डीएसपी म्युचुअल फंड के इक्विटी प्रमुख विनीत सांब्रे ने अभिषेक कुमार के साथ एक साक्षात्कार में कहा कि चूंकि शेयर कीमतें लगातार बढ़ रही हैं, इसलिए बाजार ज्यादा महंगे मूल्यांकन दायरे में पहुंच सकता है। उनका कहना है कि जहां इक्विटी का प्रदर्शन लंबे समय में बेहतर रह सकता है, वहीं निवेशकों की समझदारी इसी में है कि ने अपने निवेश का फिर से वे आकलन करें और इसे जोखिम प्रोफाइल के अनुरूप बनाएं। उनसे बातचीत के अंश:
इस समय आप बाजार को किस स्थिति में देख रहे हैं? मूल्यांकन और आय वृद्धि की संभावनाओं को देखते हुए आपका नजरिया क्या है?
वित्त वर्ष 2010 से वित्त वर्ष 2020 तक एक अंक की सुस्त आय वृद्धि के बाद वित्त वर्ष 2021 से वित्त वर्ष 2023 के दौरान बड़ा बदलाव देखा गया।
इस प्रदर्शन की मदद से बाजार ने तेजी बरकरार रखी है। यही वजह है कि मूल्यांकन 10 वर्षीय औसत से ऊपर चला गया है, खासकर मिडकैप और स्मॉलकैप सेगमेंट में। भविष्य में, हमें अगली दो-तीन तिमाहियों में वृद्धि की रफ्तार धीमी रहने का अनुमान है, जिससे संभवत: कुछ हद तक ठहराव या बाजार में गिरावट को बढ़ावा मिल सकता है।
इस साल में मुख्य चुनौतियां क्या हैं?
एक मुख्य चुनौती समाज के निचले तबके के बीच खपत में गिरावट है, साथ ही भू-राजनीतिक तनाव भी है जो आपूर्ति श्रृंखलाओं को बाधित कर रहा है। आपूर्ति श्रृंखला से संबंधित ये चुनौतियां अनुमान के विपरीत मुद्रास्फीति को ज्यादा ऊंचे स्तर पर बनाए रख सकती हैं, जिससे ब्याज दरों में तेजी से गिरावट की उम्मीद धूमिल पड़ रही है। लगातार ऊंची ब्याज दरों से वैश्विक आर्थिक रफ्तार प्रभावित हो सकती है।
क्या पिछले एक साल में स्मॉलकैप क्षेत्र में बड़ी तेजी के कारण रणनीति या पोर्टफोलियो निर्माण में बदलाव आया है?
डीएसपी स्मॉलकैप फंड में हम लगातार ऐसे व्यवसायों की तलाश करते हैं जो व्यापक कॉरपोरेट विकास दर से ज्यादा दर हासिल करने में सक्षम हों और जिनके पास मजबूत प्रशासनिक ढांचे हों, 16 प्रतिशत से अधिक आरओसीई हासिल करने की क्षमता हो, सकारात्मक नकदी प्रवाह सृजित करने की क्षमता हो।
परिसंपत्ति आवंटन के साथ-साथ फंड चयन के नजरिये से भी निवेशकों के लिए क्या सुझाव है?
शेयर कीमतें चढ़ने से हम मूल्यांकन के लिहाज से अत्यधिक महंगे दायरे में प्रवेश कर सकते हैं जिससे सतर्कता बरतने की जरूरत होगी। जहां इक्विटी पर हमारा नजरिया दीर्घावधि के लिहाज से सकारात्मक बना हुआ है, वहीं निवेशकों को समय समय पर अपने निवेश आवंटन का आकलन करना और अपने रिस्क-रिटर्न प्रोफाइल के हिसाब से विभिन्न श्रेणियों में संतुलित पोर्टफोलियो बनाए रखना चाहिए।
फार्मा शेयरों में आपका निवेश तेजी से बढ़ा है। आप ज्यादा उत्साहित क्यों हैं?
फार्मा सेक्टर को खासकर मार्जिन दबाव की वजह से 2021 की शुरुआत से लेकर 2023 के मध्य तक कमजोरी का सामना करना पड़ा। अमेरिकी बाजार में ऊंची प्रतिस्पर्धा की वजह से मूल्य निर्धारण दबाव बढ़ गया। हालांकि अब इन दोनों मोर्चों पर हालात में बदलाव आया है।