सज्जन जिंदल के स्वामित्व वाले जेएसडब्ल्यू ग्रुप ने गेको मोटर्स प्राइवेट में बहुलांश हिस्सेदारी हासिल कर रक्षा क्षेत्र में दस्तक देने की तैयारी की है। कंपनी दुर्गम क्षेत्रों के लिए वाहन बनाती है। कंपनी ने 96 स्पेशलिस्ट मोबिलिटी व्हीकल्स (एसएमवी) के निर्माण एवं आपूर्ति के लिए रक्षा मंत्रालय से 250 करोड़ रुपये का ठेका हासिल किया है।
अधिग्रहण के बाद गेको मोटर्स प्राइवेट का नाम बदलकर जेएसडब्ल्यू गेको मोटर्स प्राइवेट हो जाएगा। वाहनों का निर्माण इस समय चंडीगढ़ में जेएसडब्ल्यू गेको की नई विनिर्माण इकाई में किया जाता है और इस साल जून तक सशस्त्र बलों को इनकी आपूर्ति की जाएगी।
जेएसडब्ल्यू समूह के निदेशक पार्थ जिंदल ने कहा, ’73.8 अरब डॉलर के साथ भारत का रक्षा बजट काफी बड़ा है। वर्ष 2030 तक भारतीय रक्षा बजट बढ़कर 200 अरब डॉलर पर पहुंच जाने का अनुमान है। समूह इसे एक बड़े अवसर के तौर पर देख रहा है।’
गेको सौदे से जेएसडब्ल्यू समूह को रक्षा क्षेत्र में अवसर मिला है और उसका रक्षा व्यवसाय जेएसडब्ल्यू डिफेंस के दायरे में आएगा। जेएसडब्ल्यू गेको जेएसडब्ल्यू डिफेंस की सहायक इकाई है।
उन्होंने कहा, ‘भारत के प्रख्यात निर्माण समूहों में से एक के तौर पर हम न केवल यह मानते हैं कि भारत और विश्व के लिए ‘मेक इन इंडिया’ बनाना हमारा कर्तव्य है, बल्कि हम इसे एक महत्वपूर्ण बाजार के साथ एक बड़े अवसर के रूप में भी देखते हैं।’