गूगल इंडिया ने सूचना प्रौद्योगिकी (इंटरमीडियरी के लिए दिशानिर्देश और डिजिटल मीडिया आचार संहिता) नियम, (आईटी नियम) 2021 के अनुपालन में अपनी पहली पारदर्शिता रिपोर्ट प्रकाशित की है। इसमें नियमों के तहत अहम सोशल मीडिया इंटरमीडियरी (एसएसएमआई) के रूप में वर्गीकृत गूगल के सभी प्लेटफॉर्र्मों पर भारत में उपयोगकर्ताओं से प्राप्त शिकायतों और उन पर कार्रवाई का ब्योरा शामिल है।
इस रिपोर्ट में फिलहाल इस साल 1 से 30 अप्रैल तक प्राप्त शिकायतों और उठाए गए कदमों का ब्योरा है। गूगल ने कहा कि ये रिपोर्ट दो महीने देरी से प्रकाशित की जाएंगी ताकि डेटा प्रोसेसिंग और पुष्टि के लिए पर्याप्त समय मिल सके।
यह रिपोर्ट इसलिए महत्त्वपूर्ण है क्योंकि गूगल ऐसी पहली तकनीकी कंपनी है, जिसने नए आईटी नियम, 2021 के तहत रिपोर्ट प्रकाशित की है। गूगल जिन अन्य देशों को विशेष प्रकार की सामग्री उठाए गए कदमों के बारे में सूक्ष्म ब्योरा मुहैया कराती है, उनमें तुर्की और दक्षिण कोरिया शामिल हैं।
गूगल को इस रिपोर्ट की अवधि में कुल 27,762 शिकायतें मिलीं, जिनमें से 96.2 फीसदी कॉपीराइट मुद्दों, 1.3 फीसदी ट्रेडमार्क, एक फीसदी मानहानि, 0.4 फीसदी नकल के मुद्दों और 0.4 फीसदी जालसाजी से संबंधित थीं। इन शिकायतों के आधार पर गूगल ने सामग्री हटाने के 59,350 कदम उठाए। इस साल 25 फरवरी को अधिसूचित आईटी नियमों में कहा गया है कि अहम सोशल मीडिया इंटरमीडियरी यानी जिनके यूजर 50 लाख से अधिक हैं, उन्हें हर महीने अनुपालन रिपोर्ट प्रकाशित करनी होगी। इसमें प्राप्त शिकायतों और उन पर कार्रवाई का ब्योरा देना होगा। इन्हें हटाई गई सामग्री का भी ब्योरा देना होगा।
किसी शिकायत में प्रत्येक विशिष्ट यूआरएल को एक ‘आइटम’ माना जाता है। एक ही शिकायत में कई आइटमों का उल्लेख हो सकता है, जो सामग्री के उसी या अलग-अलग हिस्सों से जुड़े हो सकते हैं। गूगल ने रिपोर्ट में कहा, ‘जब हमें व्यक्तिगत उपयोगकर्ताओं से कथित गैर-कानूनी या नुकसानदेह सामग्री से संबंधित शिकायतें मिलती हैं तो हम यह तय करने के लिए शिकायत की समीक्षा करते हैं कि क्या वह सामग्री हमारे समुदाय दिशानिर्देशों या सामग्री नीतियों का उल्लंघन करती है या हटाने के लिए स्थानीय कानूनी जरूरतें पूरी करती है।’
कॉपीराइट के मुद्दों में कथित कॉपीराइट के उल्लंघन से संबंधित शिकायत शामिल हैं। ये यूएस डिजिटल मिलेनियम कॉपीराइट ऐक्ट (डीएमसीए) जैसे सामग्री हटाने के कानूनों के तहत प्राप्त होती हैं। ट्रेडमार्क से संबंधित शिकायतें ट्रेडमार्क के उल्लंघन एवं दुरुपयोग से संबंधित होती हैं। मानहानि से संबंधित शिकायत प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाने से संबंधित होती हैं, जबकि जाली मुद्दों से संबंधित शिकायतें नकली उत्पादों की बिक्री या प्रचार से जुड़ी होती हैं।