Skip to content
  सोमवार 6 फ़रवरी 2023
Trending
February 6, 2023अमेरिका ने मार गिराया ‘जासूसी गुब्बारा’ ! तिलमिलाया उठा चीनFebruary 6, 2023वासन आई केयर के लिए एएसजी हॉस्पिटल की समाधान योजना मंजूरFebruary 6, 2023टेस्टिंग के लिए आने वाली कारों पर इम्पोर्ट ड्यूटी खत्मFebruary 6, 2023देरी से लिया गया निर्णयFebruary 6, 2023EV खरीदने के मामले में महाराष्ट्र सबसे आगे, कर्नाटक दूसरे नंबर परFebruary 6, 202325 आधार अंक और बढ़ेगी रीपो रेट!February 6, 2023चीन के बेटिंग और लोन देने वाले 230 ऐप पर लगेगा प्रतिबंधFebruary 6, 2023अस्पतालों को भेजी गई ‘इंट्रानेजल’ टीके की तीन लाख खुराकFebruary 6, 2023Adani vs Hindenburg: JPC से जांच पर विपक्ष का जोरFebruary 6, 2023यशराज फिल्म्स, धर्मा प्रोडक्शन पर कोविड बेअसर
बिज़नेस स्टैंडर्ड
  • होम
  • बजट 2023
  • अर्थव्यवस्था
  • बाजार
    • शेयर बाजार
    • म्युचुअल फंड
    • आईपीओ
    • समाचार
  • कंपनियां
    • स्टार्ट-अप
    • रियल एस्टेट
    • टेलीकॉम
    • तेल-गैस
    • एफएमसीजी
    • उद्योग
    • समाचार
  • पॉलिटिक्स
  • लेख
    • संपादकीय
  • आपका पैसा
  • भारत
    • उत्तर प्रदेश
    • महाराष्ट्र
    • मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़
    • बिहार व झारखण्ड
    • राजस्थान
    • अन्य
  • मल्टीमीडिया
    • वीडियो
  • टेक-ऑटो
  • विविध
    • मनोरंजन
    • ट्रैवल-टूरिज्म
    • शिक्षा
    • स्वास्थ्य
  • अन्य
    • विशेष
    • आज का अखबार
    • ताजा खबरें
    • अंतरराष्ट्रीय
    • वित्त-बीमा
      • फिनटेक
      • बीमा
      • बैंक
      • बॉन्ड
      • समाचार
    • कमोडिटी
    • खेल
    • BS E-Paper
बिज़नेस स्टैंडर्ड
बिज़नेस स्टैंडर्ड
  • होम
  • अर्थव्यवस्था
  • बजट 2023
  • बाजार
    • शेयर बाजार
    • म्युचुअल फंड
    • आईपीओ
    • समाचार
  • कंपनियां
    • स्टार्ट-अप
    • रियल एस्टेट
    • टेलीकॉम
    • तेल-गैस
    • एफएमसीजी
    • उद्योग
    • समाचार
  • पॉलिटिक्स
  • लेख
    • संपादकीय
  • आपका पैसा
  • भारत
    • उत्तर प्रदेश
    • महाराष्ट्र
    • मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़
    • बिहार व झारखण्ड
    • राजस्थान
    • अन्य
  • मल्टीमीडिया
    • वीडियो
  • टेक-ऑटो
  • विशेष
  • विविध
    • मनोरंजन
    • ट्रैवल-टूरिज्म
    • शिक्षा
    • स्वास्थ्य
  • अन्य
  • आज का अखबार
  • ताजा खबरें
  • खेल
  • वित्त-बीमा
    • बैंक
    • बीमा
    • फिनटेक
    • बॉन्ड
  • BS E-Paper
बिज़नेस स्टैंडर्ड
  आईटी  ‘अगले दो साल हमारे लिए वाकई चुनौतीपूर्ण होंगे’
आईटी

‘अगले दो साल हमारे लिए वाकई चुनौतीपूर्ण होंगे’

