देश के प्रमुख संस्थान इंडियन इंस्टीटयूट ऑफ मैनेजमेंट (आईआईएम) द्वारा फीस बढ़ाए जाने के बाद अब विभिन्न बिजनेस स्कूलों ने भी अपनी फीस बढ़ा दी है।
आईआईएम के बाद दूसरे दर्जे के इन बिजनेस स्कूलों ने पिछले साल के मुकाबले इस साल की फीस में 10 से 50 फीसदी तक की बढ़ोतरी की है। ज्यादातर संस्थानों ने विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा संकाय सदस्यों के वेतन में हुई बढ़ोतरी के बाद ऐसा किया है।
एक्सएलआरआई जमशेदपुर ने इस बार 2009 और उससे आगे के बैच के लिए फीस में 17.95 फीसदी की बढ़ोतरी की है। वर्ष 2008-2010 के छात्रों को 7.5 लाख रुपये फीस भरनी पड़ेगी।
एक्सएलआरआई के निदेशक ई अब्राहम एस जे का कहना है ‘हर साल हम महंगाई से निपटने के लिए फीस में 10 से 15 फीसदी की बढ़ोतरी करते हैं। पर इस साल छठे वेतन आयोग द्वारा विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों के वेतन में बढ़ोतरी करने से हमने इसमें 5 फीसदी की इजाफा और किया है।
बढ़ी हुई फीस से जो वसूली होगी उससे हमें विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को एरियर देने में काफी हद तक मदद मिलेगी। आईआईएम की तरह हमें सरकार से कोई अनुदान नहीं मिलता है और न ही हम कहीं से फंड उगाहते हैं इसलिए फीस तो बढ़ानी ही पड़ती है।’ इसी तरह एसपी जैन इंस्टीटयूट ऑफ मैनेजमेंट ऐंड रिसर्च (एसपीजेआईएमआर) ने भी अपनी फीस बढ़ाई है।
पिछले साल के 2 लाख रुपये के मुकाबले इस साल से इंस्टीटयूट 2.5 लाख रुपये फीस वसूल रहा है। आमतौर पर संस्थान 10 से 15 फीसदी की बढ़ोतरी करता है पर इस साल छठे वेतन आयोग को ध्यान में रखते हुए उसने फीस में 25 फीसदी का इजाफा किया है।
केआईआईटी स्कूल ऑफ मैनेजमेंट ने भी दो साल के पाठ्यक्रम पोस्ट ग्रैजुएट प्रोग्राम इन मैनेजमेंट (पीजीपीएम) और पोस्ट ग्रैजुएट प्रोग्राम इन रूरल मैनेजमेंट (पीजीआरएम) की फीस 1 लाख रुपये बढ़ाने की घोषणा की है। फीस में यह बढ़ोतरी वर्ष वर्ष 2009-10 से लागू होगी। अब छात्रों को पीजीपीएम पाठयक्रम के लिए 7.5 लाख रुपये और पीजीआरएम के लिए 6.5 लाख रुपये देने होंगे।
रीजनल कॉलेज ऑफ मैनेजमेंट (आरसीएम) के निदेशक पबिर पाल का कहना है कि इंस्टीटयूट ने अपने दो साल के मैनेजमेंट प्रोग्राम के लिए फीस 1.8 लाख रुपये से बढ़ाकर 2.80 लाख रुपये कर दी है पर अभी इस पर अंतिम निर्णय लेना बाकी है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर उनका संस्थान शहर के अन्य मैनेजमेंट संस्थान से अपनी तुलना करे तो 2.80 लाख रुपये ज्यादा बडी रकम नहीं है।
बीजू पटनायक इंस्टीटयूट ऑफ टेक्ोलॉजी ऐंड मैनेजमेंट (बीआईआईटीएम) भी इस मामले में अन्य संस्थानों से पीछे नहीं रहा है। बीआईआईटीएम ने वर्ष 2009-10 के नियमित मैनेजमेंट कोर्स की फीस को 2 लाख रुपये से बढ़ाकर 2.25 लाख रुपये करने का फैसला किया है।
इसके साथ ही जेवियर इंस्टीटयूट ऑफ सोशल सर्विस (एक्सआईएसएस) ने भी मौजूदा फीस में 15,000 रुपये की बढ़ोतरी करने का फैसला लिया है। एक्सआईएसएस की निदेशिका बेनी इक्का का कहना है कि इसका फैसला निर्णायक समिति द्वारा लिया जाएगा, लेकिन आने वाले दो सालों में इंस्टीटयूट के मूलभूत विकास और विभाग के सदस्यों को वेतन देने के लिए फीस में बढ़ोतरी करना जरूरी है।
एक्सआईएसएस के सबसे पुराने पाठयक्रम पर्सनल मैनेजमेंट के लिए अब छात्रों को 1.13 लाख रुपये फीस भरनी पड़ेगी और इसके साथ रूरल मैनेजमेंट पाठयक्रम की फीस 1.14 लाख और इन्फॉरमेशन मैनेजमेंट की फीस बढ़ कर 1.22 लाख रुपये हो गई है।
टीए पाई मैनेजमेंट इंस्टीटयूट मणिपाल ने भी अपनी फीस 50 फीसदी तक बढ़ाने का फैसला लिया है। टीए पाई मैनेजमेंट इंस्टीटयूट मणिपाल में अब दो साल के मैनेजमेंट प्रोग्राम के लिए छात्रों को 4 लाख की जगह 6 लाख रुपये फीस भरनी होगी।
इस संस्थान का कहना है कि इससे नए कैंपस के निर्माण में लगे पैसे का कुछ भाग प्राप्त करने एवं अन्य खर्च का मुकाबला करने में काफी हद तक मदद मिलेगी।
