भुगतान सेवा स्टार्टअप इंस्टामोजो के सह-संस्थापक एवं मुख्य कार्याधिकारी संपद स्वैन खुद को काफी भाग्यशाली समझ रहे होंगे क्योंकि 2012 में स्थापित उनकी कंपनी को बार-बार फिसलने के बाद निवेशकों ने सहारा दिया है। उनकी कंपनी पहले तीन बार बंद हो चुकी थी लेकिन निवेशकों ने उसे हमेशा बचा लिया।
मौजूदा कोविड वैश्विक महामारी के कारण कंपनी के प्रदर्शन पर सवालिया निशान लग रहा था लेकिन इस दौरान उसका कायापलट हो गया। कलारी कैपिटल और ब्लूम वेंचर्स के निवेश वाली इस कंपनी ने जून में लाभप्रद होने का दावा किया है। नए उत्पादों के लॉन्च और लगभग शून्य नकदी खर्च के कारण कंपनी के प्रदर्शन को बल मिला।
स्वैन ने कहा, ‘हमने देखा है कि यात्रा को छोड़कर सभी श्रेणियों में हमारे प्लेटफॉर्म पर लेनदेन में 20 से 30 फीसदी का इजाफा हुआ है।’
कंपनी का कहना है कि पिछले 90 दिनों के दौरान उसके प्लेटफॉर्म पर फूड रिटेल श्रेणी के लेनदेन में 4.5 गुना इजाफा हुआ जबकि एडटेक क्षेत्र के लेनदेन में दोगुना बढ़ोतरी हुई। इसी प्रकार, वित्तीय सेवा और बी2बी ई-कॉमर्स श्रेणी में भी दोगुना बढ़त दर्ज की गई।
कोविड वैश्विक महामारी के कारण पैदा हुई परिस्थितियों ने छोटे कारोबारियों को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिये बिक्री शुरू करने के लिए मजबूर किया है। गुडग़ांव की कंपनी गेटमीअशॉप के अधिग्रहण से इंस्टामोजो को काफी फायदा हुआ। गेटमीअशॉप छोटे व्यापारियों को ऑनलाइन होने में मदद करती है जो अब रोजाना करीब 1,500 व्यापारियों को अपने प्लेटफॉर्म से जोड़ रही है और इसके लिए उसे कोई नकदी खर्च भी नहीं करना पड़ रहा है।
स्वैन ने दावा किया है कि बेंगलूरु की इस कंपनी ने लॉकडाउन शुरू होने के बाद से अब तक करीब डेढ़ लाख छोटे कारोबारियों और दुकानदारों को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से जोड़ चुकी है और इस प्रकार कुल संख्या 13 लाख तक पहुंच चुकी है। उन्होंने कहा, ‘कोविड से पहले हम अधिग्रहण पर खर्च करते थे लेकिन पिछले तीन महीने से हमने खर्च वाले सभी अभियानों को छोड़ दिया है। अब हम शून्य ग्राहक अधिग्रहण लागत वाले मॉडल पर चल रहे हैं।’ कंपनी इन सभी सूक्ष्म कारोबारियों से 2,000 करोड़ रुपये के सकल मर्केंडाइज मूल्य (जीएमवी) तक भी पहुंच रही है।
