देश में 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी और सेवाएं शुरू होने से पहले एक मोबाइल फोन का एक जीवंत परिवेश तैयार हो चुका है। इससे 5जी को ताकत मिलेगी। चिप विनिर्माता और उपकरण बनाने वाली कंपनियां पहले दिन से ही 5जी पर काम कर रही हैं।
क्वालकॉम इंडिया और सार्क के अध्यक्ष राजेन वागड़िया ने कहा कि चिप विनिर्माता ने 2020 में ही इस ओर काम करना शुरू किया था जब पहला 5जी फोन लॉन्च किया गया था। उन्होंने कहा, ‘हमें उम्मीद है कि 2022 में कुल स्मार्टफोन का 30 फीसदी (काउंटरपॉइंट रिसर्च के अनुसार 40 फीसदी) 5जी होगा। हम उम्मीद करते हैं कि 2023 में वह 50 फीसदी के पार पहुंच जाएगा। इसलिए वाणिज्यिक परिचालन शुरू होने तक 5जी स्मार्टफोन वाले ग्राहकों की तादाद काफी बड़ी होगी।’
वागड़िया ने कहा कि अगले साल के अंत तक 14 से 15 करोड़ उपयोगकर्ताओं के 5जी से जुड़ने की उम्मीद है। यदि सबकुछ ठीक रहा तो 5जी की शुरुआत देश में 4जी के अनुभव से अलग होगी क्योंकि उस दौरान बाजार में पर्याप्त 4जी वॉइस ओवर एलटीई फोन उपलब्ध होने से पहले ही सेवा शुरू कर दी गई थी।
इस बार, मोबाइल ऑपरेटरों को उपकरणों की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए बाजार में हस्तक्षेप करने की आवश्यकता संभवत: नहीं होगी। ऐपल, सैमसंग, श्याओमी, रियलमी और वीवो से लेकर ओप्पो और वन प्लस तक सभी प्रमुख स्मार्टफोन विनिर्माताओं के पास 12,000 रुपये की शुरुआती कीमत के साथ तमाम मॉडल उपलब्ध हैं। बाजार में 15,000 से कम कीमत वाले 5जी फोन का कुल स्मार्टफोन शिपमेंट में हिस्सेदारी पहले ही 7 फीसदी हो चुकी है।
अब 5जी समर्थ स्मार्टफोन की कीमत को 10,000 रुपये से नीचे लाने की आवश्यकता है क्योंकि इसी मूल्य दायरे में अधिक बिक्री होती है। क्वालकॉम इस प्रकार के स्मार्टफोन के लिए चिपसेट अगले साल तक लॉन्च करने की योजना बना रही है। चिप किल्लत और समग्र लागत में वृद्धि के कारण इस पहल में थोड़ी देरी हुई है।
इंडियन सेल्युलर एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज महेंद्रू ने कहा, ‘हमारे पास देश में 5जी समर्थ स्मार्टफोन के 139 मॉडल उपलब्ध हैं। हम जल्द ही 10,000 रुपये कीमत के स्तर पर पार कर जाएंगे और 10,000 रुपये से कम कीमत वाले कई उपकरण उपलब्ध होंगे।’
महेंद्रू की भविष्यवाणी काफी महत्त्वाकांक्षी है। उनके अनुमान के अनुसार, अगले साल करीब 60 फीसदी स्मार्टफोन 5जी होंगे। देश में 75 करोड़ से अधिक स्मार्टफोन उपयोगकर्ता हैं जिन्हें 5जी सेवाओं के लिए अपने फोन को 5जी में अपग्रेड करने के लिए प्रोत्साहित किया जा सकता है।
बहरहाल, मोबाइल उपकरण विनिर्माता नेटवर्क उपलब्ध होने से पहले ही 5जी फोन को आक्रामक तरीके से क्यों आगे बढ़ा रहे हैं? इसके दो कारण हैं। पहला, 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी जल्द होने वाली है और इसलिए 5जी सेवाओं के लिए समय-सीमा स्पष्ट रूप से दिख रही है। देश में 5जी सेवाएं इस साल के अंत तक शुरू होने की उम्मीद है और तब तक 5जी फोन के साथ करीब 10 करोड़ ग्राहक उसके लिए तैयार होंगे।
दूसरा, 4जी उपकरणों के लिए चिप किल्लत कहीं अधिक दिख रही है। काफी कम 4जी अपग्रेडेड चिप आ रहे हैं। लेकिन 5जी चिपसेट के लिए किल्लत अपेक्षाकृत कम है।
