वित्तीय सेवा प्रदाता IL&FS फाइनेंशियल सर्विसेज के कर्जदाताओं को 3,200 करोड़ रुपये का अंतरिम भुगतान किया जाएगा। अक्टूबर 2018 में इसके निदेशक मंडल को भंग किए जाने के बाद से यह सबसे बड़ा नकद भुगतान होगा। इसके अलावा IL&FS समूह अपनी तीन अन्य कंपनियों के लिए 1,900 करोड़ रुपये का अलग से भी भुगतान करेगा। इस तरह समूह बकाया कर्ज के एवज में कुल 5,100 करोड़ रुपये का भुगतान कर्जदाताओं को करेगा। IL&FS समूह ने सोमवार को इस अंतरिम कर्ज भुगतान की जानकारी दी।
वित्तीय गड़बड़ियों के सामने आने के बाद कंपनी मामलों के मंत्रालय ने अक्टूबर 2018 में IL&FS के निदेशक मंडल को भंग कर दिया था। समूह की करीब 350 छोटी-बड़ी इकाइयों पर कर्जदाताओं के करीब 95,000 करोड़ रुपये बकाया थे। समूह की कंपनियों के खिलाफ कर्ज समाधान प्रक्रिया शुरू होने के बाद से अब तक करीब 27,000 करोड़ रुपये का भुगतान कर्जदाताओं को किया जा चुका है।
सूत्रों ने कहा कि बैंकों ने IL&FS फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड को 7,500 करोड़ रुपये से अधिक का सुरक्षित कर्ज दिया हुआ है। इसका निपटारा अंतरिम वितरण योजना और इनविट्स के जरिये सम्मिलित रूप से किया जाएगा। अभी 3,200 करोड़ रुपये का अंतरिम भुगतान किया जा रहा है और बाकी राशि इंफ्रास्ट्रक्चर इंवेस्टमेंट ट्रस्ट (इनविट्स) के आवंटन से दी जाएगी।
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सूत्रों के मुताबिक, बकाया भुगतान की प्रक्रिया सोमवार से शुरू हो गई है और अगले कुछ हफ्तों में पूरी हो जाएगी। इसमें से 2,250 करोड़ रुपये 28 बैंकों को लौटाए जाएंगे जबकि करीब 950 करोड़ रुपये सार्वजनिक डिबेंचर धारकों, सार्वजनिक कोषों एवं अन्य को वापस किए जाएंगे। IL&FS समूह पहले ही रेपिड मेट्रो गुड़गांव के लिए 623.3 करोड़ रुपये और रैपिड मेट्रोरेल गुड़गांव साउथ के लिए 1,273 करोड़ रुपये का अंतरिम भुगतान कर्जदाताओं को कर चुका है।