आगामी लोक सभा चुनाव 2009 न केवल विज्ञापन कंपनियों के लिए बल्कि भारतीय खेल कंपनियों के लिए भी एक वरदान साबित हो रहा है।
चुनाव कीइस वेला में देश की गेमिंग कंपनियां गेम्स से पैसे बनाकर खुद को पुनर्जीवित करने में जुटी हुई हैं। ये कंपनियां राजनीतिक और चुनावी मसलों पर गेम तैयार कर रही हैं। उपयोगकर्ताओं को ये चुनावी खेल ऑनलाइन और मोबाइल पर मुहैया कराए जा रहे हैं।
हाल में 25 लाख रुपये के निवेश के साथ देश मेंपहले राजनीतिक साइबर खेल को शुरू करने वाली कंपनी 7सीज के प्रबंध निदेशक ए मूर्ति शंकर ने बताया, ‘ये गेम हमारे लिए बहुत फायदेमंद साबित हो रहे हैं। खास तौर से युवा ग्राहकों की जबरदस्त भीड़ देखने को मिल रही है।’
चुनावी मौसम में अधिक से अधिक आमदनी करने के उद्देश्य से ये कंपनियां किसी अन्य विषय पर खेल तैयार नहीं कर रही हैं। देश की ज्यादातर गेमिंग कंपनियां वर्तमान समय में चुनाव से संबंधित खेल विकसित करने में जुटी हुई हैं।
शंकर ने बताया, ‘अभी भारत में ज्यादातर गेम कंपनियां राजनीतिक खेल विकसित करने में ही जुटी हुई हैं। इसके पीछे एक खास वजह यह भी है कि राजनीति के गेम अन्य खेलों को विकसित करने के मुकाबले थोड़े आसान होते हैं। हालांकि एक तरह से देखें तो राजनैतिक खेल वास्तव में मौसमी खेल है जबकि अन्य कैजुअल ऑनलाइन खेल होते हैं। इनसे रिटर्न ही दो-तीन महीने में मिल जाता है।
राजनीतिक खेलों के आगमन से बाजार में इस ओर आकर्षित होने वाले ग्राहकों की संख्या एकाएक बहुत बढ़ गई है।’ 7सीज के खेल पोर्टल का नाम ऑनलाइनरियलगेम्स डॉट कॉम है। शंकर ने बताया कि हमारे पोर्टल पर प्रतिदिन 100,000 ग्राहक हिट कर रहे हैं। इसी तरह मुंबई स्थित गेम2विन ने भी दो खेल जारी किए हैं। पहला, सिंह इज किंग और दूसरा स्टॉक मार्केट सुसाइड।
इन दोनों खेंलों को ऑनलाइन मुहैया कराया गया है। यह उम्मीद जताई जा रही है कि कंपनी की कमाई अगले तीन साल में 70 करोड़ अमेरिकी डॉलर के आंकड़े को छू लेगी। वर्तमान में कंपनी की कमाई 30 करोड़ डॉलर है।
गेम2विन के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी आलोक केजरीवाल ने बताया, ‘सामयिक राजनीति से जुड़े खेलों को विकसित कर कमाई कर पाना थोड़ा मुश्किल है लेकिन कंपनी को उम्मीद है कि इससे उसकी कमाई में 1 फीसदी का इजाफा हो सकता है।’
केजरीवाल ने बताया, ‘हम दो अन्य विशेष खेल शुरू करने की योजना बना रहे हैं। एक का नाम मैस्कॉट चिंपो और दूसरा पोल होगा। इस खेल के जरिए 18 से 25 साल के युवाओं को लक्षित किया जाएगा। ये खेल चुनाव पर आधारित होंगे। ऑरकुट जैसी बड़ी कम्युनिटी के जरिए युवाओं को आकर्षित करना आसान होता है।’