बीएस संवाददाता बीएस संवाददाता —March 23, 2009 6:10 PM IST0
FacebookTwitterLinkedInWhatsAppEmail

वैश्विक मंदी के बावजूद भारतीय प्रबंधन संस्थान-अहमदाबाद (आईआईएम-ए) हाल ही में संपन्न हुए प्लेसमेंट सत्र के दौरान प्रबंधन में पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम (पीजीपी) और एग्री बिजनेस मैनेजमेंट (पीजीपी-एबीएम) के लगभग सभी छात्रों को नौकरी दिलाने में कामयाब रहा।
संस्थान के निदेशक समीर बरुआ का मानना है कि यह साल प्लेसमेंट के लिए 2001 के बाद से सबसे अधिक चुनौतीपूर्ण रहा। उन्होंने इस संकटग्रस्त समय में प्लेसमेंट के दौरान संस्थान को सफलता दिलाने की अपनी रणनीति के बारे में हमारे संवाददाता मौलिक पाठक और विनय उमरजी से बातचीत की। पेश हैं बातचीत के प्रमुख अंश:
प्लेसमेंट के बाद आप तनावमुक्त महसूस कर रहे होंगे?
बिलकुल। हमें प्लेसमेंट पर मंदी का साया पड़ने की आशंका थी, लेकिन हम इसके लिए पूरी तरह से तैयार थे और यह ठीक तरीके से पूरा हो गया।
प्लेसमेंट प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए आपने क्या कदम उठाए?
आपको यह पता होगा कि हमारा ज्यादातर प्लेसमेंट फाइनैंस क्षेत्र से जुड़ा होता है जो वैश्विक मंदी से बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। हमारे लिए सबसे बड़ी चुनौती फाइनैंस की तुलना में अन्य क्षेत्रों की कंपनियों को आकर्षित करने की थी।
हमने यह मान कर अपनी रणनीति तैयार की थी कि इस साल और आगे भी फाइनैंस कंपनियां हमारे परिसर का दौरा नहीं कर सकती हैं या फिर ज्यादा अहम भूमिका नहीं निभा सकती हैं। इस साल का प्लेसमेंट 2001 की विफलता के बाद से सर्वाधिक चुनौतीपूर्ण बना हुआ था। हालांकि इस बार बीपीसीएल, आईओसी और गेल जैसी सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों ने भी प्लेसमेंट में दिलचस्पी दिखाई।
क्या सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयों (पीएसयू) के साथ काम करना चुनौतीपूर्ण नहीं होगा?
पीएसयू तीन साल, पांच साल या इससे अधिक समय के लिए संविदात्मक नियुक्तियों में दिलचस्पी दिखा रही हैं। अगर यह प्रयोग सफल रहता है तो इससे नई संभावनाएं पैदा हो सकती हैं।
क्या मंदी की वजह से छात्र इस प्रयोग को अपना सकते हैं?
शुरू में विदेशी नौकरियों के प्रति जबरदस्त क्रेज था। यह रिस्क रिवार्ड रेशियो का प्रश्न है जिसमें अब बदलाव आया है। पहले की तुलना में अब यह रुझान पीएसयू जैसी घरेलू कंपनियों के प्रति बढ़ा है। यह चलन अगले दो साल या इससे भी अधिक समय के लिए जारी रहने की संभावना है।
कुछ वर्षों में आईआईएम-ए ने कई उद्यमी पैदा किए हैं। ये उद्यमी छात्रों को नौकरी देने में कितने सफल रहे हैं?
मैं इस बारे में तुरंत कोई आंकड़ा नहीं दे सकता हूं, लेकिन आईआईएम-ए से निकले उद्यमियों द्वारा हमारे छात्रों को नौकरी मुहैया कराने की दर उत्साहजनक नहीं है। शायद उनके द्वारा पैकेज की पेशकश पर्याप्त नहीं है। हालांकि आईआईएम-ए से निकले कई उद्यमी विभिन्न कंपनियों की तरफ से भर्ती कर रहे हैं।
अगले साल आप किन क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करने की योजना बना रहे हैं?
हमारा मुख्य फोकस इन्फ्रास्ट्रक्चर विस्तार पर केंद्रित होगा। इस साल हम 7 फीसदी के ओबीसी कोटा में विस्तार कर 13 फीसदी करेंगे और अगले साल हम इसे बढ़ा कर 27 फीसदी कर देंगे।
नॉलेज क्रिएशन यानी ज्ञान सृजन के तहत हमने वेब पर केस स्टडीज के जरिये कुछ शुरुआती कदम उठाए हैं। हम बेहद अहम तरीके से केस स्टडी का संपादन कर रहे हैं और उन्हें समरूप बनाने के बाद वेब पर डाल रहे हैं। हमें उम्मीद है कि इस साल मई-जून तक हमारे केस स्टडीज की संख्या लगभग 400 हो जाएगी।
क्या संस्थान को वित्तीय संकट से जूझना पड़ रहा है?
हां, हमने 54 करोड़ रुपये के एक कोष के लिए सरकार से अनुरोध किया था, लेकिन सरकार ने हमें महज 34 करोड़ रुपये ही दिए हैं। हमें कोष का अभाव झेलना पड़ रहा है। 2001 में हमारे पास लगभग 170 करोड़ रुपये की रकम थी जो अब घट कर करीब 50 करोड़ रुपये रह गई है। यह बताना भी बेहद मुश्किल है कि हम कब ब्रेक ईवन (न लाभ और न ही नुकसान) की स्थिति में आएंगे।
छठे वेतन आयोग के तहत अब 7-8 करोड़ रुपये सालाना का बोझ हमारे सिर पर है, क्योंकि हमें सेवानिवृति लाभ के तौर पर भारी-भरकम रकम का 2006 से ही एरियर के रूप में भुगतान करना पड़ेगा। मौजूदा समय में हम 7-8 करोड़ रुपये के घाटे में चल रहे हैं। हमें राजस्व में लगातार गिरावट का सामना करना पड़ रहा है और खर्च में इजाफा हो रहा है। अगले दो साल हमारे लिए बेहद मुश्किल भरे होंगे।
फैकल्टी के अभाव को दूर करने के लिए आप क्या कदम उठा रहे हैं?
हमने पिछले 15 महीनों में लगभग 10 फैकल्टी यानी संकाय सदस्य जोड़े हैं और मौजूदा समय में हमारे 91 संकाय सदस्य हैं। 2011 तक हमारे पास सभी पांचों प्रशिक्षण कार्यक्रमों के 1100 छात्रों के लिए लगभग 110 संकाय सदस्य हो जाएंगे। गैर-शिक्षण स्टाफ की बात करें तो हमारे संस्थान में इनकी तादाद अच्छी है। हमारे पास लगभग 320 गैर-शिक्षण कर्मचारी हैं और हमने फिलहाल इस संख्या में इजाफा करने की योजना नहीं बनाई है।

