वोडाफोन-आइडिया लिमिटेड (वीआईएल) अगले 12 महीनों में डिजिटल प्लेटफॉर्म शुरू करने जा रही है, जिसके लिए वह प्रत्येक डिजिटल प्लेटफॉर्म श्रेणी में शीर्ष पर बैठी दो-तीन कंपनियों के साथ गठजोड़ करेगी। मगर उसे अपनी प्रतिद्वंद्वी कंपनियों रिलायंस जियो और भारती एयरटेल के बराबर पहुंचने के लिए तेज दौड़ लगानी होगी क्योंकि डिजिटल प्रतिस्पर्द्धा में दोनो कंपनियां उससे बहुत आगे हैं।
वीआईएल ने विभिन्न डिजिटल प्लेटफॉर्मों को अपने फ्लैगशिप ऐप वी में लाने की योजना बनाई है। ग्राहक वी ऐप का इस्तेमाल भुगतान करने और नए कनेक्शन खरीदने में करते हैं। वीआई की पहले से शुरू हो चुकी डिजिटल श्रेणियों में संगीत एवं फिल्म, नौकरी, स्वास्थ्य एवं सेहत, गेमिंग और विज्ञापनदाताओं के लिए विज्ञापन प्लेटफॉर्म शामिल हैं।
वीआईएल की डिजिटल योजनाओं के बारे में इसके प्रबंधक निदेशक और सीईओ रवींद्र टक्कर ने कहा, ‘हमारी रणनीति अपने प्रतिस्पर्द्धियों से अलग है। हम प्रत्येक श्रेणी में दो तीन शीर्ष कंपनियों से गठजोड़ कर सकते हैं और उनके साथ गहरा तालमेल बिठा सकते हैं ताकि हमारे ग्राहकों को दूसरों से बेहतर अनुभव मिल सके।’
टक्कर ने कहा कि शुरुआती प्रतिक्रिया अच्छी रही है। लेकिन वीआईएल डिजिटल प्लेटफॉर्म के साथ प्रतिस्पर्द्धा करने के या डिजिटल सामग्री मुहैया कराने के नए तरीके ईजाद करना बिल्कुल भी नहीं चाहती क्योंकि उसे इसमें ज्यादा महारत हासिल नहीं है। वह कहते हैं कि कंपनी डिजिटिल प्लेटफॉर्म की सभी श्रेणियों का दायरा बढ़ाएगी और इनमें से 5-7 श्रेणियों को वरीयता देगी। टक्कर ने कहा कि ये डिजिटल प्लेटफॉर्म अगले 12 महीनों में शुरू किए जाएंगे।
बहरहाल वीआईएल की डिजिटल रणनीति अपनी प्रतिस्पर्द्धियों से अलग है। उदाहरण के लिए एयरटेल ने अपने सभी डिजिटल प्लेटफॉर्म को वीआईएल का तरह एक ही ऐप में एकीकृत नहीं किया है। एयरटेल ने अपना म्यूजिक चैनल विंक अलग इकाई के रूप में शुरू किया है, जिसका इस्तेमाल अन्य कंपनियों के ग्राहक भी कर सकते हैं। वीआईएल ने अपने ग्राहकों को हंगामा की म्यूजिक एग्रीगेशन सामग्री मुहैया कराने के लिए उसके साथ करार किया है।
इसने गेम्स के लिए नजारा टेक्नोलॉजीज और नौकरी के लिए अपना डॉट सीओ के साथ गठजोड़ किया है। एयरटेल के तीन अलग-अलग ऐप- विंक, एयरटेल थैंक्स और एयरटेल एक्सट्रीम हैं। एयरटेल थैंक्स पर आप भुगतान कर सकते हैं और एयरटेल की अन्य सेवाओं का ऑर्डर दे सकते हैं। एयरटेल एक्सट्रीम फिल्म, ओटीटी जैसी मनोरंजन संबंधी जरूरतों के लिए एक प्लेटफॉर्म है। एयरटेल थैंक्स के करीब 10.2 करोड़ और विंक के 7.1 करोड़ से अधिक मासिक सक्रिय उपयोगकर्ता हैं।
सावन को खरीदकर रिलायंस जियो भी म्यूजिक के मैदान में उतर आई है। यह जियो मार्ट के जरिये अपना ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म भी चला रही है। इसकी अपनी कंटेंट कंपनी भी है और बालाजी टेलीफिल्म्स, ईरोस जैसे विभिन्न प्रॉडक्शन हाउस में हिस्सेदारी है। इतना ही नहीं, रिलायंस जियो के पास बड़ी मात्रा में सामग्री भी उपलब्ध है। इसी समूह की कंपनी वायकॉम 18 प्रसारण एवं ओटीटी चैनल चला रही है, जिनका इस्तेमाल यह होड़ में उतरने पर कर सकती है। इसने अपने कुछ चैनल माई जियो ऐप में शामिल कर लिए हैं, जिसके करीब 30 करोड़ उपयोगकर्ता होने का अनुमान है।