भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) ने अपनी सार्वजनिक सूचीबद्धता से पहले बड़े शेयरधारक आधार के लिए अपने शेयरधारक कोष का आकार 100 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 6,600 करोड़ रुपये कर दिया है। एक अधिकारी ने कहा कि दो साल का लाभांश रखकर और नई पूंजी जारी कर कोष बढ़ाया गया है। शेयरधारक कोष को बढ़ाने से बीमा कंपनी के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) में शेयरधारकों के लिए आवंटित शेयरों की संख्या बढ़ाने में मदद मिलेगी।
शेयरधारक कोष किसी कंपनी में इक्विटी राशि को दर्शाता है, जो उसके शेयरधारकों की होती है। केंद्रीय बजट में केंद्र ने एलआईसी की अधिकृत शेयर पूंजी बढ़ाकर 25,000 करोड़ रुपये कर दी थी, जो प्रत्येक 10 रुपये के शेयर में 2,500 करोड़ शेयरों में विभाजित होगी। हालांकि इसमें एलआईसी को केंद्र की मंजूरी से शेयरों की नॉमिनल या फेस वैल्यू बढ़ाने या घटाने, अधिकृत शेयर पूंजी को इक्विटी शेयर पूंजी या इक्विटी एवं तरजीही शेयर पूंजी के मिलेजुले अनुपात में विभाजित करने का अधिकार दिया गया है। एलआईसी को मुहैया कराई गई चुकता इक्विटी पूंजी के बदले केंद्र सरकार को इक्विटी शेयर जारी करने के लिए अधिकृत किया गया है।
एक अन्य अधिकारी ने कहा कि बीमा कंपनी शेयरों की फेस वैल्यू घटाकर 1 रुपये करने पर विचार-विमर्श कर रही है। इसका मतलब है कि अगर शेयरों का फेस वैल्यू 1 रुपये मानकर चलते हैं तो इक्विटी पूंजी बढ़कर 6,600 करोड़ रुपये होने से एलआईसी शेयर बढ़कर 66 अरब हो जाएंगे। बीमा कंपनी की तरफ से 31 दिसंबर 2021 को जारी ताजा शेयरधारिता पैटर्न के मुताबिक बीमा कंपनी में पूरे 6.32 अरब शेयर केंद्र सरकार के पास हैं। इसका मतलब है कि 10 रुपये प्रति शेयर की फेस वैल्यू पर 31 दिसंबर को एलआईसी की कुल चुकता पूंजी 6,324 करोड़ रुपये होगी।
बीओबी कैपिटल मार्केट्स के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अंकुर वाहाल ने कहा कि हालांकि सरकार ने एलआईसी की अधिकृत शेयर पूंजी बढ़ाकर 25,000 करोड़ रुपये कर दी है यानी 10 रुपये फेस वैल्यू के 2,500 करोड़ शेयर। लेकिन एलआईसी अधिनियम में बदलावों के तहत बीमा कंपनी को शेयरों के विभाजन से शेयरधारक आधार बढ़ाने की मंजूरी दी गई है। उन्होंने कहा कि सरकार के मूल्यांकन के अनुमानों की तर्ज पर एलआईसी एक रुपये फेस वैल्यू के 25,000 करोड़ शेयर जारी कर सकती है।
दूसरी तरफ भारत की सबसे बड़ी बीमा कंपनी का मूल्य सरकार द्वारा नियुक्त एक्चुअरी मिलीमैन एडवाइजर्स ने 5 लाख करोड़ रुपये से अधिक तय किया है और जल्द ही इसे भारतीय बीमा विनियामक एवं विकास प्राधिकरण (आईआरडीएआई) के साथ साझा किया जाएगा। इस आकलन के हिसाब से अगर बीमा कंपनी का मूल्य ईवी का 2.5 गुना है तो एलआईसी का मूल्यांकन करीब 12.5 लाख करोड़ रुपये होगा। इससे एलआईसी के शेयर का मूल्य करीब 180 से 200 रुपये हो सकता है। ईवी के दोगुने मूल्यांकन का मतलब है कि शेयरों की मूल्यांकन 150 से 170 रुपये होगा। यह आकलन शेयरों की फेस वैल्यू 1 रुपये मानकर किया गया है क्योंकि बीमा कंपनी और सरकार शेयरों की फेस वैल्यू 10 रुपये से घटाने के बारे में विचार कर रहे हैं।
