M&M Q1 results: महिंद्रा ऐंड महिंद्रा (एमऐंडएम) का करोपरांत मुनाफा (पीएटी) वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में पिछले साल के मुकाबले छह प्रतिशत कम हो गया। कंपनी का करोपरांत मुनाफा 3,208 करोड़ रुपये रहा। मगर इसमें केजी मोबिलिटी से पिछले साल हुआ मुनाफा और महिंद्रा सीआईई (एमसीआईई) में हिस्सेदारी बिक्री से मिली रकम जोड़ लें तो करोपरांत लाभ में 20 प्रतिशत तक इजाफा हुआ है।
एमऐंडएम ने कहा कि करोपरांत लाभ में यह गिरावट पिछले साल हुए दो प्रकार के मुनाफों के कारण आई है, जो कुल मिलाकर 763 करोड़ रुपये रहे। केजी मोबिलिटी में निवेश से महिंद्रा को शेयर सूचीबद्ध होते समय 405 करोड़ रुपये का लाभ हुआ था और एमसीआईई में हिस्सेदारी बेचने से उसे 358 करोड़ रुपये मिले थे।
वाहन और कृषि कारोबारों में जोरदार वृद्धि के कारण इस तिमाही में राजस्व 10 प्रतिशत तक बढ़कर 37,218 करोड़ रुपये हो गया। ब्लूमबर्ग के विश्लेषकों ने राजस्व वृद्धि 18 प्रतिशत और समायोजित शुद्ध आय वृद्धि सात प्रतिशत या उससे अधिक रहने का अनुमान लगाया था।
एमऐंडएम के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्याधिकारी अनीश शाह ने कहा ‘वित्त वर्ष 25 में हमारी शुरुआत अपने सभी कारोबारों में दमदार प्रदर्शन के साथ हुई है। अग्रणी स्थिति का लाभ उठाते हुए वाहन और कृषि (कारोबार) ने बाजार हिस्सेदारी और लाभ मार्जिन का विस्तार जारी रखा।’ शाह ने कहा कि एमऐंडएम फाइनैंशियल सर्विसेज (एमएमएफएसएल) में बदलाव का परिणाम मिल रहा है क्योंकि परिसंपत्ति की गुणवत्ता में सुधार हो रहा है तथा मार्जिन पर मुख्य ध्यान देने के साथ टेक महिंद्रा में बदलाव शुरू हो गया है।