राष्ट्रीय कंपनी विधि अपील पंचाट (NCLAT) ने ठप पड़ी विमानन कंपनी जेट एयरवेज का स्वामित्व कंपनी के लिए सफल बोली लगाने वाले जालान कालरॉक कंसोर्टियम ( Jalan Kalrock Consortium- JKC) को सौंपने की आज मंजूरी दे दी। अपील पंचाट ने पिछले साल राष्ट्रीय कंपनी विधि पंचाट (NCLT) के उस फैसले को बरकरार रखा है जिसमें पंचाट ने जालान कालरॉक कंसोर्टियम को जेट एयरवेज का मालिकाना हक सौंपने की अनुमति दी थी।
अपील पंचाट के इस निर्णय के साथ ही जालान कालरॉक कंसोर्टियम द्वारा जेट एयरवेज के अधिग्रहण के खिलाफ दायर याचिका भी खारिज कर दी गई।
पंचाट ने ऋणदाताओं को 90 दिन में पूरा स्वामित्व हस्तांतरित करने का निर्देश दिया है और कंसोर्टियम को इस अवधि के दौरान विमान परिचालन का सर्टिफिकेट हासिल करने के लिए कहा है। इसके अलावा अपील पंचाट ने जेट एयरवेज के ऋणदाताओं को परफॉर्मेंस बैंक गारंटी के रूप में समूह की तरफ से दिए गए 150 करोड़ रुपये का इस्तेमाल करने का निर्देश दिया है।
जेट एयरवेज को कर्ज देने वाले वित्तीय संस्थान और सफल बोली लगाने वाले जालान कालरॉक गठजोड़ (जेकेसी) के बीच बंद पड़ी विमानन कंपनी के प्रबंधन हस्तांतरण को लेकर एक साल से अधिक समय से कानूनी विवाद चल रहा है। इससे पहले कर्ज देने वाले वित्तीय संस्थानों ने उच्चतम न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था।