देश के आईटी-बीपीओ उद्योग के संगठन नैस्कॉम ने वित्त वर्ष 2009 में उद्योग का कारोबार लगभग 3,000 अरब रुपये तक पहुंचने की उम्मीद जताई है।
भारतीय आईटी-बीपीओ कंपनियों के निर्यात कारोबार के आंकड़े में 16-17 फीसदी की बढ़ोतरी होने की संभावना है। नैस्कॉम के अनुसार वित्त वर्ष 2009 में घरेलू आईटी- बीपीओ कारोबार 20 फीसदी बढ़कर 1,11,000 करोड़ रुपये का आंकड़ा छू सकता है।
अंतरराष्ट्रीय मंदी के बावजूद आने वाले दो साल में भारतीय आईटी-बीपीओ उद्योग का कारोबार अच्छा रहेगा। अगर सब कुछ सही रहा तो 2010-2011 तक भारतीय आईटी-बीपीओ उद्योग की कमाई 3,000-3,100 अरब रुपये तक भी पहुंच सकता है।
नैस्कॉम के चेयरमैन गणेश नटराजन ने बताया, ‘2008-2009 दुनिया की अर्थव्यवस्था के लिए काफी चुनौतीभरा रहा। हालांकि इस दौरान भारतीय आईटी-बीपीओ उद्योग की विकास रफ्तार संतुलित रही। हमें उम्मीद है कि सरकार देश की अर्थव्यवस्था में इस उद्योग के योगदान को ध्यान में रखेगी और उद्योग को दी जा रही वित्तीय सुविधाएं जारी रखेगी। इससे निवेशकों का भरोसा बढ़ेगा।’
भारतीय आईटी-बीपीओ उद्योग ने अमेरिका के साथ ही यूरोप, एशिया-प्रशांत क्षेत्र के देशों समेत लगभग 52 देशों में अपने कदम जमाए हैं। नैस्कॉम के अध्यक्ष सोम मित्तल ने बताया कि ग्राहकों को अच्छी गुणवत्ता वाली सेवाएं मुहैया कराने के कारण ही ऐसा मुमकिन हो पाया है।
नैस्कॉम के वाइस चेयरमैन और जेनपैक्ट के मुख्य कार्याधिकारी प्रमोद भसीन ने बताया कि अब आईटी-बीपीओ उद्योग देश के टियर1 और टियर-2 शहरों में भी पहुंच गया है। रोजगार बढ़ने के साथ ही देश की अर्थव्यवस्था पर भी इसका सकारात्मक असर रहा है।