कनाडा पेंशन प्लान इन्वेस्टमेंट बोर्ड (सीपीपीआईबी) और इंडोस्पेस के संयुक्त उद्यम – इंडोस्पेस कोर ने 3,000 करोड़ रुपये में छह औद्योगिक और लॉजिस्टिक पार्कों का अधिग्रहण किया है। इंडोस्पेस कोर में 93 प्रतिशत हिस्सेदारी रखने वाला कनाडाई पेंशन फंड इस अधिग्रहण के लिए 1,400 करोड़ रुपये देगा। यह संयुक्त उद्यम साल 2017 में देश भर में लॉजिस्टिक इकाइयां खरीदने और उनका विकास करने के लिए बनाया गया था।
इंडोस्पेस ने कहा, ‘यह अधिग्रहण भारत में स्थापित औद्योगिक और लॉजिस्टिक रियल एस्टेट के सबसे बड़ी परिचालक के तौर पर इंडोस्पेस कोर की स्थिति और मजबूत करता है।’ ये छह परिसंपत्तियां कुल मिलाकर 380 एकड़ में फैली हैं, जिनका लीज लायक क्षेत्र करीब 90 लाख वर्ग फुट है और ये इंडोस्पेस कोर के पूरी तरह से विकसित, आय पैदा करने वाले पार्कों के पोर्टफोलियो में जुड़ रही हैं। ये परियोजनाएं बेंगलूरु, चेन्नई, दिल्ली, मुंबई और पुणे में हैं।
सीपीपी इन्वेस्टमेंट्स के प्रबंध निदेशक, रियल एस्टेट इंडिया और मुंबई कार्यालय प्रमुख हरि कृष्ण वी ने कहा, ‘भारत के लॉजिस्टिक क्षेत्र को शहरीकरण और बढ़ते विनिर्माण की पैठ से दमदार अवसंरचनात्मक वृद्धि का लगातार लाभ मिल रहा है। इंडोस्पेस के साथ हमारी लंबे समय से चली आ रही साझेदारी ने हमें इस क्षेत्र में अधिक गुणवत्ता वाले अवसर पाने में मदद की है। हमारा मानना है कि यह अधिग्रहण सीपीपी के योगदानकर्ताओं और उससे लाभ पाने वालों के लिए आकर्षक और जोखिम समायोजित करने वाला रिटर्न देगा।’
इंडोस्पेस के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्य अधिकारी अंशुमान सिंह ने कहा, ‘यह सौदा दिखाता है कि भारत का लॉजिस्टिक क्षेत्र किस तरह स्थायी मांग और संस्थागत विश्वास की वजह से दीर्घकालिक निवेश गाथा में
तब्दील हो गया है। छह करोड़ वर्ग फुट से ज्यादा विकसित और विकासाधीन क्षेत्र के साथ इंडोस्पेस ने खुद को भारत के औद्योगिक और लॉजिस्टिक रियल एस्टेट क्षेत्र में सबसे बड़े भागीदार के तौर पर स्थापित किया है।’