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बुनियादी उद्योग की वृद्धि में आया सुधार

कोयला, रिफाइनरी उत्पाद और सीमेंट उत्पादन में सुधार के साथ 8 प्रमुख उद्योगों की वृद्धि दर में बढ़त, कच्चे तेल और बिजली उत्पादन में गिरावट जारी

Last Updated- October 30, 2024 | 10:50 PM IST
Core Sector Growth

देश के 8 प्रमुख बुनियादी उद्योगों, जिन्हें प्रमुख क्षेत्र कहा जाता है, की वृद्धि दर सितंबर महीने में सालाना आधार पर 2 प्रतिशत बढ़ी है, जो इसके पिछले महीने में संकुचित हुई थी। पिछले 42 महीने में पहली बार प्रमुख क्षेत्र का उत्पादन अगस्त में संकुचित (-1.6 प्रतिशत) हुआ था।

वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा बुधवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक अगस्त के मुकाबले उत्पादन सुधरा है। पिछले महीने की तुलना में कोयले का उत्पादन 2.6 प्रतिशत, रिफाइनरी उत्पाद का उत्पादन 5.8 प्रतिशत, और सीमेंट का उत्पादन 7.1 प्रतिशत बढ़ा है, हालांकि इस दौरान उर्वरक (1.9 प्रतिशत) और स्टील (1.5 प्रतिशत) के उत्पादन में मंदी आई है।

दूसरी ओर इस महीने में कच्चे तेल (-3.9 प्रतिशत), बिजली (-0.5 प्रतिशत) और प्राकृतिक गैस (-1.3 प्रतिशत) का उत्पादन घटा है। वाणिज्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘सीमेंट, रिफाइनरी उत्पादों, कोयला, उर्वरक और स्टील के उत्पादन में सितंबर 2024 में वृद्धि हुई है।’

इक्रा रेटिंग्स में मुख्य अर्थशास्त्री अदिति नायर ने कहा कि बारिश से जुड़े व्यवधान कम होने का कारण खनन और बिजली जैसे क्षेत्रों ने प्रमुख क्षेत्र के प्रदर्शन में भूमिका निभाई है और 8 में से 5 क्षेत्रों में क्रमिक आधार पर तेजी आई है।

उन्होंने कहा, ‘उल्लेखनीय है कि सीमेंट का उत्पादन बढ़कर 6 महीने के उच्च स्तर पर पहुंच गया है, जो अगस्त 2024 में 3 प्रतिशत संकुचित हुआ था। इसे अनुकूल आधार का भी सहारा मिला। इसके विपरीत स्टील का उत्पादन महज 1.5 प्रतिशत बढ़ा है, जो 33 महीने में सबसे सुस्त वृद्धि है।’

औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) में 8 प्रमुख उद्योगों की हिस्सेदारी 40.27 प्रतिशत है। इसकी वजह से सूचकांक पर इनका असर अधिक होता है। अगस्तमें प्रमुख क्षेत्र में संकुचन के कारण आईआईपी में भी अगस्त महीने में पिछले 22 महीने में पहली बार संकुचन (-0.1 प्रतिशत) आया था।

नायर ने कहा, ‘सितंबर 2024 में आईआईपी में 3 से 5 प्रतिशत वृद्धि हो सकती है। इसकी वजह बिजली और खनन के उत्पादन में संकुचन में कमी और अनुकूल आधार के साथ जीएसटी ई-वे बिल में तेज वृद्धि है। इसे त्योहार के पहले के भंडारण का भी सहारा मिल रहा है। त्योहारों के कैलेंडर में कुछ बदलाव के कारण आधार का असर बदलेगा और ऐसे में आर्थिक वृद्धि का अगले कुछ महीने का अनुमान अस्पष्ट हो सकता है।’ वित्त वर्ष 2024-25 की पहली दो तिमाहियों में प्रमुख उद्योगों के उत्पादन में वृद्धि 4.2 प्रतिशत रही है।

First Published - October 30, 2024 | 10:50 PM IST

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