इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की ब्रांड वैल्यू पर इस बार असर पड़ सकता है क्योंकि इस टी20 टूर्नामेंट को टेलीविजन पर अपेक्षाकृत कम दर्शक मिले हैं। इसके साथ ही कोविड महामारी का भी असर है। दिल्ली कैपिटल टीम के पांच सदस्यों के कोरोना संक्रमित होने के बाद भारतीय क्रिकेब्ट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने 20 अप्रैल को दिल्ली कैपिटल और पंजाब किंग्स इलेवन के बीच मुंबई में होने वाले मुकाबले को पुणे में कराने की घोषणा की।
पिछले साल कुछ खिलाडियों के कोविड-19 से संक्रमित होने के बाद आईपीएल को मई में अस्थायी तौर पर स्थगित कर दिया गया था। इस बार दो साल के बाद स्टेडियम में दर्शकों की मौजूदगी के बीच टूर्नामेंट का आयोजन किया जा रहा है। 2021 में करीब चार महीने के अंतराल के बाद आईपीएल का आयोजन सितंबर-अक्टूबर के दौरान दुबई में किया गया था।
सालाना ब्रांड ट्रस्ट रिपोर्ट जारी करने वाली मुंबई की ब्र्रांड इंटेलिजेंस एवं सलाहकार फर्म टीआरए रिसर्च के मुख्य कार्याधिकारी एन चंद्रमौलि ने कहा कि इस साल दर्शकों का कमजोर रुझान इसी तरह बना रहा तो आईपीएल की ब्रांड वैल्यू में करीब 3 से 4 फीसदी की कमी आ सकती है। उन्होंने कहा, ‘दर्शकों की ज्यादा संख्या से विज्ञापनों को भी बढ़ावा मिलता है जिसका असर आईपीएल की समग्र ब्रांड वैल्यू पर पड़ता है। अगर दर्शकों की संख्या कम बनी रही तो आईपीएल की ब्रांड वैल्यू पर इस साल असर पड़ सकता है।’ ब्रॉडकास्ट अलायंस रिसर्च काउंसिल ऑफ इंडिया (बार्क) के आंकड़ों के अनुसार इस साल आईपीएल टूर्नामेंट के दूसरे हफ्ते में पिछले साल की समान अवधि की तुलना में सभी आयु वर्ग में टीवी रेटिंग 34 से 40 फीसदी घटी है। पहले हफ्ते में यह गिरावट 32 से 38 फीसदी थी।
इंटरब्रांड इंडिया के प्रबंध निदेशक आशिष मिश्रा ने कहा कि टी20 टूर्नामेंट को इस साल कई स्तरों पर अड़चनों से जूझना पड़ रहा है।
आईपीएल स्पद्र्घा में कद्दावर खिलाडिय़ों वाली टीमों का प्रदर्शन मैदान पर खराब रहा है। ए बी डिविलियर्स, क्रिस गेल, मिचेल स्टार्क और बेन स्टोक्स जैसे खिलाड़ी इस बार नदारद हैं। इसके अलावा टूर्नामेंट में दो नई टीमों के जुडऩे के बाद इस टूर्नामेंट की सूरत इस साल पूरी तरह बदल चुकी है। इन दोनों नई टीमों का प्रदर्शन मैदान पर सहरानीय रहा है लेकिन इनके साथ ब्रांडों के जुडऩे में थोड़ा समय लग सकता है।
हालांकि ब्रांड फाइनैंस इंडिया के प्रबंध निदेशक अजिमन फ्रांसिस का कहना है कि कोविड-19 महामारी के खतरे और टीवी पर आईपीएल देखने वाले दर्शकों की संख्या कम होने के बावजूद इस टूर्नामेंट को लेकर मैदान पर जज्बा कम नहीं हुआ है। फ्रांसिस कहते हैं, ‘कोविड महामारी चिंता का विषय जरूर है मगर हमारा मानना है कि मैदान पर खिलाडिय़ों के जज्बे में कोई कमी नहीं आई है। स्टेडियमों में निश्चित संख्या में ही दर्शकों के बैठने की अनुमति से टिकट भी ऊंचे दाम पर बिक रहे हैं। जिस तरह से आईपीएल टूर्नामेंट आगे बढ़ रहा है या ब्रांड पर जिस तरह यह अपनी छाप छोड़ रहा है उसे लेकर चिंचित होने का कोई कारण नजर नहीं आ रहा है।’ मगर स्पोट्र्स मार्केंटिंग से जुड़े लोगों का मानना है कि कोविड की वजह से देश कुछ ही शहरों-मुंबई, पुणे और नवी मुंबई- में आईपीएल मैचों के आयोजन से दूसरे शहरों के दर्शकों को निराशा हुई है।
इस वर्ष दोपहर और शाम में खासकर सप्ताहांत में मैचों के आयोजन से भी टीवी पर इस प्रतियोगिता को देखने वाले दर्शकों की संख्या कम हुई है। इससे भी बड़ी चिंता की बात यह है कि कुछ विशेषज्ञों को लगता है कि जून में इस टूर्नामेंट के मीडिया अधिकार को लेकर होने वाली नीलामी में बोलियों पर असर हो सकता है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने आईपीएल के मीडिया अधिकारों के लिए संयुक्त आरक्षित मूल्य के तौर पर करीब 33,000 करोड़ रुपये तय किए हैं।