next two years are very tuff for us
FacebookTwitterLinkedInWhatsAppEmail

संबंधित पोस्ट

  • संबंधित पोस्ट
  • More from author
आईटी

Infosys ने ब्रिटिश टैक्स असेसमेंट के खिलाफ अपील करने की बात मानी : रिपोर्ट

February 1, 2023 9:15 AM IST0
आईटी

अब IBM करेगी छंटनी, मंदी के बीच 3,900 कर्मचारियों को निकालने की तैयारी

January 26, 2023 2:35 PM IST0
आईटी

मार्जिन में 250 आधार अंक तक का सुधार संभव: LTIMindTree

January 24, 2023 10:34 PM IST0
आईटी

सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसरों के लिए दिशानिर्देश

January 20, 2023 11:28 PM IST0
अंतरराष्ट्रीय

Russian Crude Oil: रूस से डीजल खरीदने पर यूरोपीय देशों ने रोक लगाई

February 5, 2023 8:14 PM IST0
अंतरराष्ट्रीय

चीन से कुछ अहम कच्चे माल के आयात पर निर्भरता कम करने की जरूरत: NITI Aayog

February 5, 2023 5:04 PM IST0
आपका पैसा

कर्मचारियों, पेंशनभोगियों के महंगाई भत्ते को चार प्रतिशत बढ़ाकर 42 प्रतिशत कर सकती है सरकार

