facebookmetapixel
डीपीडीपी अधिनियम के नियम लागू होने से भारत में डेटा सुरक्षा और गोपनीयता का परिदृश्य पूरी तरह बदलेगालाल किले में सजेगा अब ‘महाराजा’ का दरबार, एनजीएमए ने खोलीं दो नई कला दीर्घाएंपूर्वोत्तर में हुई है अभूतपूर्व वृद्धि, ₹4.48 लाख करोड़ के निवेश का संकल्प लिया गया: ज्योतिरादित्य सिंधियानिजी इक्विटी की रफ्तार से 2025 में विलय-अधिग्रहण गतिविधियों में रिकॉर्ड तेजी, खुली पेशकश 17 साल के हाई परसाल में दूसरी बार बढ़ा रेल यात्री किराया, सालाना 600 करोड़ रुपये अतिरिक्त रेवेन्यू की उम्मीदबिज़नेस स्टैंडर्ड का सर्वेक्षण: दिसंबर अंत में 90 प्रति डॉलर के करीब होगा रुपयाEditorial: जॉर्डन से ओमान तक, संबंधों को मजबूतीबजट में इंफ्रास्ट्रक्चर पर फिर से जोर, निजी भागीदारी को मिले बढ़ावा‘धुरंधर’ से बॉलीवुड में नई पीढ़ी की सॉफ्ट पावर का आगमनप्रधानमंत्री मोदी ने असम को दी ₹15,600 करोड़ की सौगात, अमोनिया-यूरिया प्लांट की रखी आधारशिला

केरल में एक रुपये का भी निवेश न करने का मन: काइटेक्स प्रमुख

Last Updated- December 12, 2022 | 2:50 AM IST

काइटेक्स समूह के चेयरमैन साबू जैकब ने रविवार को तेलंगाना की यात्रा से लौटने के बाद कहा कि अब उनकी अंतरात्मा उन्हें केरल में एक रुपये का निवेश करने की भी अनुमति नहीं देती है। उन्होंने कहा कि शुरुआत में उनकी योजना तेलंगाना में 1,000 करोड़ रुपये का निवेश करने की है। इसके लिए उन्हें आश्वासन भी दिया गया है।
जैकब यहां नेदुम्बासेरी में कोचीन अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर उतरने के बाद मीडिया से बात कर रहे थे। उन्होंने कांग्रेस के विधायकों और सांसद बेन्नी बेहानान पर तंज कसते हुए कहा कि वह उनके ऋणी हैं कि उन्होंने कारोबार के अनुकूल माहौल दिखाया और करोड़ों रुपये कमाने का मार्ग प्रशस्त किया। कांग्रेस के इन सदस्यों ने उनके कारखाने के खिलाफ शिकायतें की थी।
जैकब ने कहा, ‘मैं उनका (शिकायत करने वाले कांग्रेस विधायकों और सांसदों का) आभारी हूं।’ हालांकि, उन्होंने मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के बयान पर कोई टिप्पणी नहीं की। विजयन ने शनिवार को कहा था कि काइटेक्स का यह कहना कि केरल निवेश या कारोबार की दृष्टि से अनुकूल राज्य नहीं है, राज्य को बदनाम करने की एक सोची समझी योजना है। अपनी दो दिन की तेलंगाना यात्रा पर जैकब ने कहा कि कि वहां की राज्य सरकार ने अपने औद्योगिक पार्कों और प्रतिष्ठानों ाक हवाई सर्वेक्षण भी करवाया है। वहां से लौटने से पहले उनकी तेलंगाना के उद्योग मंत्री एवं अन्य अधिकारियों के साथ बातचीत हुई। उन्होंने कहा कि वह तेलंगाना सरकार को वहां पहले चरण में 1,000 करोड़ रुपये के निवेश का आश्वासन दे आए हैं। दो सप्ताह तक चीजों का मूल्यांकन करने के बाद यह निर्णय किया जाएगा कि क्या निवेश को और अधिक किया जा सकता है।
यह पूछे पर कि क्या वह केरल सरकार के साथ बातचीत करने को तैयार हैं तो उनका जबाब था, हमेशा। उन्होंने कहा, ‘वे यदि कोई लिपिक या चतुर्थ श्रेणी के कर्मी भी भेजते तो मैं उनसे बात करने को तैयार हो जाता। मैं अब भी बात करने को तैयार हूं। पर मेरी अंतरआत्मा इस समय यह स्वीकार नहीं करती कि मैं केरल में एक पैसे का भी निवेश करूं।’

First Published - July 11, 2021 | 11:42 PM IST

संबंधित पोस्ट