अदाणी पोर्ट्स और विशेष आर्थिक क्षेत्र लिमिटेड (APSEZ) के मैनेजिंग डायरेक्टर करण अदाणी ने शुक्रवार को कहा कि भारत इस समय “स्वीट स्पॉट” में है और अमेरिका और चीन के बीच चल रहे टैरिफ युद्ध के कारण देश में व्यापार में दो अंकों की वृद्धि हो रही है। उन्होंने यह भी कहा कि कंपनी का 2028 तक केरल के विजिन्जम अंतरराष्ट्रीय दीपवाटर मल्टीपर्पज सीपोर्ट परियोजना को पूरा करने का लक्ष्य है।
APSEZ ने वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए लगभग 12,000 करोड़ रुपये की पूंजी खर्च योजना बनाई है। इसमें से लगभग 6,000 करोड़ रुपये मुंद्रा, कोलंबो और धामरा बंदरगाहों की क्षमता बढ़ाने के लिए खर्च किए जाएंगे। बाकी राशि का उपयोग लॉजिस्टिक्स, समुद्री क्षेत्र, प्रौद्योगिकी और डिकर्बनाइजेशन (कार्बन उत्सर्जन को कम करने) के लिए किया जाएगा।
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करण अदाणी ने विजिन्जम पोर्ट के उद्घाटन के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा, “हम मानते हैं कि कंटेनर व्यापार में मंदी है, लेकिन यह केवल यूरोप और चीन के लिए है। हमारे लिए, व्यापार में दो अंकों की वृद्धि हो रही है, क्योंकि टैरिफ युद्ध के कारण व्यापार बढ़ रहा है। भारत इस समय एक अच्छे स्थान पर है।”
उन्होंने आगे कहा, “कुछ ट्रांसशिपमेंट पॉइंट्स ऐसी रुकावटों से फायदा उठा रहे हैं, क्योंकि शिपिंग लाइनों को कुछ कार्गो को फिर से रूट करना पड़ता है। इसके अलावा, हम देख रहे हैं कि बहुत सी निर्माण कंपनियां भारत में आ रही हैं और भारत से अमेरिका को निर्यात भी बढ़ रहा है।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को केरल में विजिन्जम अंतरराष्ट्रीय सीपोर्ट का उद्घाटन किया, जो भारत का पहला मेगा ट्रांसशिपमेंट कंटेनर टर्मिनल है। करण अदाणी ने कहा कि कंपनी इसका तीसरा चरण शुरू करने से पहले 90 प्रतिशत क्षमता उपयोग करने का लक्ष्य रखती है।