बढ़ती मुद्रास्फीति और आर्थिक मंदी की वजह से 2008 के दौरान भारत में उपभोक्ताओं के खरीदारी की भावना को भले ही झटका लगा।
लेकिन इन सब मुश्किलों के बावजूद नोटबुक पीसी निर्माताओं का कहना है कि उन्हें 2009 में देश में अच्छे अवसर दिख रहे हैं। एचपी इंडिया के प्रमुख (कंज्यूमर-मार्केटिंग) शुभदीप पाल कहते हैं, ‘जैसा कि ब्रॉडबैंड या 3 जी की पैठ बढ़ी है, हम सस्ती कीमत पर और अधिक कनेक्टेड उत्पाद मुहैया कराने का अवसर देख रहे हैं।
बाजार कनेक्टिविटी और मोबिलिटी, फैशन और स्टाइल पर आधारित है। हाल ही में संपन्न हुए विल्स लाइफस्टाइल इंडिया फैशन वीक 2008 में हमने फैशन पसंद लोगों के लिए पियोनी के साथ एक डिजिटल क्लच के लॉन्च के लिए विश्व के जाने-माने फैशन डिजाइनर विवियन टैम को अपने साथ जोड़ा। डिजिटल क्लच भारत में 2009 की पहली छमाही से उपलब्ध हो जाएगा।’
एचपी ने हाल ही में लक्जरी सेगमेंट में एचपी टचस्मार्ट पीसी, बच्चों के लिए नोडी पीसी और एक पैविलियन इमप्रिंट रेंज लॉन्च की है। अपनी ‘गो-टु-मार्केट’ रणनीति के तहत एचपी 600 शहरों में अपनी रिटेल मौजूदगी दर्ज करने और अपने एचपी वर्ल्ड आउटलेटों की संख्या 132 से बढ़ा कर 150 करने की योजना बना रही है।
पाल ने कहा, ‘हमने अपने रिटेल पार्टनर नेटवर्क का विस्तार करने की भी योजना बनाई है जिसमें मल्टी-ब्रांडेड आउटलेट और बड़े आकार के रिटेलर शामिल हैं। इस साल के अंत तक इनकी संख्या 4100 से बढ़ा कर 6,000 किए जाने की योजना है।’
आईडीसी इंडिया क्वार्टर्ली पीसी ट्रैकर के मुताबिक वित्त वर्ष 2008 की तीसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) के दौरान पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में क्लाइंट पीसी शिपमेंट में 1.7 फीसदी का इजाफा हुआ।
साल दर साल डेस्कटॉप पीसी शिपमेंट में 8.9 फीसदी की गिरावट आई जबकि नोटबुक पीसी शिपमेंट में 37.8 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई।
30 सितंबर 2008 को समाप्त हुई 9 महीने की अवधि के लिए कुल पीसी शिपमेंट पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में 6.4 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 64.3 लाख पीसी रही।
नोटबुक पीसी शिपमेंट 54.5 फीसदी की बढ़त के साथ 18.7 लाख रही वहीं डेस्कटॉप पीसी शिपमेंट 5.7 फीसदी की गिरावट के साथ 45.6 लाख रही।
कुल क्लाइंट पीसी बाजार (नोटबुक और डेस्कटॉप दोनों) के संदर्भ में एचपी ने 18.7 फीसदी बाजार भागीदारी के साथ अपना प्रमुख स्थान बनाए रखा। डेस्कटॉप पीसी शिपमेंट के संदर्भ में 2008 की दूसरी तिमाही के दौरान एचपी ने 13.9 फीसदी की बाजार भागीदारी के साथ अपना शीर्ष दर्जा कायम रखा।
इसी महीने नोटबुक पीसी बाजार में दस्तक देने वाली कलर मॉनिटर, एचडीडी और ओएमएस उत्पाद निर्माता सैमसंग भी भारतीय नोटबुक बाजार को लेकर आशान्वित बनी हुई है।
सैमसंग इंडिया इलेक्ट्रोनिक्स के निदेशक (आईटी) रंजीत सिंह यादव ने कहा, ‘नोटबुक पीसी बाजार में प्रवेश के जरिये कंपनी एक संपूर्ण सॉल्युशन प्रदाता बनने की संभावना तलाश रही है। हम 2009 में क्यू, आर, एक्स और एन सीरीज के उत्पादों की व्यापक लाइनअप के साथ नोटबुक पीसी सेगमेंट में प्रवेश करने जा रहे हैं।
हालांकि हम भारतीय बाजार में अपने नोटबुक पीसी को पेश करने की प्रक्रिया से गुजर रहे हैं, इसलिए 2009 के लिए बाजार भागीदारी को लेकर कुछ कहना फिलहाल उचित नहीं होगा। लेकिन हमें भरोसा है कि हम 2010 में हमें दोहरे अंक की बाजार भागीदारी हासिल कर लेंगे।’
ताईवान की लैपटॉप निर्माता कंपनी एसस टेक्नोलॉजी देश में हर महीने लगभग 20,000 और 30,000 के बीच लैपटॉप एवं नोटबुक बेचने की योजना बना रही है।
एसस इंडिया के उत्पाद प्रबंधक (नोटबुक और ई पीसी) स्टैनली वू कहते हैं, ‘भारत में नोटबुक बाजार का आकार अनुमानित रूप से 24 लाख यूनिट का है और 2009 तक यह बढ़ कर 30 लाख यूनिट हो जाने की उम्मीद है।
नोटबुक बाजार के 2009 में सब-100,000 यूनिट से बढ़ कर लगभग 300,000 यूनिट हो जाने की संभावना है। हम भारत में प्रमुख तीन लैपटॉप और नोटबुक विक्रेताओं में शुमार होना चाहते हैं। इसे ध्यान में रखते हुए हम अपने सेवा केंद्र नेटवर्क को मौजूदा 7 से बढ़ा कर 10 कर रहे हैं।’
भारतीय बाजार में नए खिलाड़ियों में शुमार इंटेक्स टेक्नोलॉजीज भी गेमिंग पीसी और किफायती नोटबुक और डेस्कटॉप के साथ बाजार में पैठ बढ़ाने का प्रयास कर रही है।
इंटेक्स के डीजीएम एवं प्रमुख (पीसी) संजय कुमार ने कहा, ‘आगामी वर्ष में हम इस क्रम में अपने पोर्टफोलियो में लगभग आधा दर्जन संस्करण जोड़ेंगे।’