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JSW Energy ने KSK Mahanadi Power के लिए सबसे ऊंची बोली लगाई, अदाणी पावर को पीछे छोड़ा

15,985 करोड़ की बोली के साथ JSW एनर्जी ने KSK महानदी पावर को अपने नाम किया

Published by
रिमझिम सिंह   
Last Updated- October 28, 2024 | 4:18 PM IST

JSW Energy ने KSK Mahanadi Power के लिए 15,985 करोड़ रुपये की सबसे ऊंची बोली लगाई, जिससे उसने अदाणी पावर को पीछे छोड़ दिया। दो दिन तक चली इस बोली प्रक्रिया में कुल छह कंपनियों ने हिस्सा लिया। अदाणी पावर ने 10वें दौर में 15,885 करोड़ रुपये की बोली लगाई और फिर प्रतिस्पर्धा से बाहर हो गई। इसके बाद, JSW Energy ने 11वें दौर में 100 करोड़ रुपये की अधिक बोली लगाकर यह सौदा हासिल किया।

JSW और अदाणी, दोनों ने कर्जदाताओं को 26% इक्विटी स्टेक और ऑपरेशनल कर्जदाताओं को 100 करोड़ रुपये की अतिरिक्त राशि देने की पेशकश की थी।

Capri Global और अन्य प्रतिस्पर्धी

Capri Global ने भी बोली प्रक्रिया में हिस्सा लिया, लेकिन 10वें दौर में 15,850 करोड़ रुपये की बोली लगाने के बाद वह भी पीछे हट गई। अन्य कंपनियों में Jindal Power, Vedanta और सरकारी कंपनी NTPC Ltd. शामिल थीं, जिन्होंने 9वें दौर तक भाग लिया।

कर्जदाताओं के दावे और रिकवरी

KSK Mahanadi Power के वित्तीय कर्जदाताओं के 29,330 करोड़ रुपये के दावे समाधान पेशेवर द्वारा स्वीकार किए गए थे। कर्जदाताओं को तुरंत करीब 26,485 करोड़ रुपये की रिकवरी होने की उम्मीद है, जो लगभग 90% है। इसमें JSW की पेशकश और 10,500 करोड़ रुपये की नकद और अन्य देनदारियां शामिल हैं। यदि 26% इक्विटी स्टेक को भी जोड़ा जाए, तो रिकवरी 100% से अधिक हो सकती है।

अगस्त में, नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) ने कंपनी की संपत्तियों से 6,400 करोड़ रुपये की नकद राशि के वितरण को मंजूरी दी थी।

JSW Energy की तीसरी बड़ी खरीद

यह अधिग्रहण JSW Energy के लिए तीसरी प्रमुख पावर सेक्टर की खरीद होगी। इससे पहले, JSW Energy ने दिसंबर 2022 में 700 मेगावाट क्षमता वाली Ind Barath Energy (उत्कल) को 1,048 करोड़ रुपये में खरीदा था। मार्च 2023 में, JSW Neo Energy ने Mytrah Energy से 1,753 मेगावाट के रिन्यूएबल एनर्जी पोर्टफोलियो का अधिग्रहण 10,150 करोड़ रुपये में किया था। KSK Mahanadi Power छत्तीसगढ़ में स्थित है और इसके तीन कोयला आधारित यूनिट्स हैं, जिनकी कुल क्षमता 1,800 मेगावाट है।

अदाणी पावर की रुचि

अदाणी पावर भी लंबे समय से KSK Mahanadi Power में रुचि रखता है। 2018 में, अदाणी पावर ने इस प्लांट के लिए 10,300 करोड़ रुपये की पेशकश की थी, लेकिन 2019 में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा टैरिफ में बदलाव के कारण अदाणी ने यह प्रस्ताव वापस ले लिया।

अदाणी पावर ने भारत के दिवाला और शोधन अक्षमता संहिता (IBC) के तहत कई अन्य पावर कंपनियों का भी अधिग्रहण किया है, जिनमें Avantha Power की कोरबा वेस्ट, Coastal Energen और Lanco Amarkantak शामिल हैं।

कर्ज समाधान प्रक्रिया में देरी

KSK Mahanadi Power का कर्ज समाधान 2019 से कानूनी विवादों के कारण अटका हुआ है। सत्यापित कर्जदाताओं के दावों की कुल राशि 16,165 करोड़ रुपये है। इस देरी के कारण कई कर्जदाताओं ने अपने कर्ज को विभिन्न एसेट रिकंस्ट्रक्शन कंपनियों (ARCs) को बेच दिया है।

वर्तमान में, छह ARCs के पास कंपनी के दावों का 54.4% हिस्सा है। इनमें Aditya Birla ARC, जो Aditya Birla Capital और Varde Partners का संयुक्त उद्यम है, का 34% हिस्सा है। भारत के दिवाला समाधान प्रक्रिया में किसी प्रस्ताव को पास करने के लिए 66% कर्जदाताओं की मंजूरी जरूरी होती है, इसलिए 34% से अधिक हिस्सेदारी रखने वाला कोई भी पक्ष प्रस्ताव को रोक सकता है।

First Published : October 28, 2024 | 4:18 PM IST