facebookmetapixel
दक्षिण भारत के लोग ज्यादा ऋण के बोझ तले दबे; आंध्र, तेलंगाना लोन देनदारी में सबसे ऊपर, दिल्ली नीचेएनबीएफसी, फिनटेक के सूक्ष्म ऋण पर नियामक की नजर, कर्ज का बोझ काबू मेंHUL Q2FY26 Result: मुनाफा 3.6% बढ़कर ₹2,685 करोड़ पर पहुंचा, बिक्री में जीएसटी बदलाव का अल्पकालिक असरअमेरिका ने रूस की तेल कंपनियों पर लगाए नए प्रतिबंध, निजी रिफाइनरी होंगी प्रभावित!सोशल मीडिया कंपनियों के लिए बढ़ेगी अनुपालन लागत! AI जनरेटेड कंटेंट के लिए लेबलिंग और डिस्क्लेमर जरूरीभारत में स्वास्थ्य संबंधी पर्यटन तेजी से बढ़ा, होटलों के वेलनेस रूम किराये में 15 फीसदी तक बढ़ोतरीBigBasket ने दीवाली में इलेक्ट्रॉनिक्स और उपहारों की बिक्री में 500% उछाल दर्ज कर बनाया नया रिकॉर्डTVS ने नॉर्टन सुपरबाइक के डिजाइन की पहली झलक दिखाई, जारी किया स्केचसमृद्ध सांस्कृतिक विरासत वाला मिथिलांचल बदहाल: उद्योग धंधे धीरे-धीरे हो गए बंद, कोई नया निवेश आया नहींकेंद्रीय औषधि नियामक ने शुरू की डिजिटल निगरानी प्रणाली, कफ सिरप में DEGs की आपूर्ति पर कड़ी नजर

₹500 करोड़ जुटाने निकले थे, ₹1500 करोड़ की मिलीं बोलियां! Jio Credit का पहला बॉन्ड इश्यू हिट

छोटी अवधि की वजह से इस बॉन्ड इश्यू में सबसे ज्यादा रुचि म्यूचुअल फंड्स ने दिखाई। इसके अलावा कुछ बीमा कंपनियों ने भी हिस्सा लिया।

Last Updated- May 15, 2025 | 11:15 AM IST
Jio Financial Services

जियो फाइनेंशियल सर्विसेज की पूर्ण स्वामित्व वाली कंपनी जियो क्रेडिट ने अपने पहले कॉरपोरेट बॉन्ड इश्यू के ज़रिए 1,000 करोड़ रुपये जुटा लिए हैं। कंपनी ने यह राशि 2 साल 10 महीने की मियाद वाले बॉन्ड्स बेचकर जुटाई, जिनकी कटऑफ यील्ड 7.19% रही। इश्यू का बेस साइज ₹500 करोड़ था, जिसमें ₹500 करोड़ का ग्रीनशू ऑप्शन भी शामिल था। बाजार सूत्रों के मुताबिक, इस इश्यू को कुल ₹1,500 करोड़ की बोलियां मिलीं, जो बेस साइज से तीन गुना ज़्यादा है।

mutual funds और insurers ने दिखाई दिलचस्पी

छोटी अवधि की वजह से इस बॉन्ड इश्यू में सबसे ज्यादा रुचि म्यूचुअल फंड्स ने दिखाई। इसके अलावा कुछ बीमा कंपनियों ने भी हिस्सा लिया। सूत्रों के अनुसार, यह कटऑफ यील्ड अन्य बड़ी निजी एनबीएफसी कंपनियों की तुलना में 7 से 8 बेसिस प्वाइंट कम रही। रॉकफोर्ट फिनकैप एलएलपी के फाउंडर और मैनेजिंग पार्टनर वेंकटकृष्णन श्रीनिवासन ने कहा, “सामान्यत: किसी कंपनी के पहले बॉन्ड इश्यू में 5-10 बेसिस प्वाइंट ज़्यादा यील्ड लगती है। लेकिन जियो का ब्रांड इतना मज़बूत है कि कंपनी ने पहली बार में ही ‘टाइट यील्ड’ हासिल कर ली।”

ALSO READ: डिफेंस PSU ने Q4 में कमाया ₹3,977 करोड़ का मुनाफा, साथ ही 500% के डिविडेंड का ऐलान

उन्होंने बताया कि हाल में भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव की वजह से सरकारी बॉन्ड्स की यील्ड में तेज़ी आई थी, जिसका असर कॉरपोरेट बॉन्ड्स पर भी पड़ा। हालांकि सीज़फायर के बाद गवर्नमेंट सिक्योरिटीज़ में तेज़ सुधार हुआ, लेकिन कॉरपोरेट यील्ड्स उतनी तेजी से नीचे नहीं आईं। इसके बावजूद जियो क्रेडिट को कम यील्ड पर फंडिंग मिलना बाजार में उसके मजबूत भरोसे को दिखाता है।

मार्च 2025 में जियो क्रेडिट ने घरेलू बॉन्ड मार्केट से ₹3,000 करोड़ जुटाने की योजना बनाई थी, लेकिन उस समय यील्ड ऊंची होने के कारण कंपनी ने इश्यू को टाल दिया था। मार्च में ही कंपनी ने पहली बार कमर्शियल पेपर इश्यू करके ₹1,000 करोड़ जुटाए थे। उस समय ये पेपर 7.80% की यील्ड पर और 3 महीने की अवधि के लिए बेचे गए थे।

जियो क्रेडिट के पास 10,000 करोड़ का AUM

मार्च 2025 तक जियो क्रेडिट का कुल एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) ₹10,000 करोड़ पहुंच गया है। कंपनी होम लोन, प्रॉपर्टी पर लोन, म्यूचुअल फंड और शेयर पर लोन देती है। इसके अलावा यह वेंडर फाइनेंसिंग, वर्किंग कैपिटल लोन और टर्म लोन जैसे उत्पाद भी ऑफर करती है।

जियो फाइनेंशियल सर्विसेज का नेटवर्क

जियो फाइनेंशियल सर्विसेज जो कि एक कोर इन्वेस्टमेंट कंपनी (CIC) है और RBI से रजिस्टर्ड है, अपने सभी वित्तीय उत्पाद और सेवाएं विभिन्न यूनिट्स के ज़रिए संचालित करती है। इसमें जियो क्रेडिट, जियो इंश्योरेंस ब्रोकिंग, जियो पेमेंट सॉल्यूशंस, जियो लीजिंग सर्विसेज, जियो फाइनेंस प्लेटफॉर्म एंड सर्विस और जियो पेमेंट्स बैंक शामिल हैं। इस बॉन्ड इश्यू के लिए ICICI सिक्योरिटीज़ प्राइमरी डीलरशिप एकमात्र अरेंजर रही।

 

First Published - May 14, 2025 | 3:42 PM IST

संबंधित पोस्ट