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एमएमटीसी बनाएगी एफटीडब्ल्यूजेड

Last Updated- December 06, 2022 | 1:04 AM IST

सार्वजनिक क्षेत्र की ट्रेडिंग कंपनी एमएमटीसी देश भर में मुक्त व्यापार और गोदाम क्षेत्र (एफटीडब्ल्यूजेड) की स्थापना के लिए 450 करोड़ रुपये का निवेश करने की योजना बना रही है।


कंपनी का पहले एफटीडब्ल्यूजेड का निर्माण कार्य ग्रेटर नोएडा में चल रहा है। एमएमटीसी के एक अधिकारी के मुताबिक अगले दो महीनों में इसका निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा। इसके अलावा कंपनी हीरे के गहने बनाने वाले समूह गीतांजलि के साथ मिलकर ज्वैलरी शोरूम खोलने की योजना बना रही है।


प्रगति के रास्ते पर


एमएमटीसी के अधिकारी के मुताबिक नोएडा में बन रहे एफटीडब्ल्यूजेड का काम पूरा होने वाला है और कंदला, हल्दिया, ऐन्नोर ,मुंबई और कोच्चि में एफटीडब्ल्यूजेड के निर्माण के लिए भूमि का अधिग्रहण किया जा चुका है।


कंपनी की हिस्सेदारी


इन सभी एफटीडब्ल्यूजेड का निर्माण पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) प्रणाली पर किया जाएगा। एमएमटीसी की इन एफटीडब्ल्यूजेड में 26 फीसदी की हिस्सेदारी होगी। लगभग 15 एकड़ भूमि में स्थापित होने वाले गोदाम के निर्माण व प्रबंधन का जिम्मा प्राइवेट पार्टनर क ा होगा जबकि एमएमटीसी जिंस खरीदेगी।


किसे होगा लाभ


अधिकारी ने बताया कि इससे छोटे व मध्यम श्रेणी के उद्यमियों (एसएमई) को किफायती दामों पर सामान खरीदने की सुविधा मिलेगी। छोटे और मध्यम उद्यमियों के पास बड़ी मात्रा में आयात करने की क्षमता नहीं होती है। उनके अलावा निर्यातक भी इन गोदामों का इस्तेमाल भंडारण के लिए कर सकते हैं।


यहां प्रतिबंधित वस्तुओं के अलावा सभी वस्तुओं का कर मुक्त आयात किया जा सकेगा। इन वस्तुओं को घरेलू कर और सेवा कर के दायरे से बाहर रखा जाएगा, जिससे वस्तुओं कम दरों में उद्यमियों को मुहैया होंगी। इन वस्तुओं का लेन-देन विदेशी मुद्रा में भी किया जा सकेगा।


गोदाम का इस्तेमाल


इसके अलावा इस योजना के तहत बने गोदामों में बैंकिंग, कस्टम क्लियरेंस, विदेशी मुद्रा विनिमय और सोना रखने के लिए लॉकर्स की सुविधा भी होगी। अर्थव्यवस्था और विदेश व्यापार के विकास के लिए बुनियादी ढांचा मुहैया कराने के लिए वर्ष 2004-09 की पंचवर्षीय विदेश व्यापार नीति में एफटीडब्ल्यूजेड बनाने का प्रस्ताव पारित किया गया था। इस योजना का मुख्य लक्ष्य मुक्त व्यापार क्षेत्र के तहत वैश्विक स्तर की भंडारण सुविधा मुहैया कराना है।   

First Published - May 1, 2008 | 11:56 PM IST

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