आईटी

वित्त वर्ष 2025 में IT कर्मचारियों को कम वेतन वृद्धि की उम्मीद, टॉप फर्मों में औसत 5-8.5% के दायरे में होगी बढ़ोतरी

कमजोर मांग और उच्च लागत के चलते वेतन वृद्धि में नरमी, पर उम्दा प्रदर्शन करने वालों को दो अंकों में बढ़ोतरी की संभावना।

Published by
शिवानी शिंदे   
Last Updated- September 18, 2024 | 11:20 PM IST

देरी से भर्ती, छंटनी और देर से नियुक्ति के बाद आईटी सेवा कंपनियों में काम करने वाले कर्मचारियों को इस साल कम वेतन वृद्धि का भी सामना करना पड़ सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि वित्त वर्ष 2025 में शीर्ष पांच आईटी फर्मों में औसत वेतन वृद्धि 5 से 8.5 फीसदी के दायरे में होगी। टीमलीज डिजिटल की सीईओ नीति शर्मा ने कहा, ‘हमने सुना है कि शीर्ष आईटी फर्मों में इस साल औसत वेतन वृद्धि 7 से 8 फीसदी के दायरे में होगी। मगर उम्दा प्रदर्शन करने वालों को 12 से 18 फीसदी के बीच दो अंकों में वेतन वृद्धि मिलती रहेगी।’

एक्सफेनो के आंकड़ों के अनुसार, वेतन वृद्धि में नरमी आम तौर पर आईटी सेवा उद्योग में कमजोर मांग परिदृश्य को दर्शाती है। अगर तुलना करें तो जून 2023 को समाप्त 12 महीने के दौरान वेतन लागत में 14.2 फीसदी की वृद्धि के साथ-साथ 12.4 फीसदी की राजस्व वृद्धि दर्ज की गई। मगर जून 2022 को समाप्त 12 महीने के दौरान वेतन लागत में 24.3 फीसदी की वृद्धि के साथ 19.2 फीसदी की राजस्व वृद्धि दर्ज की गई।

एक्सफेनो के संस्थापक एवं सीईओ कमल कारंत ने कहा, ‘शीर्ष 7 आईटी सेवा कंपनियों ने एकीकृत तौर पर जून 2023 के मुकाबले जून 2024 को समाप्त तिमाही में 3.4 फीसदी की वार्षिक राजस्व वृद्धि दर्ज की है। इस दौरान उनके एकीकृत वेतन लागत में 2.8 फीसदी की वार्षिक वृद्धि दर्ज की गई।’

अच्छी खबर यह है कि वेतन में वृद्धि अवश्य होगी, मगर फिलहाल यह तय नहीं है कि बढ़ोतरी कब होगी। अब तक केवल टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) ने ही अपने कर्मचारियों के लिए वेतन वृद्धि की घोषणा की है। देश की दूसरी सबसे बड़ी आईटी सेवा कंपनी इन्फोसिस, एचसीएलटेक और विप्रो सहित अन्य कंपनियों ने फिलहाल इसकी घोषणा नहीं की है।

शर्मा ने यह भी कहा कि वेतन वृद्धि में नरमी की एक वजह 2022 में कंपनियों द्वारा दी गई उच्च वेतन वृद्धि भी है। इसके अलावा आईटी सेवा कंपनियों के लिए कर्मचारी लागत सबसे बड़ा खर्च है। इसलिए कारोबार में सुस्ती के दौरान कंपनियां अपने इस खर्च को नियंत्रित करने की कोशिश करेंगी। उन्होंने कहा, ‘मगर शानदार प्रदर्शन करने वालों के लिए दो अंकों में वेतन वृद्धि जारी रहेगी।’

टीसीएस ने वित्त वर्ष 2025 के लिए 4.5 से 7 फीसदी के दायरे में औसत वेतन वृद्धि की घोषणा की है। मगर उम्दा प्रदर्शन करने वालों को दो अंकों में वेतन वृद्धि मिली। यह वृद्धि 1 अप्रैल, 2024 से प्रभावी है। अधिकतर कंपनियों ने कहा है कि फिलहाल यह तय नहीं है कि कितनी वेतन वृद्धि की जाएगी। इस संबंध में निर्णय वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में लिया जाएगा।

विप्रो के सीईओ श्रीनि पलिया ने वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही के नतीजे जारी करने के बाद कहा, ‘हमने अभी तय नहीं किया है कि वेतन वृद्धि कब दी जाए। हम इस तिमाही में निर्णय ले लेंगे, मगर जब भी हम फैसला लेंगे, वह बाजार के अनुरूप ही होगा।’

यह पूछे जाने पर कि क्या कंपनी ने वित्त वर्ष 2025 के लिए वेतन वृद्धि के बारे में निर्णय ले लिया है, कंपनी ने एक बयान में कहा, ‘विप्रो अपने कर्मचारियों को 1 सितंबर, 2024 से मेरिट वेतन वृद्धि (एमएसआई) प्रदान करेगी। यह निर्णय कर्मचारियों के योगदान को मान्यता देने की हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। हम पात्रता दिशानिर्देशों और प्रदर्शन के आधार पर वेतन वृद्धि को परिभाषित करने की प्रक्रिया में हैं। संशोधित वेतन अक्टूबर से दिखेगा।’ जहां तक इन्फोसिस का सवाल है तो कंपनी ने अब तक वेतन वृद्धि के बारे में कुछ नहीं कहा है। वित्त वर्ष 2024 में कंपनी ने नवंबर में वेतन वृद्धि की घोषणा की थी।

First Published : September 18, 2024 | 10:50 PM IST