दूरसंचार विभाग ने भारत में उद्योग का 4.0 बेसलाइन सर्वेक्षण विस्तृत रूप से विकसित करने के लिए संगठनों और स्टार्टअप से प्रस्ताव मांगे हैं। यह सर्वेक्षण 5 जी तकनीक से डिजिटल बदलाव पर केंद्रित है। विभाग ने बुधवार को बताया कि इस सर्वेक्षण का ध्येय विनिर्माण क्षेत्र में उद्योग की 4.0 की तैयारी के हालिया स्तर का आकलन करना है और इसमें भी विशेषतौर पर एमएसएमई के सुधार और प्राथमिकता निवेश को चिह्नित करना है।
उद्योग 4.0 के कारण विनिर्माण उद्योग महत्त्वपूर्ण रूप से बदलाव के दौर से गुजर रहा है। उद्योग 4.0 में एडवांस तकनीकों का समन्वय किया गया है। एडवांस तकनीकों में आर्टिफिशल इंटेलिजेंस, इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) और क्लाउट कंप्यूटिंग हैं।
इन आधुनिक तकनीकों की बदौलत दक्षता, उत्पादन, प्रक्रिया, रणनीति और प्रतिस्पर्धा बढ़ती है। टेलीकॉम सेंटर फॉर एक्सीलेंस इंडिया वाले इस सावर्जनिक निजी भागीदारी पहल का उद्देश्य एमएसएमई को उद्योग 4.0 को अपनाने में आने वाली चुनौतियों को समझना है और आधुनिकतम तकनीकों का इस्तेमाल करना है।
विभाग ने बताया, ‘इस सर्वेक्षण का ध्येय 5जी और 6 जी नेटवर्कों द्वारा मुहैया कराई जाने वाली क्षमताओं का लाभ उठाने के लिए सक्षम ईकोसिस्टम के लिए जमीनी स्तर पर तैयारी करना है।’यह सर्वेक्षण 60 दिन की अवधि को होगा। इसमें उत्तर और दक्षिण भारत कके पांच प्रमुख क्षेत्रों को शामिल किया जाएगा। इसकी प्रमुख सिफारिशों में नीतिगत हस्तक्षेप के लिए मंच तैयार करना है।