MPL layoffs: भारतीय ऑनलाइन गेमिंग ऐप मोबाइल प्रीमियर लीग (MPL) अपनी घरेलू टीम के लगभग 60% कर्मचारियों की छंटनी करने जा रही हैं। समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी। भारत में रियल-मनी फैंटेसी गेमिंग प्लेटफॉर्म्स पर लगे बैन के बाद कंपनी ने यह निर्णय लिया है। सरकार ने इस महीने ऑनलाइन पेड गेम्स पर बैन लगा दिया। सरकार ने इसके पीछे का कारण बताया कि ये गेम्स युवाओं में वित्तीय नुकसान और लत का कारण बन सकते हैं। इस फैसले के बाद कई गेमिंग ऐप्स बंद हो गए, जिनमें पेड फैंटेसी क्रिकेट, रम्मी और पोकर गेम्स शामिल थे।
इस कानून से भारतीय गेमिंग इंडस्ट्री को बड़ा झटका लगा है। यह इंडस्ट्री टाइगर ग्लोबल और पीक XV पार्टनर्स जैसी वेंचर कैपिटल फर्मों द्वारा समर्थित है और 2029 तक इसका मूल्य 3.6 अरब डॉलर होने का अनुमान था। MPL और ड्रीम11 हाल के वर्षों में लोकप्रिय हुए थे। ये ऐप्स पेड फैंटेसी क्रिकेट गेम्स ऑफर करते थे, जहां जीतने वाले खिलाड़ियों को नकद पुरस्कार मिलते थे।
गेमिंग इंडस्ट्री का कहना है कि ये गेम्स कौशल पर आधारित हैं और इसलिए इन्हें जुआ नहीं माना जा सकता।
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MPL अब फ्री-टू-प्ले गेम्स पर ध्यान केंद्रित कर रहा है और अमेरिका के बाजार में अपने कारोबार को बढ़ा रहा है। कंपनी के एक सूत्र ने रविवार को बताया कि यह भारत में अपने 500 कर्मचारियों में से लगभग 300 को नौकरी से हटाएगा। प्रभावित विभागों में मार्केटिंग, फाइनेंस, ऑपरेशंस, इंजीनियरिंग और लीगल शामिल हैं।
रविवार को कर्मचारियों को भेजे गए एक आंतरिक ईमेल में, MPL के सीईओ साई श्रीनिवास ने लिखा, “भारी मन से हमने यह निर्णय लिया है कि हम अपनी भारत टीम का काफी हद तक आकार घटाएंगे।” उन्होंने ईमेल में नौकरी कटौती की संख्या का उल्लेख नहीं किया। रॉयटर्स ने इस ईमेल को देखा है।
उन्होंने आगे लिखा, “हम इस बदलाव की घड़ी में प्रभावित कर्मचारियों को हर संभव सहायता देने के लिए प्रतिबद्ध हैं… भारत M-League की कुल आय का 50% हिस्सा था और इस बदलाव का मतलब यह होगा कि निकट भविष्य में हम भारत से कोई रेवेन्यू नहीं कमाएंगे।”
MPL ने रॉयटर्स के सवालों पर कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
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पिचबुक डेटा के अनुसार, पीक XV पार्टनर्स द्वारा समर्थित MPL की 2021 में कीमत 2.3 अरब डॉलर आंकी गई थी। MPL के पास यूरोप में फ्री-टू-प्ले गेम्स और अमेरिका तथा ब्राजील में पेड गेम्स की पेशकश भी है।
कंपनी सूत्र ने बताया कि MPL की भारत से पिछला साल का रेवेन्यू लगभग 10 करोड़ डॉलर था। MPL का प्रतिद्वंदी ड्रीम11, जिसकी कीमत 8 अरब डॉलर आंकी गई है, ने भी अपनी फैंटेसी क्रिकेट सेवा बंद कर दी है।
कई अन्य ऐप्स, जो पेड पोकर और रम्मी कार्ड गेम्स ऑफर करते थे, उन्होंने भी अपना ऑपरेशन बंद कर दिया है।