मध्य प्रदेश सरकार आने वाले कुछ महीनों में प्रदेश के विभिन्न शहरों में क्षेत्रीय औद्योगिक कॉन्क्लेव (RIC) का आयोजन करने जा रही है। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि उज्जैन में आयोजित कॉन्क्लेव के परिणाम उत्साह बढ़ाने वाले रहे हैं।
मध्य प्रदेश औद्योगिक विकास निगम (MPIDC) के अधिकारियों के मुताबिक 20 जुलाई को जबलपुर में आयोजित RIC के बाद ग्वालियर, रीवा और सागर में इनका आयोजन किया जाएगा। उसके बाद इंदौर में एक टेक्सटाइल कॉन्क्लेव और भोपाल में इलेक्ट्रॉनिक्स और नवीकरणीय ऊर्जा उपकरण निर्माण इकाइयों पर आधारित कॉन्क्लेव भी आयोजित होना है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि जबलपुर में आयोजित होने जा रहे RIC के लिए 1,500 से अधिक निवेश प्रस्ताव आए हैं। उन्होंने कहा कि इस दौरान एक बायर-सेलर मीट का भी आयोजन किया जा रहा है जहां 1,000 से अधिक प्रतिनिधियों के पहुंचने की उम्मीद है। अधिकारियों के मुताबिक ताइवान और मलेशिया के प्रतिनिधि भी इस मीट में हिस्सा लेंगे। प्रदेश में कृषि और रक्षा क्षेत्र में निवेश को लेकर पहले ही उद्योगपतियों से चर्चा चल रही है।
एक और दो मार्च को उज्जैन में आयोजित RIC के बारे में यादव ने कहा कि उद्योगपतियों ने वहां करीब एक लाख करोड़ रुपये का निवेश करने की मंशा जताई है। इसमें अदाणी समूह (Adani Group) का 75,000 करोड़ रुपये का निवेश प्रस्ताव भी शामिल है।
MPIDC के चेयरमैन चंद्रमौलि शुक्ला ने बिज़नेस स्टैंडर्ड से कहा, ‘GIS में जहां पूरे प्रदेश के लिए निवेश आकर्षित करने की कोशिश की जाती है वहीं RIC का लक्ष्य अलग-अलग भौगोलिक क्षेत्रों के लिए निवेश जुटाना है। यहां आने वाले निवेशकों में प्रदेश में पहले से निवेश कर रहे निवेशकों के अतिरिक्त नए निवेशक और विदेशी निवेशक भी शामिल हैं। जबलपुर RIC में कुछ विदेशी प्रतिनिधियों तथा कुछ देशों के वाणिज्य दूतावासों से अधिकारियों के आने की भी संभावना है।’
वैश्विक निवेशक सम्मेलन लगातार कई वर्षों तक इंदौर में आयोजित हुआ लेकिन अब उसे भोपाल में आयोजित किया जाएगा। आगामी 7-8 फरवरी को भोपाल में आयोजित होने वाले वैश्विक निवेशक सम्मेलन की थीम है- ‘मध्य प्रदेश द फ्यूचर रेडी स्टेट।’