कई प्राइवेट इक्विटी और बुनियादी ढांचा निवेश फर्में सिडनी के मैक्वायरी समूह की 9 राजमार्ग परियोजनाओं को खरीदने की दौड़ में शामिल हैं। क्यूब हाईवेज, इडलवाइस समूह का सेकुरा इन्फ्रास्ट्रक्चर फंड और प्राइवेट इक्विटी फर्में एक्टिस और केकेआर ने 1 अरब डॉलर की लागत वाली इन परियोजनाओं को खरीदने में प्रारंभिक दिलचस्पी दिखाई है।
एक बैंकर ने कहा कि 680 किलोमीटर लंबी ये परियोजनाएं आंध्र प्रदेश और गुजरात में हैं। उन्होंने कहा कि मैक्वायरी संभावित खरीदारों के साथ बातचीत कर रहा है। बैंकर ने कहा, ‘ब्याज दरों में बढ़ोतरी और कोविड के कारण यातायात कम होने से सड़क संपत्तियों को अच्छा मूल्यांकन नहीं मिल रहा है।’
इस बारे में जानकारी के लिए मैक्वायरी को शुक्रवार को ईमेल भेजा गया था लेकिन कोई जवाब नहीं आया। केकेआर, क्यूब हाईवेज, एक्टिस और इडलवाइस ने भी कोई टिप्पणी नहीं की।
मैक्वायरी ऐसेट मैनेजमेंट भारत के बुनियादी ढांचा क्षेत्र में निवेश करने वाली शुरुआती कंपनियों में से एक है। पिछले साल उसने गुजरात टोल रोड्स पोर्टफोलियो (GRICL) में अपनी 56.8 फीसदी और आंध्र प्रदेश टोल रोड्स पोर्टफोलियो (STPL) में 100 फीसदी हिस्सेदारी 3,110 करोड़ रुपये के उद्यम मूल्य पर बेच दी थी। 972 किलोमीटर लंबी सड़क परियोजना को अदाणी के हाथों बेचा गया था। इस सड़क के लिए टोल वसूली अवधि काफी ज्यादा है और पश्चिमी तथा दक्षिण भारत के यातायात गलियारे में स्थित इस सड़क पर यातयात का दबाव भी अच्छा-खासा है।
मार्च 2018 में मैक्वायरी ने 648 किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्गों के प्रबंधन का अधिकार हासिल किया था। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) द्वारा निर्मित इस सड़क के लिए अन्य निवेशकों ने 9,681 करोड़ रुपये की बोली लगाई थी। बोली हासिल करने वाले को 30 साल के लिए परिचालन और रखरखाव के साथ टोल संग्रह के अधिकार का अनुबंध मिला था। अब वह इन परिसंपत्तियों के प्रबंधन के लिए कंपनियों से बोलियां मंगाई हैं। इनमें से पांच सड़क परियोजनाएं आंध्र प्रदेश हैं और बाकी गुजरात में हैं।
9 विशेष उद्देश्यीय इकाइयां (special purpose vehicles- SPV) NHAI द्वारा मार्च 2018 में आवंटित टोल-परिचालन-हस्तांतरण (toll-operate-transfer- TOT) पैकेज का हिस्सा हैं।
पिछले हफ्ते प्राइवेट इक्विटी फर्म केकेआर ने हैदराबाद के नवयुग समूह के कुंडापुर और उडुप्पी के बीच 75 किलोमीटर लंबे टोल रोड को 924 करोड़ रुपये के उद्यम मूल्य पर खरीदा था। नवयुग उडुप्पी टोल रोड मंगलूरु-केरल सीमा के बीच 15 किलोमीटर की एक छोटी सड़क का भी परिचालन करती है। पिछले साल जून में एक्टिस ने वेलस्पून से 6,000 करोड़ रुपये में 6 सड़क परियोजनाएं अधिग्रहीत की थीं।
इंडिया रेटिंग्स के अनुसार कोविड महामारी के दो साल के दौरान मार्जिन काफी कम हो गया था और सड़क परियोजनाओं में इस वित्त वर्ष से सुधार आने की उम्मीद है क्योंकि नए अनुबंध संशोधित कीमत पर किए गए हैं। लेकिन प्रतिस्पर्धा बढ़ने से सड़क परियोजनाओं के मार्जिन में सुधार की रफ्तार धीमी रह सकती है।