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Vedanta की झोली में आई जयप्रकाश एसोसिएट्स, ₹17,000 करोड़ में हुई खरीदारी; रेस में अदाणी ग्रुप रह गई पीछे

वेदांता ने जेएएल को 17,000 करोड़ में खरीदकर अदाणी को पछाड़ा, जेएएल पर 57,185 करोड़ का कर्ज, कर्जदाताओं ने IBC प्रक्रिया से निपटान का रास्ता चुना

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बीएस वेब टीम   
Last Updated- September 05, 2025 | 7:54 PM IST

खनन क्षेत्र की दिग्गज कंपनी वेदांता ने शुक्रवार को गौतम अदाणी की अगुवाई वाले अदाणी ग्रुप को पीछे छोड़ते हुए कर्ज में डूबी जयप्रकाश एसोसिएट्स लिमिटेड (JAL) को 17,000 करोड़ रुपये में खरीद लिया। सूत्रों के अनुसार, इस बोली का नेट प्रेजेंट वैल्यू (NPV) 12,505 करोड़ रुपये है। JAL को कर्ज चुकाने में चूक के बाद दिवालिया प्रक्रिया में लाया गया था। 

JAL के पास रियल एस्टेट, सीमेंट, बिजली, होटल और सड़क जैसे कई क्षेत्रों में कारोबार है। कंपनी के कर्जदाताओं ने इनसॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी कोड (IBC) के तहत कंपनी को बेचने के लिए एक चैलेंज प्रक्रिया आयोजित की थी। इस प्रक्रिया में कई कंपनियों ने हिस्सा लिया, लेकिन आखिरी दौर में सिर्फ वेदांता और अदाणी ग्रुप ने ही ठोस बोलियां लगाईं। वेदांता की 17,000 करोड़ रुपये की बोली ने अदाणी को पछाड़ दिया।

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कर्जदाताओं की बैठक और बोली की प्रक्रिया

शुक्रवार को कर्जदाताओं की समिति (COC) की बैठक हुई, जिसमें इस चैलेंज प्रक्रिया को अंजाम दिया गया। JAL के वित्तीय कर्जदाताओं ने कंपनी पर 57,185 करोड़ रुपये के बकाया कर्ज का दावा किया है। नेशनल एसेट रिकंस्ट्रक्शन कंपनी लिमिटेड (NARCL) ने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की अगुवाई वाले कर्जदाता समूह से JAL के तनावग्रस्त कर्ज खरीदे हैं, जिसके चलते वह सबसे बड़ा दावेदार है। बोली लगाने वालों में अदाणी ग्रुप, डालमिया भारत, वेदांता, जिंदल पावर और पीएनसी इन्फ्राटेक शामिल थे। 

JAL को 3 जून 2024 को इलाहाबाद की नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) के आदेश के बाद कॉरपोरेट इनसॉल्वेंसी रिजॉल्यूशन प्रक्रिया (CIRP) में भेजा गया था। कंपनी ने कर्ज चुकाने में चूक की थी। JAL के पास नोएडा के पास जयपी ग्रीन्स विशटाउन, ग्रेटर नोएडा में जयपी ग्रीन्स और आगामी जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के नजदीक जयपी इंटरनेशनल स्पोर्ट्स सिटी जैसे बड़े रियल एस्टेट प्रोजेक्ट्स हैं। इसके अलावा, दिल्ली-एनसीआर में तीन कमर्शियल/इंडस्ट्रियल ऑफिस स्पेस और दिल्ली-एनसीआर, मसूरी व आगरा में पांच होटल हैं। 

कंपनी के पास मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में चार सीमेंट प्लांट और मध्य प्रदेश में कुछ पट्टे पर लिए गए चूना पत्थर खदान भी हैं, हालांकि ये सीमेंट प्लांट अभी काम नहीं कर रहे। JAL की जयप्रकाश पावर वेंचर्स लिमिटेड, यमुना एक्सप्रेसवे टोलिंग लिमिटेड और जयपी इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट लिमिटेड जैसी सहायक कंपनियों में भी हिस्सेदारी है। 

(PTI के इनपुट के साथ)

First Published : September 5, 2025 | 7:52 PM IST