February 5, 2023 2:20 PM IST0
अंतरराष्ट्रीय

पाकिस्तान ने विकिपीडिया को किया ‘ब्लॉक’

February 4, 2023 2:24 PM IST0
अन्य समाचार

World Cancer Day: विशेषज्ञों ने कैंसर के किफायती उपचार के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य क्षेत्र को सशक्त बनाने पर दिया जोर

February 4, 2023 12:54 PM IST0
अन्य

देशभर में पिछले 24 घंटे में Covid-19 संक्रमण के 128 नए मामले सामने आए

February 4, 2023 12:04 PM IST0

Trending Topics


  • Gold Prices Today
  • Stock Market Update
  • Adani Enterprises Share Price
  • Rupee vs Dollar
  • Stocks To Watch
  • Adani FPO
  • New Income Tax Regime
  • Online Gaming | Budget 2023
  • Union Budget 2023

सबकी नजर


अमेरिका ने मार गिराया 'जासूसी गुब्बारा' ! तिलमिलाया उठा चीन

February 6, 2023 12:28 AM IST

वासन आई केयर के लिए एएसजी हॉस्पिटल की समाधान योजना मंजूर

February 6, 2023 12:14 AM IST

टेस्टिंग के लिए आने वाली कारों पर इम्पोर्ट ड्यूटी खत्म

February 6, 2023 12:13 AM IST

देरी से लिया गया निर्णय

February 6, 2023 12:12 AM IST

EV खरीदने के मामले में महाराष्ट्र सबसे आगे, कर्नाटक दूसरे नंबर पर

February 6, 2023 12:12 AM IST

Latest News


  • अमेरिका ने मार गिराया ‘जासूसी गुब्बारा’ ! तिलमिलाया उठा चीन
    by भाषा
    February 6, 2023
  • वासन आई केयर के लिए एएसजी हॉस्पिटल की समाधान योजना मंजूर
    by शाइन जेकब
    February 6, 2023
  • टेस्टिंग के लिए आने वाली कारों पर इम्पोर्ट ड्यूटी खत्म
    by नितिन कुमार
    February 6, 2023
  • देरी से लिया गया निर्णय
    by बीएस संपादकीय
    February 6, 2023
  • EV खरीदने के मामले में महाराष्ट्र सबसे आगे, कर्नाटक दूसरे नंबर पर
    by सुरजीत दास गुप्ता
    February 6, 2023
  • चार्ट
  • आज का बाजार
60841.88 
IndicesLastChange Chg(%)
सेंसेक्स60842
9101.52%
निफ्टी60842
9100%
सीएनएक्स 50014962
1230.83%
रुपया-डॉलर81.91
--
सोना(रु./10ग्रा.)51317.00
0.00-
चांदी (रु./किग्रा.)66740.00
0.00-

  • BSE
  • NSE
CompanyLast (Rs)Gain %
Mahindra Life.379.208.31
Adani Ports498.857.98
AAVAS Financiers1996.757.33
Titan Company2463.206.87
Bank of Baroda163.656.20
Rajesh Exports946.906.15
आगे पढ़े  
CompanyLast (Rs)Gain %
Mahindra Life.380.058.80
Adani Ports498.857.87
AAVAS Financiers1998.657.37
Titan Company2463.106.72
Bank of Baroda163.606.20
Ambuja Cements373.605.97
आगे पढ़े  

# TRENDING

Gold Prices TodayStock Market UpdateAdani Enterprises Share PriceRupee vs DollarStocks To WatchAdani FPONew Income Tax RegimeOnline Gaming | Budget 2023Union Budget 2023
© Copyright 2023, All Rights Reserved
  • About Us
  • Authors
  • Partner with us
  • Jobs@BS
  • Advertise With Us
  • Terms & Conditions
  • Contact Us