपये था। विभिन्न खंडों में वृद्धि होने की वजह से लाभ बढ़ा है।
वित्त वर्ष 23 की चौथी तिमाही में परिचालन से समेकित राजस्व 7.34 प्रतिशत तक बढ़कर 19,058.29 करोड़ रुपये रहा, जो ब्लूमबर्ग के 16,856 करोड़ रुपये के अनुमान से अधिक रहा। समायोजित शुद्ध आय का अनुमान 4,819 करोड़ रुपये था। पिछली तिमाही के मुकाबले राजस्व में 0.19 प्रतिशत और शुद्ध लाभ में 3.37 प्रतिशत का इजाफा हुआ।
संपूर्ण वित्त वर्ष 23 के लिए कंपनी का राजस्व 76,518.21 करोड़ रुपये और शुद्ध लाभ 19,191.66 करोड़ रुपये रहा, जिसमें क्रमशः 17.35 प्रतिशत और 25.91 प्रतिशत का इजाफा हुआ। आईटीसी ने कहा कि महामारी के कारण हुए व्यवधानों के दो साल बाद वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान परिचालन में सामान्य स्थिति बहाल हुई। कंपनी ने यह भी कहा कि वैश्विक मंदी के बीच भारतीय अर्थव्यवस्था वर्ष के दौरान आशावान रही।
आईटीसी के निदेशक मंडल ने 31 मार्च, 2023 को समाप्त हुए वित्त वर्ष के लिए 6.75 रुपये प्रति शेयर के अंतिम लाभांश के अलावा 2.75 रुपये प्रति शेयर के विशेष लाभांश की सिफारिश की है। छह रुपये प्रति शेयर के अंतरिम लाभांश के साथ 31 मार्च, 2023 को समाप्त हुए वित्त वर्ष के लिए कुल लाभांश राशि 15.50 रुपये प्रति शेयर है। बंबई स्टॉक एक्सचेंज में आईटीसी का शेयर 1.87 फीसदी की गिरावट के साथ 419.65 रुपये पर बंद हुआ।
इंडिगो ने दर्ज किया चौथी तिमाही का सर्वाधिक शुद्ध लाभ
देश की सबसे बड़ी घरेलू विमानन कंपनी इंडिगो का संचालन करने वाली इंटरग्लोब एविएशन ने वित्त वर्ष 2023 की जनवरी-मार्च अवधि के दौरान 919 करोड़ रुपये का लाभ दर्ज किया है, जो किसी चौथी तिमाही का अब तक का सर्वाधिक लाभ है। पिछले साल इसी अवधि के दौरान विमानन कंपनी ने 1,681 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा दर्ज किया था।
वित्त वर्ष 23 की चौथी तिमाही में यह लाभ यात्रियों की संख्या में 60.5 प्रतिशत की वृद्धि तथा पिछले साल की तुलना में राजस्व में 76.5 प्रतिशत की वृद्धि के कारण हुआ है। विमानन कंपनी ने वेट लीज और पट्टे में विस्तार के साथ आपूर्ति श्रृंखला में रुकावट को कम किया है। इस मुनाफे को 252 करोड़ रुपये के विदेशी मुद्रा लाभ और अन्य आय में 439 करोड़ रुपये के लाभ से भी बढ़ावा मिला है।
इंडिगो, जिसके पास इंजन की दिक्कतों के कारण 30 से अधिक विमान ठप पड़े हैं, वह वित्त वर्ष 24 की पहली तिमाही में पांच से सात प्रतिशत क्षमता वृद्धि के अनुमान को पूरा करने के प्रति आश्वस्त है। इसे गो फर्स्ट संकट के मद्देनजर पट्टे के खर्चों में उल्लेखनीय वृद्धि होने के भी आसान नहीं दिख रहे हैं। मुख्य वित्तीय अधिकारी गौरव नेगी ने गुरुवार को नतीजों के बाद बैठक में विश्लेषकों से कहा कि मजबूत बहीखाते को देखते हुए पट्टेदाता इंडिगो को अनुकूल रूप से देख रही हैं।
हम बेहतर दरों पर बातचीत करने में सक्षम हैं। क्षमता और लोड फैक्टर में वृद्धि के साथ परिचालन से राजस्व पिछले साल के मुकाबले 76.5 प्रतिशत बढ़कर 14,160 करोड़ रुपये हो गया है। संपूर्ण वर्ष के आधार पर विमानन कंपनी ने वित्त वर्ष 23 में 305 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा दर्ज किया है।